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गाजा मामले में सउदी अरब की नीतियों के खिलाफ नई दिल्ली के सउदी दूतावास पर प्रदर्शन का ऐलान

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली / हैदराबाद

गाजा में इजरायली फौज द्वारा लगातार तबाही मचाने के बावजूद इसे रोकने के लिए अब तक अरब देशों के ठोस पहल नहीं करने से भारतीय मुसलमानों में भारी गुस्सा है. विशेष कर लोग सउदी अरब की नीतियों से बेहद खफा हैं, इसलिए इसके नई दिल्ली स्थित दूतावास पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है.

उत्तर प्रदेश के बरैली शहर के चर्चित इस्लामिक स्काॅलर और इत्तेहाद ए मिल्लत परिषद के संस्थापक मौलाना तौकीर रजा ने गाजा मामले में सउदी अरब की नीतियों के खिलाफ नई दिल्ली स्थित सउदी दूतावास पर प्रदर्शन का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, ‘‘शायद इसके बाद सउदी अरब अपनी गलतियों को सुधार ले.’’

दरअसल, सउदी अरब के प्रति भारतीय मुसलमानों का गुस्सा इस लिए बढ़ा है कि इजरायली हमले में अब तक 45 दिनों में 12 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. तमाम अस्पताल, स्कूल, शरणर्थी शिविर ध्वस्तर कर दिए गए हैं. सोशल मीडिया पर जो वीडियो और तस्वीरें आ रही हैं, उसके मुताबिक गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शफा को हमास का कमांडिंग सेंटर बताकर वहां भर्ती मरीजों को मारा जा रहा है.

इजरायल के हमले में अब तक पांच हजार से ज्यादा मासूम बच्चे मारे गए हैं. इजरायल गाजा पर कब्जा करने की नियत से वहां से लोगों को भगा रहा है. उनके खाने,पीने, बिजली, दूसरसंचार सेवा की सप्लाई काट दी है. गाजा से इजरायली फौज के अत्याचार के सोशल मीडिया पर ऐसे-ऐसे वीडियो और तस्वीरें आ रहे हैं, यदि उनपर यकीन किया जाए तो वहां बरबरियाता की हद पार कर दी गई है. बावजूद इसके इस्लामिक खासकर अरब देशों, तुर्की और ईरान ने अब तक कुछ भी ठोस नहीं किया है.

इस मामले में सउदी अरब का रवैया सबसे ज्यादा शर्मनाक रहा है. जब भी इजरायल के खिलाफ नाकेबंदी, हथियार और तेल की सप्लाई रोकने की बात आती है, वह सबसे पहले पीछे हट जाता है.

भारतीय मुसलमाना मक्का-मीदना की वजह से एक तरह से सउदी अरब को मुस्लिम हितैशी देश मानते हैं. कभी इस देश का रूख दुनिया के तमाम मुसलमानों के प्रति ऐसा ही था, पर अब वह मतलबी हो गया है. हद यह कि विजन 2030 के नाम पर सउदी अरब में नाचगाने का बाजार तेजी से बढ़ा है. इस इस्लामिक देश में अब वह तमाम गैर इस्लामिक गतिविधियां चलने लगी हैं, जिसे लेकर देश-दुनिया के मुसलमान पहले ही उसके मुखालिफ हो गए थे. गाजा मामले में अब सउदी अरब के खिलाफ लोग सड़कों पर आने लगे हैं.

तौकीर रजा का एक वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह सउदी अरब के रवैये को लेकर बेहद गुस्से में दिख रहे हैं. वह वीडिया में कहते सुनाई दे रहे हैं,‘‘ इजरायल गाजा पर बम गिरा रहा है. इंसानियत का कत्ल होते पूरी दुनिया देख रही है. लोगों के जमीन और मानवाधिकार मर गए हैं. खास तौर से अरब देशों का. सउदी अरब का रवैया बेहर बुरा है. इसके विरूद्ध नई दिल्ली के सउदी अरब दूतावास पर प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि अपनी गलती सुधार सके.’’

इसके अलावा शोसल मीडिया पर एक वीडियो महाराष्ट्र का भी वायरल हो रहा है. इसमें ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष सैयद मोईन ऐलान करते दिख रहे हैं कि हैदराबाद से 270 किलोमीटर और मुंबई से 650 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के नांदेड़ मंे रविवार को ईदगाह मैदान में एक विरोध प्रदर्श होगा जिसमें इजरायल की ज्यादतियों के मामले में तमाशबीन बने देशों की निंदा की जाएगी.’’ 39 सेकंड के इस वीडियो में गाजा में इजरायली हमले को लेकर बहुत सारी बातें कही गई हैं. खबर लिखने तक इस वीडियो को तकरीबन 17 हजार लोग देख चुके थे. वैसे इन वीडियो की सच्चाई को लेकर मुस्लिम नाउ कोई दावा नहीं करता.

दिल्ली पुलिस को इमामों को चेतावनी, फिलिस्तीन के लिए दुआ न करे

इधर, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि दिल्ली पुलिस के पास किसी को गाजा के लिए नमाज पढ़ने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है. उर्दू दैनिक इकबाल के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने इमामों को फिलिस्तीन के लिए दुआ करने से रोक दिया. गाजा में इजरायली बलों की आक्रामकता से जुड़ी मौजूदा स्थिति के संबंध में इमामों को दुआ और तकरीर के दौरान फिलिस्तीन का उल्लेख करने के खिलाफ उक्त पुलिस द्वारा चेतावनी दी गई है.

14 नवंबर को जारी नोटिस में कहा गया है कि इसका पालन न करने पर धार्मिक नेताओं को परिणाम भुगतने होंगे. इंकलाब ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पुरानी दिल्ली की एक मस्जिद में हस्तक्षेप किया और इमाम से कहा कि वह अपनी दुआ या भाषणों में इजराइल का जिक्र न करें.

बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली समेत इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया.उन्होंने कहा कि मजलूमों के लिए दुआ करना इस्लाम का अहम हिस्सा है. इजरायली रक्षा बलों की लगातार बमबारी और जमीनी हमलों के कारण तबाह हो रहे फिलिस्तीन और गाजा पट्टी के लिए दुनिया भर की मस्जिदों में प्रार्थना सभाओं का सिलसिला जारी है.

दोनों पक्षों के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनाशकारी गाजा संघर्ष ने फिलिस्तीनी और इजरायली दोनों पक्षों में 12,300 से अधिक लोगों की जान ले ली है. गाजा पट्टी स्वास्थ्य विभाग ने खुलासा किया कि 7 अक्टूबर को संघर्ष का मौजूदा चरण शुरू होने के बाद से 10,812 लोग मारे गए हैं.

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