प्रिंस डॉ. हुसैन बुरहानुद्दीन की यूएई राष्ट्रपति से भेंट : मानवीय मूल्यों पर विचार-विमर्श
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,अबू धाबी
दाऊदी बोहरा समुदाय के वरिष्ठ प्रतिनिधि प्रिंस डॉ. हुसैन बुरहानुद्दीन ने 8 अप्रैल 2025 को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से अबू धाबी स्थित कसर अल बहर में एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस शिष्टाचार भेंट में वैश्विक मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाने, सामूहिक कल्याण और आपसी सहयोग जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
इस अवसर पर यूएई के उपराष्ट्रपति, सुप्रीम काउंसिल के सदस्य एवं रास अल खैमाह के शासक महामहिम शेख सऊद बिन सक्र अल कासिमी ने भी प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया।

साझा मानवता, सहिष्णुता और सहयोग की भावना बनी बैठक का मुख्य आधार
प्रिंस डॉ. हुसैन बुरहानुद्दीन साहब ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व स्तर पर शांति, सह-अस्तित्व और करुणा जैसे मूल्यों को बढ़ावा देने की आज पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है। उन्होंने यूएई के शासकों द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी परियोजनाओं की सराहना की, जो ज़रूरतमंदों को सहायता देने, लोगों को सशक्त बनाने और वैश्विक मानव संसाधन को समृद्ध करने के उद्देश्य से कार्यरत हैं।
बैठक में विशेष रूप से इस्लाम धर्म में निहित उदारता, सहिष्णुता, शांति और करुणा जैसे मूल्यों पर बल दिया गया और यह माना गया कि अमीराती संस्कृति की जड़ें इन्हीं मूल्यों में गहराई से जुड़ी हुई हैं।
दाऊदी बोहरा समुदाय: वफादारी, सेवा और सद्भाव का संदेश
प्रिंस डॉ. हुसैन बुरहानुद्दीन साहब, जो कि सैफी बुरहानी वेलफेयर फाउंडेशन के प्रमुख हैं, दाऊदी बोहरा समुदाय के आध्यात्मिक गुरु सैय्यदना मुफद्दल सैफुद्दीन के सुपुत्र हैं। सैय्यदना साहब का मार्गदर्शन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और नागरिक जिम्मेदारियों में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
इस अवसर पर प्रिंस डॉ. बुरहानुद्दीन ने यह संदेश दोहराया कि:
“दाऊदी बोहरा समुदाय के अनुयायी जिस भी देश में रहते हैं, उस देश की संप्रभुता, विकास और समृद्धि में भागीदार बनना अपना कर्तव्य समझते हैं। साथ ही, ईश्वर के सभी सेवकों के साथ प्रेम, सहयोग और सद्भाव बनाए रखना हमारे धर्म का मूल संदेश है।”
संवाद, शांति और परस्पर सहयोग का मजबूत संदेश
इस मुलाकात को दोनों देशों और समुदायों के बीच अंतर-सांस्कृतिक संवाद और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करने के एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है। यूएई नेतृत्व के खुले दृष्टिकोण और दाऊदी बोहरा समुदाय के सेवा मूलक दृष्टिकोण ने मिलकर इस मुलाकात को एक वैश्विक मानवीय मिसाल बना दिया।