पाकिस्तान के प्रमुख इस्लामिक विद्वान मुफ्ती रफीउद्दीन उस्मानी का कराची में निधन
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान और जामिया दारुल उलूम कराची के प्रमुख मुफ्ती रफीउद्दीन उस्मानी का शुक्रवार को कराची में निधन हो गया.मुफ्ती रफी उस्मानी के भतीजे सऊद उस्मानी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए उनके निधन की पुष्टि की है.वहीं दारुल उलूम कराची ने भी रफी उस्मानी के निधन की पुष्टि की है.
फेसबुक पर लिखा गया है कि मेरे प्यारे चाचा मुफ्ती आजम पाकिस्तान मौलाना मुहम्मद रफी उस्मानी का निधन हो गया है. हम अल्लाह के हैं और उसी के पास लौटेंगे.मुफ्ती मुहम्मद रफी उस्मानी तहरीक-ए-पाकिस्तान के नेता और पाकिस्तान मुफ्ती मुहम्मद शफी उस्मानी के ग्रैंड मुफ्ती के बड़े बेटे थे.
मुफ्ती रफीउद्दीन उस्मानी अल-मदारिस अल-अरबिया के संरक्षक भी रहे.मुफ्ती मुहम्मद रफी उस्मानी का जन्म 21 जुलाई 1936 को हुआ था. वह पाकिस्तान के प्रमुख विद्वानों में से एक थे. उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखीं.
Mufti Muhammad Rafi Usmānī, one of the greatest Islamic scholar of the Subcontinent is no more. He was 86. He was a scholar, jurist and author who served as the President of Darul Uloom Karachi. He was an alumnus of Darul Uloom Deoband.
— India Muslim History (@syedurahman) November 18, 2022
Inna lillahi wa inna ilaihi rajioon pic.twitter.com/C9dm8BqNB4
मुफ्ती रफी उस्मानी के निधन पर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने दुख और शोक जताया है.प्रधानमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि मुफ्ती रफी उस्मानी का जीवन इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित था.मुफ्ती रफी उस्मानी की धार्मिक सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा.जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने मुफ्ती मुहम्मद रफी उस्मानी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है.
शुक्रवार रात जारी बयान में मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि मुफ्ती मुहम्मद रफी उस्मानी के निधन से पाकिस्तान ने एक उदारवादी, उच्च पदस्थ, न्यायविद और मुफ्ती को खो दिया है.मुफ्ती रफी उस्मानी की बहुमूल्य शैक्षणिक सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा.सिंध के गवर्नर कामरान खान टेसोरी ने मुफ्ती मुहम्मद रफी उस्मानी के निधन पर दुख जताया है.
अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ पाकिस्तान के लिए बल्कि इस्लाम की दुनिया के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है.