सऊदी इस्लामिक मामलों के मंत्रालय की नेपाल में सह-अस्तित्व पर संगोष्ठी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,रियाद
सऊदी अरब के इस्लामिक मामलों के मंत्रालय, दावा और मार्गदर्शन (Dawah and Guidance ) ने सोमवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू में इस्लाम के समाहा का प्रदर्शन और सह-अस्तित्व और सामाजिक शांति को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका (Demonstrating the Samahah of Islam and its Role in Promoting Coexistence and Social Peace) शीर्षक से एक संगोष्ठी आयोजित की.
यह कार्यक्रम भारत में सऊदी दूतावास के धार्मिक अताशे के सहयोग से आयोजित किया गया. इसमें विभिन्न इस्लामी संघों और संगठनों के 170 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया.डॉ अव्वाद बिन सब्ती अल-अंजी ने कहा कि किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में देश उदारवादी इस्लाम और वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्ध है.
संगोष्ठी का उद्देश्य इस्लामी शिक्षाओं में समाहा – सहिष्णुता या क्षमा – की अवधारणा को प्रदर्शित करना है.नेपाल में मुस्लिम आयोग के अध्यक्ष डॉ समीम मिया अंसारी ने स्वागत भाषण दिया. किंगडम के मंत्रालय में इस्लामी मामलों के अवर सचिव अव्वाद बिन सब्ती अल-अंजी अतिथि वक्ता थे.
अल-अंजी ने कहा कि किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में, राज्य उदारवादी इस्लाम और वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्ध है.उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के नेता अन्याय, आक्रामकता और आतंकवाद को रोकना चाहते हैं. सऊदी अरब इस बात के लिए एक आदर्श है कि इस्लाम का पालन कैसे किया जाना चाहिए.
एक भाषण में, नेपाली नेशनल असेंबली के स्पीकर गणेश प्रसाद ने किंगडम को उसके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और दुनिया भर के सभी देशों में सह-अस्तित्व और धार्मिक सहिष्णुता के महत्व पर जोर दिया.