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पाकिस्तान ने शिहाब चुट्टोर की पैदल हज यात्रा में डाली बाधा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, / नई दिल्ली

लाहौर उच्च न्यायालय ने शिहाब चुट्टोर की इंट्रा-कोर्ट अपील को खारिज कर दिया है. वह 2023 में हज करने के लिए केरल से सऊदी अरब के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं.शिहाब चुट्टोर सितंबर में पाकिस्तान की वाघा सीमा पर पहुंचे थे, जहां उन्हें ट्रांजिट वीजा नहीं मिला. लाहौर के नागरिक सरवर ताज ने वीजा न मिलने के खिलाफ लाहौर उच्च न्यायालय में एक अंतर-न्यायालय अपील दायर की. इस इंट्रा-कोर्ट अपील की सुनवाई जस्टिस चौधरी मुहम्मद इकबाल और जस्टिस अख्तर शब्बीर की खंडपीठ ने की.

पाकिस्तानी नागरिक सरवर ताज ने लाहौर उच्च न्यायालय में शिहाब के ट्रांजिट वीजा से इनकार को चुनौती दी थी, जिस पर पिछले महीने न्यायमूर्ति शाहिद वहीद ने सुनवाई की थी. 12 अक्टूबर को उनकी याचिका खारिज कर दी गई थी. उसके बाद, सरवर ताज ने एक इंट्रा-कोर्ट अपील दायर की थी. इस मुद्दे पर लाहौर कोर्ट को सरवर ने बताया कि इससे पहले, बाबा गुरुनाक देवजी के जन्मदिन के अवसर पर सैकड़ों सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान का वीजा जारी किया गया और मंगलवार को भी लगभग 100 हिंदू अपने धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए पाकिस्तान आए हैं. शिहाब को भी ट्रांजिट वीजा जारी किया जाना चाहिए.

लुधियाना पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानावी ने बीते दिनों कहा था कि पाकिस्तान ने शिहाब चुट्टोर को धोखा दिया है. पंजाब के शाही इमाम के मुताबिक जब शिहाब चुट्टोर करीब 3000 किलोमीटर पैदल चलकर वाघा बॉर्डर पहुंचे तो अब पाकिस्तान सरकार ने वीजा देने से साफ इनकार कर दिया है. पाकिस्तानी अधिकारियों का यह रवैया हैरान करने वाला है.

शिहाब चुट्टोर का कहना है कि मेरी बचपन की इच्छा है जो अब पूरी होने जा रही है. वे कहते हैं, मैं बचपन से लोगों के केरल से पवित्र भूमि मक्का जाने की कहानियां सुनता आ रहा हूं. बचपन में मेरा सपना था कि मैं पैदल मक्का जाऊं.