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होशियार ! देश में कुछ लोग नफरत बांटते घूम रहे हैं

‘‘मुसलमानों को कमजोर करना है तो हमें सबसे पहले उनकी लड़कियों को टार्गेट करना होगा. उनकी लड़कियों को टार्गेट करेंगे, अपने आप साले कमजोर हो जाएंगे. हमें मुसलमानों से लड़ाई है ही नहीं, हमें तो उनकी लड़कियों से प्यार है.’’

यह पक्तियां हैं उस वीडियो की जो झारखंड की विधायक सीता सोरेन ने अपने ट्विटर एकाउंट से सोशल मीडिया पर साझा किया है. 30 सेकंड के इस वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ गेरूवाधारी मंच पर बैठे हैं और एक युवक वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए यह बातें कह रहा है.

समाज में नफरत घोलने वाली ऐसी ही कुछ बातें स्वामी यति नरसिंहानंद भी इनदिनों मंचों से बोल रहे हैं. बल्कि उन्हांेने एक तरह से पैगंबर इस्लाम के खिलाफ अर्नल बकने का अभियान चला रखा है.

यह तब किया जा रहा है, जब कोरोना महामारी ने देश-दुनिया की चूलें हिला दी हैं. अर्थव्यवस्था गर्त में है और आम लोगों की जिंदगी नर्क बन चुकी है. करोड़ों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं. पढ़ाई, लिखाई ढप है. कल-कारखाने अपने न्यूनतम क्षमताओं पर चल रहे हैं. यही नहीं महामारी के डर से लोग कहीं आ, जा नहीं सकते. ऐसी स्थिति में नफर की खेती करने वाले बिना माॅस्क और बिना सामाजिक दूरी बनाए स्वामी यति के समर्थन में सम्मेलन करते फिर रहे हैं.

इसका अर्थ है कि ऐसे लोगों को देश और देशवासियों से कोई लेना देना नहीं. खुद को चमकाने या किसी दूसरे देश के एजेंट के तौर पर देश में अराजकता फैलाने का अभियान चला रखा है. देश के मुसीबत मंे होने के बावजूद यदि कोई व्यक्ति अराजकता फैलाते घूम रहा तो वह सच्चा देशभक्त कतई नहीं हो सकता !

तनाव फैलाने वाले वीडियो जब सोशल मीडिया पर साझा किए जाते हैं तो निश्चित ही माहौल खराब होता है. दूसरा पक्ष भी बकवाजबाजी पर उतर आता है. ऐसे लोगों से कभी देश का भला नहीं हो सकता. उनसे होशियार रहने की जरूरत है.

भारत में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन एक लाख से डेढ़ लाख कोरोना के नए मामले आ रहे हैं. रोजाना करीब हजार लोगों की मौत हो रही है. एम्स निदेशक कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से अधिक खतरनाक है. ऐसे में भला कोई देश से खिलवाड़ कैसे कर सकता है ? क्या ऐसे लोगों को जेल की सलाखों के पीछे नहीं होना चाहिए ?

यहां ध्यान रखने की जरूरत है कि देश से उपर कोई नहीं. सरकार को भी धर्म के नाम पर देश में नफरत फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.