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विश्व बिरादरी के इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष से आंखें मूंदने का भयानक नतीजा, दोतरफा हमले में 300 जाने गईं, जानिए इसपर मुस्लिम, अमेरिकी एवं यूरोपीय देशों ने क्या कहा ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

इजरायल और फलस्तीनियों के हालिया संघर्ष बार-बार यह चेतावनी दे रहे थे कि विश्व बिरादरी ने हस्तक्षेप नहीं किया तो नतीजा खतरनाक हो सकता है. रविवार को आखिरकार वह घड़ी आ ही गई जब दो तरफा हमले में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और दोनों देशों के हजारों लोग घायल होकर अस्पताल पहुंच गए हैं. चिंताजनक पहलू यह है कि अभी भी विश्व के कुछ देशों को होश नहीं आया है. शांति और सद्भावना के नाम पर केवल इसरायल की हिमायत में खड़े हैं.

बहरहाल, ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलीस्तीनी इस्लामवादी समूह हमास ने शनिवार को इजराइल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया, जिसमें कम से कम 100 इजराइली मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. अचानक हुए इस हमले में हमलावर ने इजराइल में गाजा से रॉकेटों की बौछार कर दी.

इजराइल ने कहा, ईरान समर्थित समूह ने युद्ध की घोषणा कर दी है. उसकी सेना ने गाजा के पास कई इजराइली शहरों और सैन्य ठिकानों में आतंकवादियों के साथ लड़ाई की पुष्टि की है.प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है.इसके जवाब में इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के पार कई आवासीय इलाकों पर हवाई हमले करके कई भवनों को तबाह कर दिया. बताया गया कि इस हमले में करीब 200 फलस्तीनियांे को जानें गंवानी पड़ी.

नेतन्याहू ने फिलिस्तीन को धमकाते हुए कहा, हमारा दुश्मन ऐसी कीमत चुकाएगा जिसके बारे में उसने कभी नहीं सोचा होगा.हम एक युद्ध में हैं और हम इसे जीतेंगे.उधर, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सुबह से लेकर अब तक इजरायली जवाबी कार्रवाई में 198 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,600 से अधिक घायल हुए हैं.

इस बीच, इजराइल की एम्बुलेंस सेवा ने कहा कि फिलिस्तीनी प्रतिरोध हमले में कम से कम 100 इजराइली मारे गए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लगभग 545 इजरायली घायल हो गए.

गाजा-इजरायल सीमा पर हफ्तों तक बढ़ते तनाव और फिलिस्तीन के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में घातक टकराव के बाद, मुख्य रूप से हमास के नेतृत्व वाले फिलिस्तीनी प्रतिरोध गुटों ने शनिवार को अलगाव बाड़ के किनारे स्थित कस्बों और बस्तियों में पूर्ण पैमाने पर सैन्य अभियान की घोषणा की.

इजरायली सेना ने कहा कि उसने गाजा में हवाई हमलों का जवाब दिया. उसने प्रत्यक्षदर्शियों ने भारी विस्फोटों की आवाज सुनने और कई मृतकों को अस्पताल ले जाने की सूचना दी है.यह हमला गाजा पट्टी से अज्ञात संख्या में हमास बंदूकधारियों द्वारा इजराइल में घुसपैठ की एक अभूतपूर्व घटना है, और लगभग दो दशक पहले दूसरे इंतिफादा के आत्मघाती बम विस्फोटों के बाद फिलिस्तीनियों के साथ संघर्ष में इजराइल के लिए यह सबसे बड़ा झटका है.

कृपया भेजें सहायता

गाजा के पास किबुत्झ, नीर ओज से फोन पर इजरायल एन12 न्यूज से बात करते हुए, डोरिन नामक एक महिला ने कहा कि हमलावरों ने उसके घर में घुसपैठ की.वे फिर आएंगे, कृपया मदद भेजें. उसने कहा,बहुत सारे घरों को नुकसान पहुंचाया गया है… मेरे पति ने दरवाजा बंद कर रखा है… वे गोलियां चला रहे है.

इजरायली रक्षा मंत्री गैलेंट ने कहा कि सैनिक हर स्थान पर दुश्मन के खिलाफ लड़ रही है. रिजर्व सैनिकों को बुलाने की अनुमति मांगी है.इजरायली मीडिया ने बताया कि बंदूकधारियों ने सेडरोट में राहगीरों पर गोलियां बरसाई. सोशल मीडिया पर प्रसारित फुटेज में शहर की सड़कों पर झड़पों के साथ जीपों में बंदूकधारियों को ग्रामीण इलाकों में घूमते दिखाया गया.

बीरी किबुत्ज की डीविर नाम की एक युवा महिला ने अपने बम शेल्टर से इजराइली आर्मी रेडियो को बताया, हमें बताया गया कि किबुत्झ के अंदर हमलावर हैं. हम गोलियों की आवाज सुन सकते हैं.

बढ़ती हिंसा की पृष्ठभूमि

यह वृद्धि वेस्ट बैंक में इजराइल और फिलिस्तीनी आतंकवादियों के बीच बढ़ती हिंसा की पृष्ठभूमि में हुई है. यह गाजा पट्टी के साथ उन क्षेत्रों का हिस्सा है जहां फिलिस्तीनियों ने लंबे समय से एक देश स्थापित करने की मांग की है.हमास मीडिया ने उन वीडियो को दिखाया जिसमें उसने कहा कि लड़ाकों द्वारा गाजा में लाए गए इजरायली सैनिकों के शव थे. इजरायली घरों के अंदर फिलीस्तीनी बंदूकधारी थे और कथित तौर पर हमलावरों द्वारा इजरायली शहर में जीपों का दौरा किया गया था.

हमास मीडिया ने वीडियो फुटेज भी प्रसारित किया जिसमें स्पष्ट रूप से एक नष्ट हुए इजरायली टैंक को दिखाया गया है.गाजा में, रॉकेट प्रक्षेपणों की गड़गड़ाहट सुनी जा सकती है. निवासियों ने दक्षिणी शहर खान यूनिस के पास इजराइल के साथ अलगाव बाड़ के पास सशस्त्र झड़पों की सूचना दी. कहा कि उन्होंने सशस्त्र लड़ाकों की महत्वपूर्ण आवाजाही देखी है.

फिलिस्तीनी महिला अमल अबू दक्का ने खान यूनिस में अपना घर छोड़ते हुए कहा, हम डरे हुए हैं.गाजा में अन्य लोगों ने इजराइल में घुसपैठ पर अविश्वास व्यक्त किया. यह एक सपने जैसा है. मुझे अब भी इस पर विश्वास नहीं. यह हमला इजरायल द्वारा 1973 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ मनाने के एक दिन बाद हुआ, जिसने सीरिया और मिस्र के एक आश्चर्यजनक हमले में देश को विनाशकारी हार के कगार पर पहुंचा दिया था.

सऊदी अरब का फिलिस्तीनियों, इजरायलियों के बीच बढ़ते संघर्ष को रोकने का आह्वान

हमास द्वारा शनिवार को अभूतपूर्व हमला करने के बाद सऊदी अरब ने फिलिस्तीन और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष को तत्काल रोकने का आह्वान किया है.

सऊदी अरब के विदेश मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह कई फिलिस्तीनी गुटों और इजरायली कब्जे वाली ताकतों के बीच अभूतपूर्व स्थिति के घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है, जिसके परिणामस्वरूप वहां कई मोर्चों पर उच्च स्तर की हिंसा हो रही है.

बयान में कहा गया है, हम लगातार कब्जे के परिणामस्वरूप स्थिति के विस्फोट होने के खतरों के बारे में हमारी बार-बार दी गई चेतावनियों को याद कर रहे है. इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक विश्वसनीय शांति प्रक्रिया को सक्रिय करने का आह्वान किया.यूएई के विदेश मामलों के मंत्रालय ने भी सोशल मीडिया पर एक बयान में इजरायलियों और फिलिस्तीनियों के बीच तनाव को समाप्त करनश् का आह्वान किया.

यूएई ने गंभीर नतीजों से बचने के लिए अत्यधिक संयम बरतने और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अरब-इजरायल शांति की पथ प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय चैकड़ी को तुरंत फिर से सक्रिय करने और सभी प्रयासों को बढ़ाने का आग्रह किया है. यह भी कहा गया कि न्यायसंगत और व्यापक शांति और क्षेत्र को हिंसा, तनाव और अस्थिरता का सामना करने से रोकें.

ओमान ने भी दोनों पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा के महत्व पर बल देते हुए अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया.ओमान के मीडिया ने कहा, ओमान फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर लगातार अवैध इजरायली कब्जे, लगातार इजरायली आक्रामकता के परिणामस्वरूप फिलिस्तीनी और इजरायली पक्षों के बीच जारी तनाव पर चिंता के साथ नजर रख रहा है, जो गंभीर परिणामों का संकेत देता है.
 

इजराइल पर हमास के रॉकेट हमलों की व्यापक निंदा के बीच मिस्र ने इजराइल और फिलिस्तीनियों के बीच तनाव बढ़ने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी दी है.

मिस्र ने शनिवार को सरकारी समाचार एजेंसी द्वारा जारी विदेश मंत्रालय के एक बयान के माध्यम से, अधिकतम संयम बरतने और नागरिकों को और अधिक खतरे में डालने से बचने का आह्वान किया.

इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजरायलियों, फिलिस्तीनियों से संयम से काम लेने, आक्रमण कृत्यों से बचने का आह्वान किया.कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि फिलिस्तीनी लोगों के साथ बढ़ती हिंसा के लिए केवल इजराइल ही जिम्मेदार है.

इसमें कहा गया है कि कतर दोनों पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान करता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल को गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ असंगत युद्ध शुरू करने के बहाने के रूप में इन घटनाओं का उपयोग करने से रोकने का आह्वान करता है’

एर्दोगन ने कहा, हम सभी पक्षों को तर्कसंगत रूप से कार्य करने और तनाव बढ़ाने वाले आवेगपूर्ण कदमों से दूर रहने के लिए आमंत्रित करते हैं.

रूस ने भी संयम बरतने की अपील की है. उसने कहा,“हम अब सभी के संपर्क में हैं. इजरायलियों, फिलिस्तीनियों, अरबों के साथ. उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगदानोव ने रूसी निजी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स को बताया, बेशक, हम हमेशा संयम बरतने का आह्वान करते हैं.

सीएनएन की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका इजरायली नागरिकों के खिलाफ फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास के हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करता है और इजरायल की सरकार और लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है.

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अपने इजरायली समकक्ष तजाची हानेग्बी से बात की है और वह निकट संपर्क में रहेंगे.

यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि वह स्पष्ट रूप से इजरायल पर हमास द्वारा किए गए  हमले की निंदा करती हैं. उन्होंने कहा कि यह अपने सबसे घृणित रूप में आतंकवाद है.यह भयावह हिंसा तुरंत रुकनी चाहिए. आतंकवाद और हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलता. इस बीच यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेफ बोरेल ने कहा, ईयू इन कठिन क्षणों में इजराइल के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता है.

इस बीच, डच प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने कहा, “ हमास इजराइल पर अभूतपूर्व हमला कर रहा है… यह हिंसा रुकनी चाहिए. इजराइल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है.”भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इजरायल के प्रति एकजुटता दिखाया है.

इजरायल पर हमले फिलिस्तीनियों के आत्मविश्वास, ईरान की अभिव्यक्ति है

इस बीच ईरानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले फिलिस्तीनियों के आत्मविश्वास का प्रतीक हैं.ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा कि हमास के हमले इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनियों के बढ़ते आत्मविश्वास का सबूत हैं.

उन्होंने कहा कि हमास के ऑपरेशन में आश्चर्य और अन्य संयुक्त तरीकों का इस्तेमाल किया गया.इजरायली प्रधानमंत्री, ईरान अब्राहम समझौते के कार्यान्वयन को नहीं रोक सकते.नासिर कनानी ने कहा कि हमास ऑपरेशन पद्धति कब्जाधारियों के खिलाफ फिलिस्तीनी लोगों के विश्वास को दर्शाती है.

उधर, इराकी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी ऑपरेशन लगातार हो रहे कब्जे की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है.उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी कार्रवाई जायोनी कब्जा प्रशासन द्वारा दशकों के उत्पीड़न का स्वाभाविक परिणाम है.इराकी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि फिलिस्तीनी क्षेत्रों में तनाव से क्षेत्र की स्थिरता भी प्रभावित हो सकती है.