सऊदी अरब का सीरिया पर लगे प्रतिबंध हटाने का आह्वान, वैश्विक सहयोग और मानवीय सहायता की अपील
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लामा अलहमवी , रियाद
सीरिया पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने की जोरदार वकालत करते हुए सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने रियाद में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक के दौरान कहा कि इन प्रतिबंधों ने सीरिया के पुनर्निर्माण और विकास को बाधित कर दिया है.
उन्होंने सीरियाई लोगों की आकांक्षाओं का सम्मान करने और उनके पुनर्निर्माण प्रयासों को समर्थन देने के लिए प्रतिबंध हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया.
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रियाद में उच्चस्तरीय बैठक
रियाद में आयोजित इस बैठक में सीरिया, जॉर्डन, लेबनान और तुर्की सहित क्षेत्र के कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. यूरोपीय संघ (ईयू), संयुक्त राष्ट्र (यूएन), और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के अधिकारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया. बैठक में सीरिया के हालिया राजनीतिक और सामाजिक सुधारों पर चर्चा की गई और देश के पुनर्निर्माण और स्थिरता के लिए आवश्यक कदमों पर सहमति व्यक्त की गई.
सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल ने कहा, “हमने सीरिया पर लगाए गए एकतरफा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने के महत्व पर जोर दिया. इन प्रतिबंधों के चलते सीरियाई लोगों की विकास और पुनर्निर्माण की आकांक्षाएं अधूरी रह गई हैं.”
सीरियाई नेतृत्व और अंतरराष्ट्रीय समर्थन
बैठक में सीरियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व हाल ही में नियुक्त विदेश मंत्री असद हसन अल-शैबानी ने किया. उनके नेतृत्व में सीरिया ने अपनी प्रतिबद्धता जताई कि देश के पुनर्निर्माण के लिए समावेशी नीतियां और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएंगे.
प्रिंस फैसल ने कहा कि प्रतिभागियों ने सीरिया में सकारात्मक कदमों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब सीरिया के नए नेतृत्व को सहयोग और समर्थन देना चाहता है, साथ ही देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता का सम्मान करता है. उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी अरब मानवीय और आर्थिक सहायता जारी रखेगा ताकि सीरियाई शरणार्थियों की वापसी और देश की स्थिरता के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया जा सके.
यूरोपीय संघ और जर्मनी का दृष्टिकोण
यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की आयुक्त काजा कैलास ने कहा कि यूरोपीय विदेश मंत्री जल्द ही प्रतिबंधों को कम करने के संभावित तरीकों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने इस प्रक्रिया के लिए तीन प्रमुख कारकों का उल्लेख किया:
- सरकार में सभी समूहों की समावेशिता.
- कट्टरपंथी तत्वों से दूरी.
- महिलाओं की भागीदारी.
जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने एक “स्मार्ट दृष्टिकोण” का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि गृहयुद्ध के दौरान गंभीर अपराधों के लिए जिम्मेदार असद सरकार के अधिकारियों पर प्रतिबंध लागू रहने चाहिए, लेकिन सीरिया के लोगों की भलाई के लिए प्रतिबंधों की समीक्षा की जानी चाहिए.
बैरबॉक ने यह भी घोषणा की कि जर्मनी सीरिया के लिए मानवीय सहायता में €50 मिलियन ($51.3 मिलियन) का योगदान करेगा. उन्होंने कहा, “सुरक्षित और स्थिर सीरिया की कुंजी इस क्षेत्र और सबसे पहले सीरियाई लोगों के हाथों में है.”
गोलान हाइट्स पर सऊदी अरब का कड़ा रुख
सऊदी अरब ने इजरायल द्वारा कब्जे वाले गोलान हाइट्स में बस्तियों के विस्तार की निंदा की. राज्य ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर ठोस कार्रवाई करने और सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आह्वान किया. सऊदी अरब ने यह भी दोहराया कि गोलान हाइट्स सीरिया की वैध भूमि है और इसे इजरायल के कब्जे से मुक्त करने के प्रयास किए जाने चाहिए.
मानवीय सहायता और पुनर्निर्माण की आवश्यकता
बैठक में सहमति व्यक्त की गई कि सीरिया में मानवीय और आर्थिक सहायता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि किंगडम सीरिया के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और वैश्विक समुदाय से अपील की कि वे देश के पुनर्निर्माण और स्थिरता में सहयोग करें.
सीरिया पर प्रतिबंधों को लेकर रियाद की बैठक ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे पर बहस को नई दिशा दी है. जहां एक ओर सऊदी अरब और अन्य देशों ने प्रतिबंध हटाने की अपील की है, वहीं यूरोपीय संघ और जर्मनी जैसे देश इसे सशर्त मानवीय दृष्टिकोण से देख रहे हैं.
सऊदी अरब ने सीरियाई लोगों और उनके विकल्पों के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की और देश की संप्रभुता और स्थिरता को प्राथमिकता देते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया. यह बैठक सीरिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जो देश के भविष्य को एक नई दिशा देने में सहायक होगी.