आरएसएस की नसीहत बेअसर, गोरक्षा के नाम पर फिर मेवात के दो मुसलमान को जिंदा जलाया, परिजनों की राजस्थान सरकार से आर्थिक मदद की गुहार
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,जयपुर चंडीगढ़
आरएसएस कई बार गोकशी के नाम पर जघन्य हत्या न करने की अपील कर चुका है, पर उसके ही संगठन इसकी परवाह नहीं करते. इसके लठैत संगठन बजरंग दल के लोगों ने संघ की नसीहतांे को दरकिरान कर फिर मेवात के दो लोगों को कथित तौर पर जिंदा जला दिया. अफसोसनाक पहलू यह है कि इस संगीन अपराध में उसके संगठन का हाथ है या नहीं ? आरएसएस की ओर से अब तक कोई बयान भी नहीं दिया गया है. उधर, मृतकांे के परिजनों ने अपने लोगों को खोने के बाद राजस्थान सरकार से 51-51 लाख रूपये मुआवजे की मांग की है.
रिपोर्टस के अनुसार, राजस्थान के भरतपुर से गाय तस्कर होने के संदेह में अगवा किए गए दो युवकों के जले हुए अवशेष पड़ोसी राज्य हरियाणा के भिवानी में एक एसयूवी में मिले. युवकों के परिजनों का आरोप है कि उन पर हमला करने वाले बजरंग दल के सदस्य और हरियाणा के पुलिसकर्मी थे. परिजनों का आरोप है कि बुधवार को युवकों का अपहरण कर लिया गया. 22 घंटे बाद गुरुवार को भरतपुर से 200 किलोमीटर दूर उनके कंकाल मिले. पुलिस ने उनकी पहचान जुनैद और नासिर के रूप में की.
सूत्रों ने कहा कि मृतकों में से एक पर गाय की तस्करी का आरोप था. उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. संदेह व्यक्त किया गया कि यह गाय तस्करी से जुड़ा मामला हो सकता है.पुलिस और एफएसएल की टीमें मामले की जांच कर रही है. डीएनए के नमूने एकत्र कर लिए गए हैं.
एसएचओ राम नरेश मीणा ने कहा कि जुनैद और नसीर ड्राइवर थे. दोनों के दोस्त इस्माइल ने बुधवार रात उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि बुधवार सुबह, जब दोनों भरतपुर से निकले, तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया.पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने हरियाणा पुलिस को सूचना दी कि बोरवास की बनी (भिवानी) के पास एक जली हुई गाड़ी में दो कंकाल देखे गए हैं.
राजस्थान पुलिस की टीम जब वहां पहुंची, तो पता चला कि यह वही गाड़ी है, जिसका जिक्र गुमशुदगी की शिकायत में किया गया था. परिजनों के वहां पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम कराया गया. आगे की जांच चल रही है.भिवानी के पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि उन्होंने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी है.
प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि दोनों की मौत उनके वाहन में आग लगने के बाद हुई और आरोपी सबूत नष्ट करने के लिए वाहन को सुनसान जगह पर ले गए.
पुलिस से की शिकायत में, जुनैद के भाई इस्माइल ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं, गौ रक्षकों और नूंह में फिरोजपुर झिरका की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीम पर दोनों की पीट-पीट कर हत्या करने और उनके शवों को वाहन में आग लगाने का आरोप लगाया.
उनके अनुसार,हमारे पास चश्मदीद गवाह हैं जो कहते हैं कि गौ रक्षक और सीआईए टीम ने दोनों को रोका. डरकर उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनके वाहन में टक्कर मार दी. लोगों ने पुलिसकर्मियों और सात-आठ गौ रक्षकों को पीड़ितों को सीआईए की गाड़ी में घसीट कर ले जाते देखा.
इस्माइल ने आरोप लगाया, उन्हें बुरी तरह पीटने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता और सीआईए की टीम उन्हें फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने ले गई, लेकिन वहां के पुलिसकर्मियों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हिरासत में लेने से इनकार कर दिया.
यहां उल्लेखनीय है कि बजरंग दल आरएसएस का ही संगठन है.आरएसएस के साथ कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवी मुसलमानों को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं. मगर इस घटना पर अफसोस के एक शब्द भी उसकी ओर से अब तक नहीं कहे गए हैं.
ग्रामीणों का अंतिम संस्कार से इनकार, प्रत्येक परिजन के लिए 51 लाख रुपये की मांग
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में शुक्रवार को दो स्थानीय लोगों के जले हुए शव मिलने के मद्देनजर राजस्थान के भरतपुर में सामुदायिक पंचायत आयोजित की गई, जहां मृतकों के परिवारों ने 51 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की. मांग पूरी न होने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. बैठक के लिए भरतपुर के आसपास के गांवों के कई लोग घाटिका गांव पहुंचे, जहां राजस्थान की मंत्री जाहिदा खान भी मौजूद थीं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 35 वर्षीय जुनैद और 28 वर्षीय नासिर की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
उन्होंने कहा- हरियाणा में भरतपुर के घाटमिका के दो निवासियों की हत्या निंदनीय है. राजस्थान और हरियाणा पुलिस समन्वय में कार्रवाई कर रही है. एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है और शेष आरोपियों की तलाश जारी है. राजस्थान पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
पहले परिवार 20 लाख रुपये के मुआवजे पर राजी हो गया था, लेकिन फिर मंत्री के लौटते ही अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. परिजनों ने कहा कि 20 लाख रुपये की राशि बहुत कम है. समुदाय के लोगों ने तीन घंटे तक बैठक की. इस बीच, मंत्री ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. भरतपुर में गोपालगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान रिंकू सैनी के रूप में की है.
घाटमिका गांव हरियाणा सीमा के पास है. जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने बुधवार को भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में दोनों के अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया था. जिसमें अब हत्या का आरोप जुड़ गया है. जुनैद और नासिर दोनों के शव गुरुवार रात घाटमिका गांव पहुंचे, जिसके बाद गांव में कोहराम मच गया. गांव में तनाव का माहौल है और तीन थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है.
परिजनों का आरोप है कि बुधवार की सुबह उनकी एसयूवी को गो-तस्करी के शक में रोका गया, फिरोजपुर-झिरका की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए) की टीम वहां मौजूद थी. दोनों युवकों को पहले जमकर पीटा और अधमरी हालत में बजरंग दल की टीम को सौंप कर थाने ले गए. लेकिन पुलिस ने उनकी हालत देखकर उन्हें हिरासत में लेने से मना कर दिया.
यहां एक बात और उल्लेखनीय है. राजस्थान की मंत्री जाहिदा खान हरियाणा के बीजेपी नेता और नूंह के पूर्व विधायक जाकिर हुसैन की बहन हैं. इसके बावजूद हरियाणा की बीजेपी की सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की कोई बात नहीं की है, जबकि जिस तरह के आरोप लगाए हैं, उससे घटनास्थल मेवात ही नजर आ रहा है.