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सरफराज के रन आउट पर जडेजा की पैरवी में उतरे सांप्रदायिकता फैलाने वाले

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

’‘हिंदू होने के कारण जडेजा से नफरत और मुस्लिम होने के कारण सरफराज से प्रेम.’’यह शब्द हैं मिस्टर सिन्हा नाम के एक एक्स हैंडलर के. यह जनाब खुद को विदेशी नीति में पारंगत और हिंदू राइट एक्टिविस्ट बताते हैं.ऐसे नफरती लोगों को यह तक याद नहीं रहता कि सरफराज खान भी भारतीय हैं और वह इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए खेल रहे हंै. गुरूवार सुबह जब सरफराज की भारतीय क्रिकेट टेस्ट में डेब्यू हो रही थी तब बाप-बेटे की गले लगकर बिलख्ती तस्वीर देखकर हर भारतीय का दिल पसीज गया था. यही नहीं सरफराज जब लगातार रन बना रहे थे तब भी पूरा देश खुशियों से ताली बजा रहा था.

रन बनाने की रफ्तार से देश वासियों को उम्मीद थी कि उनके बल्ले से कम से कम एक सेंच्यूरी जरूर निकलेगी. मगर रविंद्र जडेजा की एक भूल ने खेल बिगाड़ दिया. सरफराज अपने इरादे में नाकाम होकर असमय मैदान से बाहर आ गए.

सरफराज के इस तरह आउट होने से स्पोर्ट कीड़ा नामक एक खेल एक्स हैंडल से जडेजा के इस घटना पर अफसोस जाहिर करने वाला बयान शेयर किया गया है. यही नहीं सरफराज के जडेजा की चूक से आउट होने पर कप्तान रोहित शर्मा के ड्रेसिंग रूम में नाराज होकर कैप जमीन पर फेंकते देख जा चुके हैं. यह वीडियो भी वायरल हो रहा है. यहां तक कि पूरा सोशल मीडिया जडेजा की गलती से सरफराज के आउट होने पर अफसोस जता रहा है.

बावजूद इसके मिस्टर सिन्हा और उनके जैसे हिंदू-मुसलमान के नाम पर देश में नफरत फैलाने वाले खेल की इस घटना को अलग रंग देने में लगे हैं.

मिस्टर सिन्हा ने इस खेल प्रकरण पर इतना गंदा कमेंट किया है कि इसके लिए उनपर मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है.मिस्टर सिन्हा ने लिखा है.‘‘श्री सारे सेक्युलर,अब्दुल गाली दे रहे हैं. सरफराज के रन आउट के लिए हमने पहले भी कई बार रन आउट होते देखा है लेकिन किसी भी खिलाड़ी के साथ इस तरह दुर्व्यवहार नहीं किया गया.

कारण हिंदू होने के कारण जड़ेजा से नफरत और मुस्लिम होने के कारण सरफराज से विशेष प्रेमऔर फिर यही जोकर उपदेश देंगे कि खेल में धर्म को मत लाओष्.स्पष्ट कारणों से बीसीसीआई एकादश में से कोई भी उनके लिए स्टैंड नहीं लेगा.’’

चिंताजनक पहलू यह है कि ऐसे लोग खुद को खेल प्रेमी भी मानते हैं, पर ऐसे लोगों में खेल को लेकर कोई तमीज नहीं. मिस्टर सिन्हा जैसों को पता नहीं कि खेल कोई सियासत नहीं. सियासी लोग हिंदू-मुसलमान करते हैं, खिलाड़ियों को कभी ऐसा करते देखा है क्या ? पाकिस्तान के खिलाड़ी से लेकर नीरज चोपड़ा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए मेडल लाया है और पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान की नन्ही सी बेटी को भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य गोद में खिलाती देखी गई हैं.

इसमें दो राय नहीं है कि क्रिकेट में गतल फैसले को लेकर रन आउट की घटनाएं प्रायः होती हैं. मगर ऐसी कमियों पर काबू पाने के लिए ही तो लगतार मैच खेले जाते हैं और अभ्यास किया जाता है. यदि जडेजा की गलती नहीं होती तो वह भला इसपर खेद क्यों जताते ?

सरफराज के आउट होने पर एक्स के अपने हैंडल पर एक ने लिखा है-‘‘सरफराज अपने डेब्यू मैच में जबर्दस्त तरीके से खेल रहे तभी जडेजा अपनी सेंचुरी बनाने के चक्कर में सरफराज़ को रन आऊट करा दिया.यहाँ 110 प्रतिशत गलती जडेजा की थी. इसी तरह भारत के एक क्रिकेट प्रेमी ने बेहद सभ्य तरीके से प्रतिक्रिया दी है-‘‘ भाई आपको क्या लगता है. इसी ɄⲘƗ₮ Ɍ₳Ɉ₱Ʉ₮ लिखते हैं , ‘‘बहुत स्वार्थी थे जाडेजा 🙄 🤔👀सरफराज खान को रन आउट करने वाले स्वार्थी रवींद्र जड़ेजा से रोहित शर्मा नाखुश हैं.जडेजा एक नवोदित खिलाड़ी को धोखा देने के लिए बहुत बुरे थे. फिर भी, अच्छा खेला सरफू 🔥🔥.सरफराज खान ड्रेसिंग रूम में निराश हैं. स्पोर्ट्स कीड़ा के अनुसार , ‘‘रवीन्द्र जड़ेजा ने रनआउट के लिए सरफराज खान से माफी मांगी ’

दूसरी तरफ जडेजा की पत्नी ने पति के सेंच्यूरी मारने के लिए एक्स पर ट्वीट कर उन्हें बदाई दी है. बधाई संदेश में रीवाबा रवीन्द्रसिंह जाडेजा /रीवाबा4बीजेपी ने लिखा है, ‘‘ अपने पतिए रवीन्द्र जड़ेजा को हमारे गृहनगर राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाते हुए देखकर बहुत खुशी हुई! उनका उल्लेखनीय प्रदर्शन हमारे दिलों को गर्व से भर देता हैए जाने के लिए रास्ता. ’’इस विवाद के इतर इसमें दो राय नहीं कि रविद्र जडेजा ने मैच में बेहतर प्रदर्शन किया है.

  • सरफराज के रन आउट पर जडेजा की पैरवी में उतरे सांप्रदायिकता फैलाने वाले लोगों की नफरती सोच नहीं सही.
  • सरफराज खान भारतीय हैं और उन्होंने भारत के लिए खेला है, इसे याद रखना चाहिए.
  • रविंद्र जडेजा की एक भूल ने सरफराज को आउट करवा दिया, लेकिन इसका अफसोस जताना सही नहीं.
  • सामाजिक मीडिया पर जडेजा की गलती को लेकर नफरत फैलाने वाले लोगों को निंदा करना चाहिए.
  • हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत फैलाने वालों को खेल की सामरिकता को समझना चाहिए.
  • खेल में धर्म को न लाने के उपदेश देने वाले हमेशा सम्मानित होते हैं.
  • खेल प्रेमी लोगों को खेल के नियमों का पालन करना चाहिए, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम.