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अपशब्द की तुलतान अल्ला हू अकबर से कर दी

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

जब तक नफरत फैलाने और हर मामले को हिंदू-मुसलमान से जोड़ने वाले मिस्टर सिन्हा जैसे लोग सक्रिय रहेंगे देश में अशांति और सांप्रदायिक सोच पर लगाम असंभव है.मिस्टर सिन्हा जैसे लोगों ने हर बात को हिंदू-मुसलमान से जोड़ने की जो ‘सुपारी’ ली है वह बेहद खतरनाक है. इस शख्स के प्रोफाइल और इसकी पोस्ट को देखकर अंदाजा लगा सकते हंै कि ‘हिंदू प्रेम’ के नाम पर वह ऐसी हरकतें कितने दिनों से करते आ रहे हैं. क्या यही हिंदू धर्म है ? क्या सनातन धर्म यह सीख देता है ? निश्चित है नहीं ! मगर मिस्टर सिन्हा को कौन समझाए.

मिस्टर सिन्हा ने अब आंदोलनरत किसानों को गाली देती लड़कियों को बेवजह मुसलमानों से जोड़ा है. उन्होंने अल्ला हू अकबर की तुलना गाली से कर दी. इसके लिए इनपर मुकदमा किया जा सकता है.

दरअसल, सोशल मीडिया पर अभी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें किसानांे के सड़क अवरूद्ध करने पर कार में सवार लड़कियां उन्हें हाथ की बीच की उंगली दिखाती हैं. इस तरह की हरकत को गाली मानी जाती है.

इसके बाद जब बुजुर्ग किसान इसका विरोध करते हैं तो कार का शीशा उतर कर उनमें से एक लड़की उन्हें मां-बहन की गालियां देने लगती हैं. जाहिर है, किसी से वैचारिक मतभेद हो सकता है. किसी की करकत आपको नापसंद आ सकती है. इसके खिलाफ कानून और संविधान के दायरे में आप विरोध दर्ज करा सकते हैं. मगर सिन्हा जैसे लोग ‘गाली’ को भी कानून और संविधान मानने लगे हैं.

लड़कियों की इस हरकत का जब आरजे सायमा ने विरोध किया तो मिस्टर सिन्हा ने ‘अल्ला हू अकबर’ की तुलना ‘गाली’ से कर दी. सायमा ने अपने एक्स पर लिखा-‘‘मैं इस मीम पर हंस रहा हूं जिसमें इन कट्टरपंथियों ने खुद को बेनकाब किया हैण् हाँए अपनी गरिमा के लिए खड़ा होनाए गुंडों की आँखों में आँखें डालना साहस है! ;तस्वीर 1

शांतिपूर्वक विरोध कर रहे बुजुर्ग लोगों को बिना किसी उकसावे के बीच की उंगली दिखानाए कैमरे पर झूठ बोलना नफरत के अलावा और कुछ नहीं है जो ये कट्टरपंथी पिछले कुछ वर्षों से बो रहे हैंण्
औरए जबकि दुनिया ने एक ही बात कही हैए मेरे ट्वीट को उठाकर बार.बार मेरे खिलाफ और अधिक नफरत पैदा करना आई$लामोफोबिया हैण् मिस्टर सिन्हा और मिस्टर बागरीस और उनके चेले जल्द ठीक हो जाएंण् ’’

मिस्टर सिन्हा को गाली देने वाली लड़कियों की आरजे सायमा द्वारा आलोचना करना इतना बुरा लगा कि उन्हांेने सायमा का एक पुराना ट्विट डालकर उसकी तुलना कर दी.

सायमा का यह ट्विट उस समय का है जब कर्नाटक में हिजाब विवाद चल रहा था. उस दरम्यान हिजाब लगाए एक लड़की अपने काॅलेज परिसर में दाखिल हो रही थी तब कुछ छात्रों ने जय श्री राम राम के नारे लगाए थे. इसके जवाब में उक्त मुस्लिम लड़की ने अल्ला हू अकबर के नारे लगाए थे. सायमा ने उस लड़के हौसले की तारीफ की थी.

मगर मिस्टर सिन्हा ने लड़की के अल्ला हू अकबर कहने को गाली बता दिया. अपनी इस बात को साबित करने के लिए उन्हांेने सायमा के दोनों पोस्ट को एक साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा-‘‘.जब एक मुस्लिम लड़की ने हूटिंग के लिए अपने सहपाठियों को गालियां दींरू यह साहस था.

.जब एक हिंदू लड़की ने सड़क अवरुद्ध करने वाले गुंडों को गाली दीरू यह नफरत है.

यह पोस्ट करते समय मिस्टर सिन्हा यह भूल गए कि मुस्लिम लड़की ने नारे के जवाब में नारे लगाए थे. मां-बहन की गाली नहीं दी थी. मिस्टर सिन्हा को इस गलती का एहसास कराने के लिए सैफ नामक एक शख्स ने अपने एक्स पर लिखा-‘‘
मुस्लिम लड़की को उसके सहपाठियों ने श्जेएसआरश् के नारे लगाकर परेशान किया और उसने जवाब में अल्लाह.हू.अकबर कहा.लड़की उन वृद्ध लोगों पर अपशब्द कह रही थी जो उसके प्रति विनम्र थे और उनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने की धमकी दे रही थी.

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