आरएसएस ने कहा-धर्मांतरण से जनसंख्या असंतुलन ठीक करने को चलाया जा रहा घर वापसी अभियान, यूपी के पांच मुसलमान फिर हिंदू बने
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, प्रयागराज
आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि धर्म परिवर्तन और बांग्लादेश से पलायन जनसंख्या असंतुलन का कारण बन रहे हैं. इसे ठीक करने के लिए घर वापसी अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने धर्मांतरण विरोधी कानूनों को सख्ती से लागू करने का आह्वान किया. इस बीच यूपी के मुजफ्फनगर के एक मुस्लिम परिवार के पांच सदस्यांे ने दूबारा हिंदू धर्म अपना लिया.
आरएसएस महासचिव ने यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यसमिति की चार दिवसीय बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन धर्मांतरण पर जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने कहा कि परिणाम के रूप में घर वापसी का एक अनुकूल परिणाम हुआ है. संघ परिवार का हिंदू धर्म में वापस लाने का यह प्रयास है. उन्होंने दावा किया हिंदुआं का इस्लाम और ईसाई धर्म जैसे धर्मों में परिवर्तित हुआ है.
उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए मौजूदा कानूनों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है.यह उत्तर प्रदेश सहित कुछ राज्यों में कानूनों का एक स्पष्ट संदर्भ है, जो विशेष रूप से विवाह के माध्यम से बल या प्रलोभन द्वारा धर्मांतरण को प्रतिबंधित करते हैं.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी 16 से 19 अक्टूबर तक प्रयागराज में हुई बैठक में शामिल हुए.होसाबले ने दावा किया कि धर्मांतरण के बाद घुसपैठ जनसंख्या असंतुलन का दूसरा सबसे बड़ा कारण है.
बांग्लादेश से घुसपैठ के कारण जनसंख्या असंतुलन पूर्णिया और कटिहार सहित उत्तरी बिहार के जिलों और अन्य राज्यों में देखा गया है. होसबोले प्रयागराज जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गोहनिया में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.आरएसएस नेता ने कहा कि जिन्होंने अपना धर्म बदल लिया है उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए.
उन्होंने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के जी बालकृष्णन के नेतृत्व में गठित समिति का उल्लेख किया कि क्या अन्य धर्मों को अपनाने वाले समुदायों को अनुसूचित जाति का दर्जा मिलना चाहिए.होसबले ने कहा कि बैठक में हिंदू समुदाय की सामाजिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी चर्चा हुईउन्होंने कहा,“महिलाएं हर क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं. सामाजिक कार्यों में निर्णय लेने में उनकी भूमिका भी बढ़नी चाहिए.
आरएसएस ने कहा कि 372 संघ कार्यकर्ता बैठक में शामिल हुए.होसबले ने कहा कि पिछले दो वर्षों में 3,000 से अधिक युवा संघ में शामिल हुए हैं और एक वर्ष में आरएसएस की शाखाओं की संख्या 54,382 से बढ़कर 61,045 हो गई है.
उन्होंने कहा कि 2010-11 में शुरू किए गए आरएसएस से जुड़े मंच के माध्यम से 1,30,000 से अधिक लोग संघ में शामिल हुए हैं.होसाबले ने कहा कि सरसंघचालक मोहन भागवत ने पूर्वोत्तर राज्यों मेघालय और मणिपुर का दौरा किया है और वहां के आदिवासी समुदायों में हिंदू गौरव की भावना को जगाया है.आदिवासी समुदाय के लोगों ने वहां सरसंघचालक को आमंत्रित करना शुरू कर दिया है.आरएसएस अपना शताब्दी वर्ष 2025 में मनाएगा.
यूपी में मुस्लिम परिवार के 5 सदस्य ने अपनाया हिन्दू धर्म
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बघरा में स्थित योग साधना यशवीर आश्रम में महंत स्वामी यशवीर जी महाराज के सानिध्य में बिजनौर जिले के एक मुस्लिम परिवार के पांच सदस्य शुद्धि यज्ञ में गायत्री मंत्रों के साथ आहुति देने के बाद हिंदू धर्म को अपनाया. इस परिवार के सभी 5 सदस्यों के नाम भी बदल दिए गए. अब मुस्कान को पूजा सैनी, सानिया को सीमा सैनी तो अरमान को हिमांशु सैनी कहा जाएगा. इसी तरह से परिवार के अन्य सदस्यों का नया नामकरण भी हुए. योग साधना यशवीर आश्रम में महंत स्वामी यशवीर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में आचार्य मृगेंद्र ब्रहमचारी ने वेद मंत्रों से विधि विधान से हवन-पूजन कराकर एक परिवार के इन 5 सदस्यों की शुद्धि की.
मोहम्मद अहमद का कहना है कि उनके माता-पिता हिंदू थे. बाद में किसी वजह से इस्लाम कबूल लिया. अब वह दोबारा हिन्दू धर्म में वापसी कर रहे हैं.महंत यशवीर जी महाराज ने जिले के मदरसों पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जाता है. पुलिस-प्रशासन को मदरसों की जांच करनी चाहिए.
उन्होंने ने कहा कि प्रदेश में पूर्व की सरकारों के कार्यकाल में हिंदुओं का उत्पीड़न कर उन्हें डराकर मुस्लिम बनाया जाता था.अब प्रदेश में दूसरी बार योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने और माहौल ठीक होने पर पहले धर्म छोड़ गए लोग पुनरू हिंदू धर्म में वापसी कर रहे हैं. जो धर्मबदल कर चले गए थे अब उनका स्वाभिमान जाग रहा है और वह वापसी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बिजनौर के निवासी मुस्लिम परिवार के 5 सदस्यों ने बघरा में यशवीर आश्रम में आकर अपने धर्म में पुनरू वापसी की है. इन सभी लोगों और बच्चों को गंगाजल से आचमन कराकर जनेऊ धारण कराया.इसके बाद लाल धागे में ओम की माला उनके गले में डाली गई. मुख्यतः वेद मंत्रों और गायत्री मंत्र से हवन कराया गया. उन्होंने बताया कि जिन आठ लोगों ने हिंदू धर्म में पुनरू वापसी की हैं उनके नाम भी धर्म के आधार पर बदलकर रख दिए गए हैं. मोहम्मद अहमद को संदीप सैनी, मुस्कान को पूजा सैनी, अरमान को हिमांशु सैनी, सानिया को सीमा सैनी तो अलीना को जाह्न्वी सैनी बना दिया गया है.