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बिहार विद्यालय बोर्ड के मैट्रिक की परीक्षा में रुमान अशरफ टॉपर

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, पटना

बिहार में इस बारे के इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा में मुस्लिम बच्चे कामयाबी का झंडा बुलंद किए हुए हैं.एक सप्ताह के अंदर बोर्ड परीक्षा में दो मुस्लिम बच्चों ने सूबे भर में टाॅप आकर सबको चौंका दिया.कुछ दिनों पहले इंटरमीडिएट आर्ट्स की परीक्षा में अररिया जिले की मोहद्दसा टॉपर रही

थी. शुक्रवार को आए मैट्रिक के परीक्षा परिणाम में शेखपुरा के रुमान अशरफ ने टॉप कर समुदाय को गौरवान्वित कर दिया.उनके पिता शिक्षक हैं. रूमान आगे चलकर सेना में अफसर बनना चाहते हैं. उनका सपना एनडीए क्रैक करने है.

कौन है रुमान?

रुमान अशरफ के पिता नजीबुर रहमान शेखपुरा शहरी क्षेत्र के अहियापुर स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं. रुमान का मूल घर जिला के चेवाड़ा थाना के चकंदरा गांव हैं.रुमान मिडिल क्लास फैमिली से आता है.इस्लामिया उच्च विद्यालय का छात्र है.इस्लामिया उच्च विद्यालय के सचिव शमवील हैदर बताते हैं कि मध्यम वर्गीय परिवार से होने के बावजूद रूमान पढ़ने में तेज था.उसने न सिर्फ शेखपुरा बल्कि स्कूल का भी नाम रौशन किया है.इसके लिए उसे ढेरों बधाई और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.गौरतलब है कि राज्य में 489 अंक लाकर रुमान अशरफ ने टॉप किया है..रुमान कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी में स्कूल टीचर के साथ-साथ घर में माता-पिता का भी सहयोग मिला. रूमान कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए रोज घर में 5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी की, जो स्वयं से समझ में नहीं आता, उसके लिए इंटरनेट मीडिया का उपयोग करते. रुमान ने दूसरे विद्यार्थियों को भी सफलता के लिए मन से पढ़ाई करने की सलाह दी है.

देश सेवा का जज्बा

रूमान भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहता है. इसके लिए वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की परीक्षा क्रैक करने का जज्बा रखता है.रुमान का पसंदीदा विषय समाजशास्त्र है.सेना में जाने की इच्छा को लेकर कहते हैं कि कुछ बनकर देश सेवा करना ही उनका सबसे बड़ा सपना है. देश सेवा के लिए सेना से बढ़कर कोई क्षेत्र नहीं हो सकता है. रुमान बताते हैं कि पढ़ाई में सेल्फ स्टडी बहुत बड़ा हथियार है और हमने यही हथियार अपनाकर यह सफलता पाई.परीक्षा की तैयारी में कुछ विषयों की ट्यूशन भी ली लेकिन अधिक समय घर पर रहकर सेल्फ स्टडी में दिया

रुमान 97.8 : (489) अंक के साथ बने टॉपर

इस बार टॉप-10 में कुल 90 स्टूडेंट शामिल हैं. इसमें 33 लड़कियां हैं. टॉपर मोहम्मद रुम्मान अशरफ को 97.8ः (489) अंक मिले हैं.जबकि सेकंड टॉपर नम्रता और ज्ञानी अनुपमा को 97.2ः(486) अंक मिले हैं.सिर्फ 37 दिन में 16 लाख छात्रों का रिजल्ट जारी किया गया है. इसके लिए टॉपर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन पहले ही हो चुका है. इस परीक्षा में कुल 4 लाख 73 हजार 615 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं. 5 लाख 11 हजार 623 स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीजन से और 2 लाख 99 हजार 518 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं.