शेख ज़ायद और शेख राशिद की साझेदारी: जब एक तस्वीर ने यूएई का भविष्य लिखा
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दुबई
यूएई के इतिहास में शेख ज़ायद बिन सुल्तान अल नाहयान और शेख राशिद बिन सईद अल मकतूम की एक प्रतिष्ठित तस्वीर, जो राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है, इस साल के ईद अल एतिहाद (यूएई राष्ट्रीय दिवस) के केंद्र में रही. यह तस्वीर साइनबोर्ड, पोस्टर, बैज और लैंडमार्क्स पर छाई हुई है, जो यूएई की पहचान के मूलभूत तत्व – एकता और सहयोग – को रेखांकित करती है.
तस्वीर का ऐतिहासिक महत्व
यह तस्वीर 1968 में ली गई थी, जब यूएई के दो संस्थापक पिता शेख ज़ायद और शेख राशिद ने संघ के गठन पर चर्चा के लिए एक ऐतिहासिक बैठक की थी. यह बैठक अबू धाबी और दुबई की सीमा पर एक तंबू में आयोजित की गई थी. तस्वीर में उनकी साझेदारी और विश्वास का प्रतीकात्मक क्षण कैद है, जिसने 1971 में यूएई के गठन का मार्ग प्रशस्त किया.
तस्वीर को किसने लिया?
यह ऐतिहासिक छवि प्रसिद्ध ‘रॉयल फ़ोटोग्राफ़र’ नूर अली राशिद द्वारा ली गई थी. नूर अली राशिद ने उस समय शेख ज़ायद के साथ कई बैठकों में भाग लिया और उनके साथ महत्वपूर्ण क्षणों को कैमरे में कैद किया.
राशिद की बेटी, शम्सा नूर अली राशिद, जो पिछले 14 वर्षों से अपने पिता की विरासत को संरक्षित करने का काम कर रही हैं, ने इस तस्वीर की कहानी को साझा किया. उन्होंने बताया कि यह तस्वीर उस समय ली गई थी जब दोनों नेता अबू धाबी की सीमा पर स्थित अल समीह क्षेत्र के पास एक तंबू में मिले थे. इस मुलाकात में उन्होंने संघ के निर्माण को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए.
50 years ago, on the 18th February 1968, in a tent in the desert, Sheikh Zayed and Sheikh Rashid shook hands to found a nation, with Zayed as its President. pic.twitter.com/UmItJtFudG
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) February 18, 2018
संघ की नींव का प्रतीक
18 फरवरी 1968 को शेख ज़ायद और शेख राशिद के बीच हुई इस बैठक को यूएई के संघ की नींव के रूप में देखा जाता है. इस दिन, दोनों नेताओं ने संघ के गठन के लिए औपचारिक समझौता किया. तीन साल बाद, 2 दिसंबर 1971 को, संयुक्त अरब अमीरात का औपचारिक रूप से गठन हुआ.
यह तस्वीर केवल एक ऐतिहासिक क्षण नहीं है, बल्कि दो महान नेताओं के बीच गहरे आपसी सम्मान और साझेदारी की गवाही भी है. यह संघ की नींव रखने वाले दृष्टिकोण, विश्वास और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
नेतृत्व की अद्वितीय दृष्टि
शेख ज़ायद और शेख राशिद का नेतृत्व आधुनिक यूएई की रीढ़ रहा है. दोनों नेताओं ने न केवल संघ को आकार दिया बल्कि इसकी नींव को मजबूत बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए.
शेख ज़ायद ने अबू धाबी को संघ की राजधानी के रूप में स्थापित किया और देश के बुनियादी ढांचे, शिक्षा और सामाजिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया.शेख राशिद, जिन्हें “आधुनिक दुबई के पिता” के रूप में जाना जाता है, ने दुबई को वैश्विक व्यापार और आर्थिक केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
उनकी साझेदारी ने सुनिश्चित किया कि अबू धाबी और दुबई दोनों यूएई के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं.
तस्वीर की विरासत
यह प्रतिष्ठित तस्वीर न केवल इतिहास की झलक है, बल्कि यह यूएई की वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा भी है. यह तस्वीर दोस्ती, विश्वास और साझा दृष्टिकोण का प्रतीक है, जिसने यूएई को एक शक्तिशाली और प्रगतिशील संघ में बदल दिया..
नूर अली राशिद: यूएई की आंखें
नूर अली राशिद, जिनका 2010 में निधन हुआ, को यूएई के इतिहास को फोटोग्राफी के माध्यम से संरक्षित करने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने अपने करियर के दौरान तीन मिलियन से अधिक तस्वीरें खींचीं, जो यूएई के शासकों, सांस्कृतिक घटनाओं और ऐतिहासिक क्षणों को दर्शाती हैं. उनकी तस्वीरें न केवल कला हैं बल्कि एक ऐसा दस्तावेज़ भी हैं जो यूएई के गठन और विकास की कहानी सुनाती हैं.
एकता का प्रतीक
यह तस्वीर यूएई की उल्लेखनीय यात्रा की कहानी बयां करती है. यह संघ, दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसने यूएई को आधुनिक दुनिया में एक सफल राष्ट्र के रूप में स्थापित किया.यूएई आज भी इन दो महान नेताओं की दृष्टि और प्रयासों का सम्मान करता है, और उनकी इस प्रतिष्ठित तस्वीर को राष्ट्रीय एकता और सहयोग के प्रतीक के रूप में संजोकर रखता है.
इनपुट और तस्वीरेंः गल्फ न्यूज से साभार