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ताकि सनद रहे : मुसलमानों की खामोश कामयाबियों के दस्तावेजीकरण की नई पहल,हर महीने 10 नायक

मुस्लिम लाउ विशेष

इस्लाम की शिक्षाएं हमें सादगी, विनम्रता और रिया (दिखावे) से परहेज़ की नसीहत देती हैं। शायद यही वजह है कि मुस्लिम समाज अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों को भी अक्सर साझा नहीं करता। उन्हें दुनिया को खुश करने की नहीं, बल्कि अल्लाह को राज़ी करने की फिक्र होती है।

मगर इस ख़ामोशी की एक बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ी है। जब कैप्टन सोफिया कुरैशी सेना में उल्लेखनीय कार्य करती हैं, खुशबू मिर्ज़ा इसरो के मिशन में अहम भूमिका निभाती हैं, अजहर,शामी, जहीर, सानिया मिर्ज़ा या निकहत ज़रीन खेल के मैदान में झंडे गाड़ते हैं, या फिर मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम देश को विज्ञान और रक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं — तब भी हमारा समाज चुप्पी साधे रहता है। न उन्हें गर्व से याद किया जाता है, न उनकी पुण्यतिथि या जन्मदिवस पर कोई समारोह आयोजित किया जाता है। मुस्लिम संस्थानों के पाठ्यक्रमों में भी उनके योगदान को शायद ही कोई जगह मिलती है।

इस्लामी सिद्धांतों की अपनी अहमियत है, इसमें कोई दो राय नहीं। लेकिन जब पूरी दुनिया में मुसलमानों को केवल हिंसा और आतंक से जोड़ने की कोशिशें हो रही हैं, तब ज़रूरत है कि हम दुनिया को बताएं कि मुसलमान कौन हैं और उनका योगदान क्या है।

क्या हम भूल जाएं कि टूपी सुल्तान ने तोप का आविष्कार किया था, जिसके बिना आज के टैंक और मिसाइल की कल्पना अधूरी होती? या यह कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी रणनीतियों की जड़ें उसी क्रूज़ मिसाइल में हैं, जिसे डॉ. कलाम के नेतृत्व में विकसित किया गया था?

इन्हीं कारणों से muslimnow.net ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

अब हर महीने के अंत में हम एक विशेष स्तंभ प्रकाशित करेंगे — “ताकि सनद रहे” — जिसमें उस महीने के 10 ऐसे मुसलमानों को प्रस्तुत किया जाएगा जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर समाज और देश में गर्व का विषय बने हैं। यह सूची खेल, विज्ञान, प्रशासन, कला, शिक्षा, उद्यम, समाजसेवा और रक्षा जैसे सभी क्षेत्रों को कवर करेगी।

भविष्य में यदि पाठकों का समर्थन और सहयोग बना रहा, तो इसका वार्षिक संकलन भी प्रकाशित किया जाएगा, जिससे ये प्रेरक कहानियां समय के पन्नों में दर्ज रहें और आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनें।

इस पहल को सफल बनाने के लिए हमें आपके दो सहयोगों की ज़रूरत है:

  1. वित्तीय सहयोग – ताकि इस कार्य को बेहतर रूप में अंजाम दिया जा सके।
  2. सूचना सहयोग – यदि आपकी नज़र में कोई ऐसा मुसलमान शख्स है, जिसने हाल ही में उल्लेखनीय कार्य किया हो, तो कृपया हमें उसकी जानकारी muslimnow वेबसाइट के ईमेल एड्रेस पर भेजें।

ईमेल: admin@muslimnow.net 

आपका साथ, हमारी ताक़त बनेगा।
आइए, मिलकर मुस्लिम समाज की अनकही कहानियों को दुनिया के सामने लाएं — ताकि सनद रहे।

सादर,
संपादक
muslimnow.net

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