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नमाजी को बूट से ठोकर मारने वाला सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड,BJP MLA राजा सिंह दिल्ली पुलिस की हिमायत में

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

देश की राजधानी नई दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके की मस्जिद के बाहर जुमे की नाजियों को बूट से ठोकर और थप्पड़ माने वाले सब-इंस्पेक्टर मनोज तोमर को तीन महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.इस घटना के विरोध में इलाके के मुसलमान सड़कों पर उतर आए थे.उन्हांेने सड़क पर धरना-प्रदर्शन किया. मगर दिल्ली पुलिस ने ऐन समय पर सब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई का ऐलान कर सबाके शांत कर दिया.

घटना के तुरंत बाद ही इससे संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. देखते ही देखते इसके विरोध में कई जगह के मुसलमान सड़कों पर आ गए. उन्हें समय रहते काबू कर लिया गया.वायरल वीडियो में इलाकाई मस्जिद के आगे सड़क किनारे नमाज पढ़ते नजर आ रहे हैं. इसी बीच उधर इलाके के सब-इंस्पेक्टर मनोज तोमर एक अन्य पुलिस कर्मी के साथ आते दिखाई देते हैं.

मनोज तोमर ने पहले तो पिछली कतार मंे नमाज पढ़ रहे शख्स की चूतड़ पर अपनी बूट से ठोकर मारी. उसके बाद उसके आगे नमाज पढ़ रहे व्यक्ति को पुलिस वाले ने थप्पड़ मार दिया.

वीडियो में दिख रहा है कि इस नजारा को देखते ही कुछ लोग बीच-बचाव में आगे आ गए और किसी तरह पुलिस वाले को शांत करने लगे.रेड माइक नामक एक न्यूज आउटलेट के इससे संबंधित एक खबर में स्थानीय लोग पुलिस सब इंस्पेक्टर के शराब के नशे में होने की बात करते दिखाई दे रहे हैं.

इस वीडियो के वाॅयरल होते ही लोग पुलिस वालों की आलोचना करने लगे. मुसलमानों को आरक्षण देने का मुखर विरोध करने और कई मौके पर मोदी का समर्थन करने वाले पत्रकार दिलीप मंडल ने इस वीडियो की प्रतिक्रिया में कहा है-‘‘किसी भी धर्म के लोगों को सड़क घेरकर मजमा लगाने की इजाजत नहीं होनी चाहिएण् बीच सड़क पर कोई भी आयोजन करना लोगों और गाड़ी चलाने वालों के लिए जानलेवा साबित हो सकता हैण् ये प्रथा रुकनी चाहिएण् इस रोक को सभी धर्मों के आयोजनों पर लागू किया जाए.

लेकिन हटाने के लिए लात मारने की जगह कोई और तरीका अपनाना चाहिएण् न मानने पर गिरफ्तार करना चाहिए या बांह या गर्दन पकड़कर हटाना चाहिए.

इस घटना पर मुसलमानों के प्रति सिंपैथी जताते हुए टीवी रिपोर्टर प्रज्ञा मिश्रा ने अपने एक्स पर लिखा है, ‘‘मुस्लिम देश अबू धामी में तो मंदिर का उद्घाटन मोदी जी ने कर दियाण्ण्लेकिन भारत देश में मस्जिद के बाहर सड़क पर मुस्लिमों के साथ दिल्ली पुलिस ये सलूक कर रही हैण्ण्सजदे में बैठे हुए लोगों को लात मार रही हैण्ण्ण्दिल्ली पुलिस देश के गृह मंत्री अमित शाह के अंडर आती हैण्ण्क्या दिल्ली पुलिस के दिमाग में भी हिंदू मुसलमान का जहर भर दिया गया है .

अगर कानून गलत भी था तो पुलिस का काम नमाज अता करते व्यक्ति को लात मारना नहीं हैण्ण्कानून के उलंघन पर कानूनी कार्रवाई करने के बजाय लात मारनाण्ण्मन की घृणा को दिखाता हैण्ण्आज शिवरात्रि थीण्ण्हमारे कई हिंदू मंदिरों में दर्शनों के लिए 1.1 किलोमीटर की लाइनें थींण्ण्लाइनें सड़कों पर थींण्ण्क्या हम हिंदू श्रद्धालु किसी पुलिस वाले से अपने साथ ऐसी निंदनीय हरकत दर्शन के समय उपेक्षित करते हैंण्ण्जवाब है नहींण्ण्आम आदमी से लेकर संवैधानिक संस्थाओं तक हर जगह जहर इंजेक्ट कर दिया गया है’’

ये किस तरह की पुलिस कार्रवाई है. मामला इंद्रपुरी इलाके का है। दिल्ली पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लिया है और मामले की जांच कर रही है.’’इसमें दो राय नहीं कि सार्वजनिक जगहों पर नमाज या कोई भी धार्मिक गतिविधि चलाना दंडनीय अपराध है. इसके बावजूद खास मौके पर भजन कीर्तिन से लेकर नमाज तक आयोजित किए जाते हैं. हालांकि, रेड माइके रिपोर्टर सौरभ शुक्ला का कहना है कि जहां नमाज हो रही थी, वह जगह रोड से दूर थी और नमाजियों की वजह से यातायात पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा था.

हालांकि, घटना के तुरंत बाद ही इलाके के दिल्ली पुलिस के अधिकरी मौके पर पहुंच गए और डीसीपी ने आरोपी सब-इंस्पेक्टर को तीन महीने के लिए निलंबित करने का भी ऐलान किया. उन्हांेने स्थानीय लोगों को शांत करने में महत्वपूर्ण रोल अदा किया.

दूसरी तरफ, हैदराबाद के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राजा सिंह ने पुलिस वाले का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस का समर्थन किया है.उन्होंने सवाल किया, देश भर में 6 लाख मस्जिदों के बावजूद, सड़कें अवरुद्ध करके नमाज अदा करने का क्या मतलब है?

इस बीच राजा सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि पुलिस ने कुछ भी गलत नहीं किया है.हालांकि नमाजियों को लात मारने वाले दिल्ली पुलिस के पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया, लेकिन इस घटना पर एक्स यूजर्स की प्रतिक्रियाएं आने लगीं हैं.