ठाणे के मनोज साहनी ने अपनी लिविंग पार्टनर स्वरसती वैद्य की पहले हत्या की, फिर जिस्म के टुकड़े मिक्सी में पीसकर पका दिया
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, ठाणे
ठाणे हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या की. इसके बाद इस अपराध को छिपाने के लिए लिव-इन पार्टनर के शरीर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया. एक अधिकारी ने कहा कि दिल दहलाने वाली हत्या के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. लेकिन मनोज को गुरुवार को अदालत में पेश किए जाने से पहले पुलिस की टीम ने उससे पूछताछ की.
आरोपी 56 वर्षीय मनोज साहनी को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया गया. मनोज किराए के फ्लैट में अपनी 32 वर्षीय लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य के शरीर के कई टुकड़ों के साथ रह रहा था, जिसे उसने हाल ही में मार डाला था.
डीसीपी जयंत बाजवाले और उनकी टीम ने इस बात का खुलासा किया है कि मीरा रोड कस्बे के गीता नगर इलाके में आकाशदीप बिल्डिंग की 7वीं मंजिल के फ्लैट के चारों ओर बिखरे हुए प्लास्टिक की थैलियों में मनोज ने किस तरह से उसके शरीर के टुकड़ों को रखा था.
आरोपी मनोज ने महिला के ऊपरी आधे हिस्से के कुछ टुकड़ों का निपटान कर दिया था. माना जा रहा है कि उसने महिला के भारी अंगों और हड्डियों को काटने के लिए कटर का इस्तेमाल किया.
आरोपी ने महिला के शरीर के कुछ टुकड़ों को एक मिक्सर में ग्राइंड करके प्रेशर कुकर में उबाला ताकि शरीर के सड़ने वाले हिस्सों से निकलने वाली गंध को खत्म किया जा सके. पुलिस ने रसोई में पीड़िता के पैरों को पाया, जिन्हें पकाने के लिए रखा गया था.
इसी बदबू से इस इस जघन्य अपराध का पदार्फाश हुआ. दरअसल पड़ोसियों ने बदबू की पुलिस से शिकायत की और एक टीम बुधवार दोपहर घटनास्थल पर पहुंची.
डीसीपी बाजवाले ने बताया कि दंपति किराए के फ्लैट में करीब तीन साल से लिव-इन रिलेशनशिप रह रहे थे. ऐसी आशंका है कि महिला की हत्या इस सप्ताह रविवार या सोमवार को की गई.
डीसीपी ने आगे कहा कि जाहिर तौर पर उनके बीच किसी मुद्दे को लेकर लड़ाई हुई थी. इसी गुस्से में मनोज ने घर में ही सरस्वती की हत्या कर दी. बाद में मनोजअपने अपराध के सबूत मिटाने के लिए अन्य कृत्यों में लिप्त हो गया. हालांकि, जैसे ही हम फ्लैट में दाखिल हुए, यह स्पष्ट था कि एक जघन्य हत्या की गई थी और हमने उसे पकड़ लिया.
पुलिस को संदेह है कि मनोज ने लड़की के कुछ लापता शरीर के हिस्सों को शौचालय की नाली में बहा दिया होगा या आवारा कुत्तों को खिला दिया होगा या मैंग्रोव में फेंक दिया होगा. इस तरह का कुछ पड़ोसियों ने भी दावा किया है. जांच जारी है.
एक अधिकारी ने कहा कि दिल दहलाने वाली हत्या के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. लेकिन मनोज को गुरुवार को अदालत में पेश किए जाने से पहले पुलिस की टीम ने उससे पूछताछ की.
गीता नगर मोहल्ले के स्तब्ध रहने वाले लोग इस सनसनीखेज मामले के बारे में दबी जुबान में बात करते हैं. कुछ लोग दंपति को अलग-थलग बताते हैं. बिना बिके फ्लैट को बिल्डर ने एक प्रॉपर्टी एजेंट के जरिए मनोज-सरस्वती वैद्य को तीन साल पहले लीज पर दे दिया था, जहां वे तब से रहते थे.