वक्फ संशोधन बिल पर विरोध तेज, सोशल मीडिया से सड़कों तक विरोध
मुस्लिम नाउ ब्यूरो ,नई दिल्ली
वक्फ कानून में संशोधन को लेकर केंद्र सरकार के प्रयासों के खिलाफ देश के मुसलमान उठ खड़े हुए हैं. इस संशोधन बिल को खारिज कराने के लिए एक संगठित आंदोलन शुरू हो चुका है, जो मस्जिदों, सड़कों और सोशल मीडिया पर जोर पकड़ रहा है.
मुस्लिम नेता न केवल विपक्षी दलों से मिलकर इस बिल को रोकने की अपील कर रहे हैं, बल्कि स्टैंडिंग कमेटी तक अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए विशेष अभियान भी चला रहे हैं. जगह-जगह छोटी-छोटी सभाओं और प्रदर्शन के माध्यम से लोग इस संशोधन के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं. मस्जिदों से भी इस बिल के खिलाफ जागरूकता फैलाने की अपील की जा रही है.
सोशल मीडिया पर आंदोलन का असर साफ नजर आ रहा है. क्यूआर कोड और ड्राफ्ट साझा करके लोगों को अपने विरोध को रिकॉर्ड करने के तरीके बताए जा रहे हैं.
क्या आप वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ देशव्यापी विरोध में हमारा साथ देंगे?#AsaduddinOwaisi #AIMIM #WaqfAmendmentBill_2024 #WaqfBoardBill #IndianMuslims pic.twitter.com/iXjxZh0JuQ
— Asaduddin Owaisi Unofficial (@_asadowaisi) September 9, 2024
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य इस आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, और लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि वक्फ एक्ट में बदलाव से मस्जिदें, कब्रिस्तान और अन्य वक्फ संपत्तियां हाथ से निकल सकती हैं. उनका कहना है कि सरकार का यह कदम मुसलमानों की पहचान मिटाने का प्रयास है और वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का षड्यंत्र है.
एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया, “भारत में 21 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं. अगर 50 लाख लोग भी इस वक्फ बिल का विरोध करें, तो इसे रोका जा सकता है.” साथ ही यह बताया गया कि वक्फ बोर्ड की जमीन देश में तीसरे स्थान पर है, इसलिए इसका विरोध करना जरूरी है.
आप स्कैन कर के वक़्फ़ बिल को रिजेक्ट करें अपने मुहल्ले के हर मोबाइल से स्कैन कर के मेल भेज देना है #WaqfBoard #waqfamendmentact2024 #WaqfAmendmentBill_2024 #WaqfAmendmentBill #ابو_عبيدة pic.twitter.com/FaSItkb3Yi
— Md Ilyas(follow back 100%) (@isqtv3934) September 8, 2024
इस आंदोलन में विवादास्पद इस्लामिक विद्वान जाकिर नायक भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लोगों को इस मुद्दे पर जागरूक किया है. स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य जगदंबिका पाल ने भी लोगों से अपील की है कि वे अपनी शिकायतें दर्ज कराएं। इतना ही नहीं, कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, विरोध करने वालों ने इतनी ज्यादा संख्या में ईमेल भेजे कि सिस्टम क्रैश हो गया, जिसके बाद पोस्ट के जरिए विरोध दर्ज कराने का सुझाव दिया जा रहा है.
भारत में 21 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं, यदि 50 लाख लोग भी वक्फ बिल का विरोध करें तो फिर इसे रोका जा सकता है,
— Maharashtra Bandhu News (@BandhuNews_in) September 9, 2024
देश में वक्फ बोर्ड की जमीन तीसरे नंबर पर है, ऐसे में मुसलमान लोगों को इसका विरोध करने की जरूरत है.
भारत के मोस्ट वांटेड आरोपी,
: ज़ाकिर नाइक.#WaqfAmendmentBill_2024… pic.twitter.com/u2OkaLR5fM
बीजेपी सरकार के पिछले मुस्लिम विरोधी फैसलों जैसे तीन तलाक, अनुच्छेद 370, राम मंदिर और मदरसों को लेकर किए गए निर्णयों के चलते आम मुसलमानों के बीच यह चिंता बढ़ गई है कि धीरे-धीरे उनकी पहचान मिटाने की कोशिश हो रही है.
देश बचाने निकले हैं – आओ हमारे साथ चलो
— Mohazzib Pathan (@MohazzibPathan) September 9, 2024
मस्जिद बचाने निकले हैं – आओ हमारे साथ चलो#WaqfAmendmentBill_2024 pic.twitter.com/bfnV6TwHh3
मुसलमानों के इस संगठित विरोध से कट्टरपंथी हिंदू संगठन घबरा गए हैं. सोशल मीडिया पर हिंदुओं से वक्फ बिल का समर्थन करने की अपील की जा रही है. एक कट्टरपंथी पोस्ट में लिखा गया, “सोते हुए हिंदुओं, जागो और वक्फ संशोधन बिल का समर्थन दिखाओ, नहीं तो तुम्हारे साथ भी वही होगा जो बिहार में हुआ है.”
प्रिय सोते हुए हिंदुओं!
— Himanshu singh (@HimanshuR30718) September 9, 2024
जागो और वक्फ संशोधन बिल के प्रति समर्थन दिखाओ।
दूसरा पक्ष अपने सभी समुदाय के सदस्यों के बीच प्रचार अभियान चला रहा है।
अभी एकजुट हो जाओ,नही तो बिहार मे जो हुआ है कही आपके साथ ना हो जाए।
Waqf Act 1995 काला क़ानून है?#WaqfAmendmentBill_2024#SupremeCourt pic.twitter.com/43fXnciFhW
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि वक्फ कानून में बदलाव को लेकर मुसलमानों में गहरी बेचैनी और असंतोष है, और इसे लेकर चल रहे जागरूकता अभियान ने सरकार के खिलाफ एक व्यापक आंदोलन का रूप ले लिया है.