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जनरल सुलेमानी की बरसी पर आतंकी हमला, 100 की मौत, कई देशों ने की निंदा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

ईरान के जनरल सुलेमानी की याद में आयोजित समारोह पर आतंकी हमला होने से 100 से ज्यादा लोगांे की मौत हो गई. सऊदी अरब, तुर्की सहित कई देशों ने हमले की निंदा की है.ईरान में अधिकारियों ने कहा है कि आतंकवादी हमलों के परिणामस्वरूप हुए दो विस्फोटों में कम से कम 100 लोग मारे गए हैं.ईरान के सरकारी टीवी के मुताबिक, दक्षिणी शहर करमान में विस्फोट जनरल कासिम सुलेमानी की याद में आयोजित एक समारोह के दौरान हुए. जनरल कासिम सुलेमानी 2020 में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.

ईरानी टीवी ने करमान प्रांत के एक अधिकारी के हवाले से कहा, विस्फोट आतंकवादी हमलों के कारण हुए.ईरान की आपातकालीन सेवाओं के प्रवक्ता बाबाक येक्तापरस्त ने कहा कि हमलों में 100 से अधिक लोग मारे गए, जबकि 170 लोग घायल हो गए. ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दक्षिणपूर्वी शहर करमान के कब्रिस्तान में एक भीड़ भरे समारोह के दौरान पहले और फिर 15 मिनट बाद दूसरे विस्फोट की सूचना दी, जहां जनरल सुलेमानी को दफनाया गया था. अब तक किसी ने भी धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है.

इससे पहले, अर्ध-आधिकारिक नूर न्यूज ने बताया कि कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर कई गैस सिलेंडर फट गए. मीडिया ने शुरू में एक स्थानीय अधिकारी के हवाले से कहा, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट गैस सिलेंडर के कारण हुए थे या आतंकवादी हमले के कारण.

इस कार्यक्रम में जनरल सुलेमानी की बरसी के मौके पर सैकड़ों नागरिक जुटे.करमान प्रांत में रेड क्रिसेंट के प्रमुख रजा फल्लाह ने सरकारी टीवी को बताया कि हमारी त्वरित प्रतिक्रिया टीमें घायलों को निकाल रही हैं, लेकिन भीड़ के कारण सड़कें अवरुद्ध है.

अरब न्यूज के मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने इस जघन्य और अमानवीय अपराध की निंदा की है.ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने इन खूनी दोहरे धमाकों का बदला लेने की कसम खाई है.आधिकारिक मीडिया के मुताबिक, खामेनेई ने एक बयान में कहा, क्रूर अपराधियों को पता होना चाहिए कि अब उनसे सख्ती से निपटा जाएगा और इसमें कोई संदेह नहीं है कि गंभीर प्रतिक्रिया होगी.

ईरान ने अतीत में अपनी सीमाओं के अंदर हमलों के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है. इजराइल द्वारा इन दावों की न तो पुष्टि की गई है और न ही खंडन किया गया है, लेकिन कब्रिस्तान बमबारी में किसी विदेशी संगठन की भागीदारी का कोई संकेत नहीं मिला है.

एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईआरएनए को बताया कि करमन के कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर लगाए गए दो विस्फोटक उपकरणों को आतंकवादियों ने रिमोट कंट्रोल से विस्फोट कर दिया.एरिन के मीडिया द्वारा प्रसारित वीडियो में दर्जनों खून से सनी लाशें दिखाई दे रही हैं. कुछ लोग जीवित बचे लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग इलाका छोड़ने की जल्दी में दिख रहे हैं.

करमन के एक अस्पताल में एक घायल महिला ने सरकारी टीवी को बताया, मैंने एक तेज आवाज सुनी. फिर मेरी पीठ में दर्द महसूस हुआ. उसके बाद मैं अपने पैरों को महसूस नहीं कर पा रही थी.सरकारी समाचार एजेंसी का कहना है कि आदेश साफ होने तक कब्रिस्तान को बंद कर दिया गया है.सरकार ने घोषणा की कि गुरुवार शोक का दिन होगा.

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक ब्रीफिंग में कहा कि ईरान में बुधवार को हुए बम विस्फोटों में अमेरिका शामिल नहीं. यह मानने का कोई कारण नहीं है कि इजराइल इसमें शामिल है.

सऊदी अरब ने विस्फोटों की निंदा की

उधर, सऊदी अरब ने बुधवार को ईरान में कमांडर कासिम सुलेमानी की स्मृति में आयोजित एक समारोह में दो विस्फोटों की निंदा की, जिसमें लगभग 100 लोग मारे गए और कई घायल हो गए.एक बयान में कहा गया, विदेश मंत्रालय ने ईरान में नागरिकों को निशाना बनाने वाले आतंकवादी बम विस्फोटों की राज्य की अस्वीकृति और निंदा की पुष्टि की.

विदेश मंत्रालय ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए ईरान के प्रति संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की.ईरानी टेलीविजन ने दक्षिण-पूर्वी शहर केरमान में कब्रिस्तान में चैथी बरसी पर के एक भीड़ भरे कार्यक्रम के दौरान पहले और फिर 15 मिनट बाद दूसरे विस्फोट की सूचना दी, जहां सुलेमानी को दफनाया गया है. वह 2020 में अमेरिकी ड्रोन द्वारा मारा गया था.

ईरान के स्वास्थ्य मंत्री बहराम एयनोलाही ने सरकारी टीवी को बताया कि मरने वालों की संख्या 103 से कम होकर 95 हो गई है. कहा कि 211 अन्य घायल हुए हैं. इस बीच रूस और तुर्की समेत कई देशों ने इन हमलों की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जिम्मेदार लोगों के लिए जवाबदेही की मांग की है.

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