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मुज़फ़्फ़रनगर थप्पड़ कांड पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- बीजेपी-आरएसएस की फैलाई नफरत स्कूलों तक पहुंची, खड़गे ने लताड़ा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लखनऊ

समाजवादी पार्टी (सपा) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को मुजफ्फरनगर के एक वायरल वीडियो को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला बोला, जिसमें एक स्कूल शिक्षक छात्रों से अपने सहपाठी को थप्पड़ मारने के लिए कह रहा है.

शनिवार को मौर्य ने कहा, “आरएसएस और बीजेपी द्वारा फैलाई जा रही नफरत आज स्कूलों तक भी पहुंच गई है. सामने आए एक वीडियो में, एक क्लास टीचर एक विशेष धर्म के बच्चे से पूछ रहा है. अपने साथी सहपाठियों द्वारा थप्पड़ मारा जाना, बेहद निंदनीय है. मैं मांग करता हूं कि शिक्षक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.”

मौर्य ने कहा, “यह सरकार (केंद्र) ऐसी घटना को छोटी मानती है. चाहे दलित पर पेशाब करना हो या किसी विशेष धर्म के बच्चों को दूसरे धर्म के लोगों द्वारा पीटना, ये उनके लिए छोटी घटनाएं हैं।.”
इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है. प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
इस बीच, उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने आश्वासन दिया है कि पुलिस घटना की जांच कर रही है. जांच पूरी होने पर कार्रवाई की जाएगी.
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने कहा, “राज्य में सभी को समान स्तर की शिक्षा का अधिकार है. यह सुनिश्चित करना हमारी सरकार का काम और प्राथमिकता है. पुलिस घटना की जांच कर रही है. एक बार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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मुज़फ़्फ़रनगर थप्पड़ कांड पर खड़गे ने भी लताड़ा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में धार्मिक भेदभाव के आधार पर एक क्लास टीचर द्वारा अन्य बच्चों से एक छात्र की पिटाई कराने की घटना की निंदा करते हुए इसे भाजपा-आरएसएस की नफरत भरी राजनीति का परेशान करने वाला परिणाम बताया.

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं देश की वैश्विक छवि को खराब करती हैं और संविधान के खिलाफ हैं.

एक्स, पूर्व ट्विटर पर खड़गे ने कहा, ”यूपी के एक स्कूल में जिस तरह धार्मिक भेदभाव के आधार पर एक शिक्षिका ने एक बच्चे को दूसरे बच्चों से पिटवाया, वह बीजेपी-आरएसएस की नफरत भरी राजनीति का परेशान करने वाला नतीजा है. ऐसी घटनाएं हमारी वैश्विक छवि को धूमिल करती हैं। ये संविधान के खिलाफ है.”

उन्होंने कहा, ”सत्ताधारी दल की विभाजनकारी सोच का जहर समाज में इस कदर फैल चुका है कि एक ओर शिक्षा अध्यापिका तृप्ता त्यागी बचपन से ही धार्मिक नफरत का पाठ पढ़ा रही हैं तो दूसरी ओर सुरक्षा देने वाले आरपीएफ जवान चेतन कुमार धर्म के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या कर रहा है. जान लेने पर उतारू हो जाते है.’

राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “किसी भी प्रकार की धार्मिक कट्टरता और हिंसा देश के विरुद्ध है. दोषियों को छोड़ना देश के खिलाफ अपराध है. इसकी जितनी निंदा की जाए कम है. इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और सजा दी जानी चाहिए, ताकि कोई और इस तरह का जहर मिलाने से पहले सौ बार सोचे.”

उनकी टिप्पणी एक वायरल वीडियो के बाद आई है जिसमें मुजफ्फरनगर में एक स्कूल शिक्षिका हिंदू छात्रों से क्लास के अंदर एक अल्पसंख्यक बच्चे को थप्पड़ मारने के लिए कह रही है.

पुलिस ने वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. बाद में, बच्चे के पिता ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्होंने मामले में समझौता कर लिया है. कोई मामला आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं.

उन्होंने मीडिया से कहा, “हमने मामला नहीं उठाने का फैसला किया है. स्कूल ने हमारी फीस वापस कर दी है. हमारा बच्चा उस स्कूल में नहीं जाएगा, हमने फैसला किया है.”मुजफ्फरनगर पुलिस ने यह भी दावा किया कि यह वीडियो मुजफ्फरनगर के गांव खुब्बापुर के एक स्कूल का है.