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कर्नाटक मेडिकल कॉलेज में कश्मीरी छात्र के साथ बर्बर रैगिंग, मारपीट

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बेंगलुरु

कर्नाटक के विजयपुरा स्थित अल-अमीन मेडिकल कॉलेज में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से ताल्लुक रखने वाले दूसरे वर्ष के एमबीबीएस छात्र हमीम के साथ बर्बर रैगिंग और मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि कॉलेज के 2019 बैच के कुछ वरिष्ठ छात्रों ने उसके साथ न केवल दुर्व्यवहार किया, बल्कि उसे धमकाया और शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी किया। यह घटना मंगलवार शाम को एक क्रिकेट मैच के दौरान शुरू हुई।

क्रिकेट मैच के दौरान हुई कहासुनी, फिर बढ़ा विवाद

मंगलवार को दोपहर करीब 4 बजे कॉलेज परिसर में 2019 और 2022 बैच के बीच क्रिकेट मैच खेला जा रहा था। हमीम दर्शक के रूप में इसे देख रहा था, जब एक सीनियर छात्र ने उसे सीमा रेखा से बाहर रहने का आदेश दिया। हमीम ने बिना किसी आपत्ति के पीछे हटकर मैच देखना जारी रखा।

हालांकि, कुछ देर बाद, कुछ वरिष्ठ छात्रों ने आकर उससे सवाल-जवाब किए और वहां से जाने के लिए कहा। जब उसने इनकार किया, तो उन्होंने उसे गाने गाने और नाचने के लिए मजबूर किया। यह अपमानजनक कृत्य यहीं नहीं रुका। आरोप है कि वरिष्ठ छात्रों ने उसे जबरन एक कार में बैठाने की कोशिश की। जब हमीम ने अपने मोबाइल फोन से इस घटना को रिकॉर्ड करने की कोशिश की, तो वे और ज्यादा आक्रामक हो गए।

छात्रावास में घुसकर किया हमला, जबरन माफीनामा रिकॉर्ड कराया

मंगलवार रात, कथित तौर पर 6-8 लोगों का एक समूह हमीम के हॉस्टल रूम में घुस आया और उस पर बेरहमी से हमला किया। आरोपियों ने उसे जबरन एक वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए मजबूर किया, जिसमें उससे माफी मांगने के लिए कहा गया।

“तुम्हें अभी चार साल और यहीं रहना है। हम स्थानीय लोग हैं – सोचो, तुम्हारी ज़िंदगी कितनी मुश्किल बना सकते हैं,” हमलावरों ने धमकी दी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अब वह कॉलेज में क्रिकेट नहीं खेल सकेगा।

छात्र संगठनों ने जताई नाराज़गी, सख्त कार्रवाई की मांग

जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहामी ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे “गंभीर रूप से चिंताजनक” करार दिया। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री से इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने, पीड़ित को शीघ्र न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।

उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “हम कर्नाटक सरकार से आग्रह करते हैं कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और भविष्य में ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जाए।”

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, चार आरोपी हुए चिन्हित

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, रैगिंग और मारपीट करने वाले चार आरोपियों की पहचान हो चुकी है।

इस घटना ने शैक्षणिक संस्थानों में रैगिंग की भयावहता को फिर से उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाता है और पीड़ित छात्र को न्याय दिलाने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।