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रेलवे ने ओडिशा ट्रेन हादसे में सांप्रदायिक एंगल खारिज किया

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

सीबीआई ने ओडिशा के बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है. इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि सोरो रेलवे सिग्नल जूनियर इंजीनियर (जेई) और उसका परिवार 2 जून की रात से लापता है. इस रात ही ओडिशा में भयानक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना हुई थी, जिसें 292 लोग मारे गए और हजारों घायल हुए. सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है कि जूनियर इंजीनियर मुसलमान है.

हालांकि, पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने ऐसी खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि रेलवे के सारे कर्मचारी केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं.

सीपीआरओ आदित्य कुमार चैधरी ने स्पष्ट किया कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि बहनागा का एक कर्मचारी फरार और लापता है. यह तथ्यात्मक रूप से गलत है. ट्रेन हादसे के बाद से हमारा कोई भी अधिकारी ड्यूटी से अनुपस्थित नहीं रहा है. पूरा स्टाफ जांच का हिस्सा है. आवश्यकता पड़ने पर सीबीआई के सामने पेश होता है.

ध्यान रहे कि झूठे दावे के संबंध में सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि कनिष्ठ अभियंता के घर पर 2 जून से ताला लगा हुआ है. कई लोगों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी अल्पसंख्यक समुदाय के हैं.6 जून को, रेलवे बोर्ड के सुझावों और बालासोर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के बाद, सीबीआई ने ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना की जांच अपने हाथ में ले ली है.

रेलवे सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सीबीआई ने सबूत हासिल करने के लिए बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन पर रिले रूम और अन्य उपकरणों को सील कर दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा रेलवे कर्मचारियों से पूछताछ की गई ह. उनके मोबाइल, लॉग बुक और डिजिटल लॉग फॉरेंसिक जांच के लिए जब्त कर लिए गए हैं.

2 जून को चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस बीच विपरीत दिशा से आ रही हावड़ा जाने वाली यशवंतपुत सुपरफास्ट एक्सप्रेस के तुरंत बाद, कोरोमंडल से टकरा गई, जिससे कई डिब्बे पटरी से उतर गए. इसमें 292 लोगों की जान चली गई और हजारों घायल हो गए.

विपक्षी दलों ने दुर्घटना के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है.तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, यह इस सदी की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना ह. इसकी उचित जांच होनी चाहिए. सच्चाई सामने आनी चाहिए. टक्कर रोधी प्रणाली काम क्यों नहीं करती है? इसका भी पता लगाना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और रेल मंत्री वैष्णव द्वारा जानकारी दी गई, ने कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.