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सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी: राफा पर हमला युद्ध अपराध का एक और उदाहरण

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली

जमाअत-ए-इस्लामी हिंद इजरायली सेना द्वारा राफा में विस्थापितों के शिविर पर हमलाकर फिलिस्तीनियों की हत्या करने को लेकर रोष में है. जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने अपने एक बयान मंे इज़रायल के इस करतूत को नरसंहार बताया है.
एक बयान में जमाअत के अध्यक्ष ने कहा, “हम दक्षिणी गजा में रफा के उत्तर-पश्चिम में एक शिविर में पनाह लिए हुए विस्थापित फिलिस्तीनियों के इज़रायल द्वारा अमानवीय नरसंहार की निंदा करते हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली रक्षा बलों ने अस्थायी शरणार्थी तंबुओं, जिन्हें एक निर्दिष्ट सुरक्षित क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया था, पर मिसाइलों और बमों से कुरूरतापूर्वक हमला किया जिसमें कई लोग मारे गए और जिंदा जल गए.

रफ़ा में रहने वाले आंतरिक रूप से विस्थापित नागरिकों पर यह हमला युद्ध अपराधों की श्रृंखला का एक और उदाहरण है जो इज़रायल गाजा, फिलिस्तीन के लोगों पर कर रहा है.”

सैयद सआदतुल्लाह ने आगे कहा, “यह पहले दिन से स्पष्ट है कि इज़रायल अंतरराष्ट्रीय कानून या ‘नरसंहार सम्मेलन’ जैसे अंतरराष्ट्रीय समझौतों का सम्मान नहीं करता . यह एक अपकारी राज्य है जो उपनिवेशवाद, रंगभेद और महिलाओं और बच्चों सहित निर्दोष नागरिकों की जानबूझकर हत्या में विश्वास करता है.

यह हमारे युग की एक बड़ी त्रासदी है कि शक्तिशाली राष्ट्र न्याय, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के अगुआ होने का दावा करने के बावजूद इज़रायल द्वारा किए जा रहे युद्ध और नरसंहार को रोकने में असमर्थ रहे हैं.

हम संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस शर्मनाक सामूहिक नरसंहार को रोकने की दिशा में त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने, युद्धविराम लागू करने और एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की जल्द से जल्द स्थापना सुनिश्चित करने की अपनी मांग दोहराते हैं.
हम भारत सरकार से फिलिस्तीनी लोगों के मित्र के रूप में ऐतिहासिक भूमिका निभाने और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर प्रभाव डालने के लिए अपने अच्छे राजनयिक सम्बन्ध का उपयोग करने की अपनी अपील भी दोहराते हैं.

यह भारत के लिए गर्व की बात है कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में भारतीय प्रतिनिधि न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी ने इज़रायल को रफा में सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आदेश देने वाले फैसले के पक्ष में मतदान किया.

  • जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने राफा में इजरायली हमले की कड़ी निंदा की.
  • अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने इज़रायल की कार्रवाई को नरसंहार करार दिया.
  • इज़रायली सेना ने राफा के शिविर पर मिसाइल और बमबारी कर निर्दोष फिलिस्तीनियों की हत्या की.
  • हुसैनी ने इज़रायल पर युद्ध अपराध और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना का आरोप लगाया.
  • अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की मांग की गई.
  • संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से युद्धविराम लागू करने की अपील की गई.
  • भारत सरकार से फिलिस्तीन के समर्थन में ऐतिहासिक भूमिका निभाने की अपील.
  • न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी के फैसले की सराहना की, जिन्होंने ICJ में इज़रायल के खिलाफ मतदान किया.