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पाकिस्तान में जारी राजनीतिक संकट होगा खत्म, इमरान खान से सुलह को तैयार मियां शहबाज शरीफ सरकार

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद

पाकिस्तान में चल रहे राजनीतिक विवादों को सुलझाने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच बातचीत का दौर शुरू हो गया है. इस सिलसिले में, सरकार की समिति के सदस्य सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने घोषणा की कि उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की मांग को स्वीकार कर लिया है और पार्टी के संस्थापक इमरान खान से परामर्श करने पर सहमति व्यक्त की है. यह जानकारी जियो न्यूज ने दी.

संसद भवन में शुरू हुई बातचीत

इस्लामाबाद के संसद भवन में दोनों पक्षों ने देश में बढ़ते राजनीतिक तनाव और अस्थिरता को कम करने के उद्देश्य से बातचीत शुरू की. सिद्दीकी ने जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में कहा, “देश के लोग अराजकता और आर्थिक अस्थिरता के बजाय शांति और लोकतांत्रिक मूल्यों को देखना चाहते हैं.”

न्यायिक मामलों से सरकार का किनारा


सिद्दीकी ने स्पष्ट किया कि सरकार न्यायिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर रही है. खासकर इमरान खान और उनकी पत्नी के खिलाफ चल रहे अल-कादिर ट्रस्ट मामले में. उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया से बातचीत का कोई संबंध नहीं है.

अगले दौर की बातचीत 2 जनवरी को

सिद्दीकी ने बताया कि दोनों पक्ष 2 जनवरी को बातचीत के अगले दौर के लिए मिलेंगे. बातचीत को गोपनीय रखने और सार्वजनिक बयानों से बचने पर भी सहमति बनी है ताकि प्रक्रिया बाधित न हो. उन्होंने पीटीआई से आग्रह किया कि वे अपनी मांगों को लिखित रूप में पेश करें, जिन पर सरकार विचार करेगी.

सरकारी समिति के वरिष्ठ सदस्य करेंगे मांगों पर विचार

सिद्दीकी ने बताया कि सरकार की समिति में संवैधानिक और कानूनी विशेषज्ञ शामिल हैं, जो पीटीआई की मांगों का अध्ययन कर उन्हें पूरा करने के संभावित विकल्पों पर विचार करेंगे.

मजलिस वहदत-ए-मुसलमीन (MWM) के प्रमुख सीनेटर राजा नासिर अब्बास ने भी वार्ता प्रक्रिया पर अपनी राय दी. उन्होंने इसे सकारात्मक दिशा में एक कदम बताया और जोर देकर कहा कि सरकार को इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए. अब्बास ने सरकार की वार्ता समिति के गठन में हुई देरी पर आलोचना की, लेकिन पीटीआई वार्ता समिति की तारीफ की.

प्रमुख हस्तियों की भागीदारी

बातचीत में उप प्रधानमंत्री इशाक डार, प्रधानमंत्री के सलाहकार राणा सनाउल्लाह, सीनेटर इरफान सिद्दीकी, नेशनल असेंबली के पूर्व अध्यक्ष असद कैसर, सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के अध्यक्ष साहिबजादा हामिद रजा और एमडब्ल्यूएम के राजा नासिर अब्बास सहित अन्य प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं.

पीटीआई की लिखित मांगों की प्रतिबद्धता

पहले दौर की बातचीत के बाद, पीटीआई ने अपनी मांगों को लिखित रूप में प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया है. सरकार और विपक्ष के बीच यह वार्ता प्रक्रिया राजनीतिक विवादों के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

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