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इस्लामाबाद में SCO शिखर सम्मेलन: क्षेत्रीय सहयोग, आतंकवाद और पर्यावरण पर चर्चा

बशीर चौधरी, इस्लामाबाद

इस्लामाबाद में आज से शुरू हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के 23वें शिखर सम्मेलन ने वैश्विक राजनीति का ध्यान अपनी ओर खींचा है. जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, पर्यावरणीय चुनौतियों और आतंकवाद-निरोध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी. इस ऐतिहासिक आयोजन की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ करेंगे, जो सभी सदस्य देशों के प्रमुखों का स्वागत करेंगे.

SCO का बढ़ता महत्व और इस्लामाबाद शिखर सम्मेलन की विशेषता

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) पिछले कुछ वर्षों में एशिया और यूरेशिया में एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय संगठन के रूप में उभरा है. 2001 में स्थापित इस संगठन का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच सुरक्षा, स्थिरता और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है. इस वर्ष का शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद में आयोजित हो रहा है, जो बदलती वैश्विक स्थिति और क्षेत्रीय गुटों के बढ़ते महत्व के कारण विशेष रूप से महत्वपूर्ण है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने उद्घाटन भाषण में पाकिस्तान की इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका और एससीओ जैसे बहुपक्षीय प्लेटफार्मों के माध्यम से शांति, स्थिरता और आर्थिक विकास के प्रति देश की प्रतिबद्धता पर जोर देंगे. उनके भाषण के बाद, सदस्य देशों के नेता अपनी-अपनी क्षेत्रीय चुनौतियों पर प्रकाश डालेंगे और संगठन के ढांचे के तहत सामूहिक रूप से उन चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.

क्षेत्रीय चुनौतियों और आर्थिक सहयोग पर विचार-विमर्श

शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद-निरोध, व्यापार साझेदारी, बुनियादी ढांचे का विकास, और संयुक्त सुरक्षा उपायों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी. इसके अलावा, कुछ प्रमुख समझौतों और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे, जो सदस्य देशों के बीच सहयोग को और अधिक मजबूत करेंगे.

खासकर व्यापार गलियारों, ऊर्जा सहयोग और क्षेत्रीय विकास परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी. इस्लामाबाद में हो रही यह बैठक, सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगी. चीन की बेल्ट एंड रोड पहल (BRI) के तहत क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और विकास परियोजनाओं को गति देने पर भी गहन चर्चा होगी.

पाकिस्तान, जो इस शिखर सम्मेलन का मेजबान देश है, विशेष रूप से व्यापार संबंधों को बढ़ाने और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए तैयार है. विदेश कार्यालय के अनुसार, पाकिस्तान इस शिखर सम्मेलन को एक अवसर के रूप में देख रहा है, जहां वह क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए अपनी भूमिका को और अधिक सुदृढ़ कर सकता है.

सुरक्षा उपाय और शिखर सम्मेलन का प्रभाव

SCO शिखर सम्मेलन के अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस्लामाबाद के रेड जोन की ओर जाने वाली सभी प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया गया है और फुलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. फैसल एवेन्यू, आईजेपी रोड, कश्मीर हाईवे और अन्य मुख्य मार्गों को सम्मेलन के दौरान यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.

इस्लामाबाद में 14 से 16 अक्टूबर तक सभी प्रकार के भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है, और इसके अलावा स्थानीय स्तर पर छुट्टी भी घोषित की गई है ताकि यातायात और सुरक्षा में व्यवधान न हो.

सम्मेलन में प्रमुख नेताओं की भागीदारी

शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए SCO के सदस्य देशों के कई प्रमुख नेता इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं. चीन के प्रधानमंत्री, ताजिकिस्तान के प्रधानमंत्री कोहर रसूलजादा, कजाकिस्तान के प्रधानमंत्री उल्जास बेक्टिनोव, बेलारूस के प्रधानमंत्री रोमन गोलोवचेंको, और तुर्कमेनिस्तान के मंत्रिमंडल के उपाध्यक्ष राशिद मिरदोव जैसे वरिष्ठ नेता पहले ही पाकिस्तान आ चुके हैं.

भारत के विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर भी इस्लामाबाद पहुंचे हैं और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में हिस्सा लिया. यह रात्रिभोज सम्मेलन की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया, जिसमें मध्य एशियाई देशों के प्रधानमंत्रियों और शासनाध्यक्षों ने भी भाग लिया.

सम्मेलन के दौरान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं, जिनमें व्यापार, निवेश, ऊर्जा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई. इन बैठकों में दोनों देशों ने आपसी लाभप्रद सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया, ताकि क्षेत्रीय विकास को गति दी जा सके.

एससीओ शिखर सम्मेलन के मुख्य एजेंडे

इस शिखर सम्मेलन में आतंकवाद-निरोध के उपायों पर भी गहन विचार-विमर्श होने की संभावना है. क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए SCO सदस्य देशों के बीच संयुक्त सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.इसके अलावा, पर्यावरणीय मुद्दों और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सदस्य देशों के बीच सहयोग पर भी चर्चा की जाएगी.

यह सम्मेलन व्यापार और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे सदस्य देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे. इसके अलावा, क्षेत्रीय गुटों और वैश्विक चुनौतियों के संदर्भ में SCO की भूमिका और उसकी योजनाओं पर भी सदस्य देश अपनी कार्य योजना तैयार करेंगे.

सम्मेलन का समापन और मीडिया को संबोधन


शिखर सम्मेलन के समापन पर पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और SCO के महासचिव मीडिया को संबोधित करेंगे, जिसमें सम्मेलन के परिणामों और हस्ताक्षरित समझौतों के बारे में जानकारी दी जाएगी. इस अवसर पर विभिन्न समझौतों के विस्तृत विवरण साझा किए जाएंगे, जो SCO के भविष्य के रोडमैप को आकार देंगे.

सम्मेलन के अंत में, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा एक आधिकारिक दोपहर के भोजन का आयोजन किया जाएगा, जो नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत का अंतिम अवसर होगा. इस आयोजन से SCO के सदस्य देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को और मजबूती मिलेगी.

इस्लामाबाद में आयोजित यह SCO शिखर सम्मेलन न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा और आर्थिक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, बल्कि यह संगठन के भविष्य की दिशा निर्धारित करने वाला एक महत्वपूर्ण मोड़ भी साबित हो सकता है. इस शिखर सम्मेलन से यह स्पष्ट है कि सदस्य देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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