पंजशीर घाटी में अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं तालिबान
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
तालिबान अमेरिकी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियारों का इस्तेमाल अफगानिस्तान के अपने अधिग्रहण के प्रतिरोध के आखिरी हिस्सों को कुचलने के लिए कर रहे हंै.यह जानकारी एक अंग्रेजी मीडिया ‘डेली मेल’ ने दी है.
देश के पूर्व उपराष्ट्रपति के नेतृत्व में लड़ाके कल रात पंजशीर घाटी में नए शासन यानी तालिबान के खिलाफ अंतिम बचाव कर रहे थे. यह एकमात्र प्रांत है जिसे अब तक इस्लामी समूह कब्जा नहीं कर पाया है. इस दौरान तालिबान लड़ाके अमेरिकी बख्तरबंद वाहनों, मोर्टार मिसाइलों और उच्च शक्ति वाले तोपखाने का उपयोग करते दिखाई दे रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया कि वीडियो में तालिबान के बंदूकधारियों को अमेरिकी सेना की एम4 और एम16 राइफलों और नाइट विजन गॉगल्स पहने हुए देखा गया.अमेरिकी बख्तरबंद वाहनों में यात्रा कर रहे तालिबान सैनिकों के एक काफिले को कल रात उस क्षेत्र की ओर जाते हुए फिल्माया गया, जहां प्रतिरोध लड़ाके काबुल से 70 मील उत्तर में कब्जा करने गए थे. ऐसी भी खबरें हैं कि तालिबान बलों ने पंजशीर की राजधानी बाजारक में प्रवेश कर लिया है.
एनआरएफ ने पिछले 24 घंटों में 600 तालिबान लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है, लेकिन तालिबान ने दावा किया कि यह जीत के कगार पर है. रिपोर्ट में कहा गया कि प्रांत के पांच में से चार जिले तालिबान के नियंत्रण में आ गए हैं.तालिबान के कुछ दिनों में घोषणा करने की उम्मीद है कि उसका नेता मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा अफगानिस्तान का सर्वोच्च नेता हांेगे