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RRB-NTPC Protest : ‘ खान सर ’ ने छात्रों को भड़काने के लिए किसे दोषी ठहराया ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,पटना

 
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) और .Non technical popular categories (एनटीपीसी) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों का आंदोलन हिंसक होता जा रहा है. तमाम उपाय किए जाने के बावजूद छात्रों का गुस्सा है कि थम ही नहीं रहा है. स्थिति यह है कि बिहार के गया में छात्रों ने यार्ड में खड़ी एक गाड़ी में आग लगा दी और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर उत्पात मचाया. हालांकि रेल मंत्री ने भर्ती में अनियमित्ता की जांच कराने और गड़ी बड़ियों को सुधारने का भरोसा दिलाया है, इसके बावजूद छात्रों का प्रदर्शन जारी है.

बुधवार को छात्रों ने कई जगहों पर हंगामा किया और कई ट्रेनों में आग लगा दी. इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से छात्रों के साथ शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति बनाई गई है. कमेटी 4 मार्च को इस मामले में अपनी रिपोर्ट देगी. इस बीच राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाने में प्रतियोगी परीक्षाएं कराने के आरोप में छह शिक्षकों और कोचिंग संचालक खान सर समेत 300 से 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पत्रांकर नगर थाना प्रमुख मनोरंजन भारती ने अपने बयान पर थाने में मामला दर्ज कराया है. खान सर के अलावा एसके झा, नवीन सर अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल प्रताप वर्मा सर सहित मार्केट कमेटी के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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दरअसल, गिरफ्तार छात्रों किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विकास कुमार ने पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी के सामने बयान दिया था, जिसमें इन शिक्षकों के नाम का जिक्र था. इन सभी कोचिंग संचालकों और शिक्षकों के खिलाफ छात्रों को भड़काऊ भाषण देने के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. कोचिंग स्टाफ पर छात्रों को भड़काने का आरोप है. ऐसे में कोचिंग के मामले में सबसे चर्चित खान सर पर भी आरोप लगे हैं. हालांकि खान सर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है.

आरआरबी अधिसूचना से मामला गड़बड़ा गया

मीडिया से बात करते हुए, खान सर ने कहा कि आरआरबी ने सभी छात्रों से सुझाव लेने के लिए अच्छे कदम उठाए हैं और एक समिति बनाई है. आरआरबी द्वारा आज उठाया गया कदम अगर 18 जनवरी को उठाया जाता तो इतना हंगामा नहीं होता. खान सर ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि 24 जनवरी को जब एनटीपीसी के करीब 500 छात्र राजेंद्र नगर टर्मिनल पर हंगामा कर रहे थे तो आरआरबी ने 3 बजे ग्रुप डी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया.

स्नातक और इंटर्नशिप उम्मीदवारों की बराबरी करना ठीक नहीं

खान सर ने कहा कि वास्तव में एनटीपीसी के छात्र सोच रहे थे कि कोई अच्छी खबर होगी, लेकिन आरआरबी की अधिसूचना ने आग में घी का काम किया. बोर्ड का नोटिफिकेशन ग्रुप डी के लिए था. अधिसूचना में बताया गया कि अब ग्रुप टी उम्मीदवारों की मुख्य परीक्षा ली जाएगी. ऐसे में ग्रुप डी सिंगल परीक्षा के डेढ़ करोड़ छात्र जो मीडिया के माध्यम से एनटीपीसी के छात्रों का हंगामा देख रहे थे, वे परीक्षा की बात से भड़क गए और एनटीपीसी के छात्रों के हांगामे में शामिल हो गए. अभी जो हंगामा हो रहा है, वह यह है कि ग्रुप डी में छात्रों की संख्या ज्यादा है. यह सब आरआरबी की गलती है.

विरोध करने पर मजबूर हुए छात्र

खान सर ने कहा कि एनटीपीसी ने पहले ही एक गलती कर दी है जिससे छात्र नाराज हैं. वहीं आरआरबी ने नोटिफिकेशन जारी कर हंगामा और बढ़ा दिया. खान सर ने कहा कि आरआरबी ने आग में घी डालने का काम किया. आरआरबी की गलती के चलते छात्र सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए. आरआरबी द्वारा ली गई एनटीपीसी सीबीटी-1 परीक्षा में बोर्ड ने स्नातक और इंटरमीडिएट दोनों छात्रों को एक साथ बैठाया.

रिजल्ट देने में भी हुई थी गलती

खान सर ने आगे कहा कि इंटर और ग्रेजुएशन के छात्रों को एक ही प्रश्न पत्र दिया गया था, जबकि कट ऑफ अलग रखा गया था. स्नातकों के लिए कट ऑफ अलग था, जबकि इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए कट ऑफ अलग था. ऐसे में ग्रेजुएट्स का वजन जरूर भारी होगा. दोनों के संयोजन में कुछ भी गलत नहीं है. इंटरमीडिएट के लोगों को 20 गुना रिजल्ट देने को कहा गया, लेकिन 10 गुना रिजल्ट ही मिला. हालांकि, अब आरआरबी ने परीक्षा स्थगित कर दी है.

खान सर ने की रेलवे की पहल की तारीफ

खान सर ने यह भी कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने अब इसके लिए एक कमेटी बनाई है. समिति सफल और असफल उम्मीदवारों की शिकायतों की सुनवाई करेगी. समिति दोनों पक्षों को सुनने के बाद रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी. उम्मीदवार 16 फरवरी, 2022 तक समिति को अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. उसके बाद रेल मंत्रालय आगे फैसला करेगा. खान सर ने कहा, ‘‘उनके बारे में अफवाहें फैलाई गई हैं और कहा गया है कि हमने नाराज छात्रों को भड़काया है.‘‘

खान सर की अपील

बता दें कि खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. उन्होंने छात्रों से अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण रखने की भी अपील की है. कहा कि अगर उन्होंने हिंसा का सहारा लिया तो कोई भी उनका समर्थन नहीं करेगा. हालांकि, पत्रकार नगर थाने में खान सर सहित छह कोचिंग संचालकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 151, 152, 186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 व 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. दर्ज किया गया है. आरोप है कि खान सर ने छात्रों को भड़काया है.

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कुछ बातें खान सर के बारे में

खान सर पटना में कोचिंग चलाने के अलावा यूट्युबर भी हैं. उनके यूट्यूब चैनल के 14.4 मिलियन सब्सक्राइबर हैं. अपने यूट्युब चैनल के जरिए वह ज्ञान और राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाते हैं. एक बार मुसलमानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण बुरी तरह फंस गए थे. इसके बाद लोग उनके धर्म और जन्म स्थान का पता लगाने में लग गए . हालांकि आज तक पता नहीं चला है कि खान सर हिंदू हैं या मुसलमान. सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें आ चुकी हैं जिससे पता चलता है कि वह हिंदू हैं, पर नाम खान रख रखा है. कोचिंग तो पटना में चलाते हैं, पर रहने वाले यूपी के हैं.