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भाजपा सांसद की हत्या की योजना में अलकायदा के दो गिरफ्तार, श्रीनगर में टेरर फंडिंग में कई धरेे

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद की कथित हत्या की साजिश रचने के आरोप में उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने रविवार को अलकायदा से जुड़े दो आतंकवादियों को लखनऊ के बाहरी इलाके काकोरी से गिरफ्तार करने का दावा किया है. उधर, कश्मीर से भी कई लोग कथित तौर पर टेरर फंडिंग लिप्त होने के आरोप में पकड़े गए हैं.

कथित तौर पर दोनों उग्रवादी काकोरी इलाके के एक घर में छिपे हुए थे.एटीएस टीम को उनकी मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी. पिछले एक हफ्ते से वह उन पर नजर रख रही थी.आईजी एटीएस जी.के. गोस्वामी के नेतृत्व में बनी टीम ने उनके इलाके को घेर लिया. दोनों को एक घर से गिरफ्तार कर लिया.

इस घर में वसीम नाम का एक किराएदार पिछले 15 साल से रहता था. घर में एक मोटर गैरेज भी है.एटीएस सूत्रों के मुताबिक, घर से दो प्रेशर कुकर बम, एक डेटोनेटर और 6 से 7 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है.बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर बुलाया गया है और आसपास के घरों को खाली करा लिया गया है.

आईजी ने गिरफ्तार व्यक्तियों के नामों का खुलासा नहीं किया. कहा कि पूछताछ के बाद आगे के विवरण का खुलासा किया जाएगा.एटीएस सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आतंकवादियों ने लखनऊ में एक भाजपा सांसद और भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाने की योजना बनाई थी.विभिन्न एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा बलों की एक मजबूत टुकड़ी मौके पर पहुंच गई है.

एनआईए टीम ने कश्मीर में कई को किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने रविवार को कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की और आतंकी फंडिंग मामले में एक इस्लामिक मदरसा के अध्यक्ष सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया. भारतीय उपमहाद्वीप में कट्टरपंथ से जुड़े 10 दिन पहले दर्ज मामले के सिलसिले में एनआईए की टीम ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ अनंतनाग और श्रीनगर जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की.

सूत्रों ने कहा कि टीम ने श्रीनगर के पुराने शहर नवबाजार इलाके के दलाल मोहल्ला में ‘सिराजुल उलूम‘ नाम के एक इस्लामिक मदरसे में छापा मारा. मदरसा अध्यक्ष अदनान अहमद नदवी को गिरफ्तार करने के अलावा कुछ कार्यालय रिकॉर्ड और एक लैपटॉप भी जब्त किया. संस्था उत्तर प्रदेश में एक इस्लामिक मदरसा से संबद्ध है.

श्रीनगर में छापेमारी के बाद अनंतनाग जिले के पुशरू, सुनसूमा और अचबल गांवों में भी इसी तरह की छापेमारी की गई.टीमों ने वहां कई लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक जावेद अहमद मीर, एक एमबीए और एक दुकानदार शामिल हैं. इनके अलावा, रेडीमेड गारमेंट की दुकान चला रहे उमर भट, ओवैस अहमद भट, लैब टेकनीशियन तनवीर अहमद भट, दुकानदार और अनंतनाग शहर की जंगलत मंडी का केमिस्ट जीशान अमीन मलिक.

इसके अलावा, एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) और जम्मू-कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से तलाशी अभियान में शामिल थे.एक अधिकारी के अनुसार, मामला ऑनलाइन कट्टरपंथ से संबंधित है और एजेंसी को कट्टरपंथी प्रक्रिया के पीछे कुछ विदेशी आधारित संचालकों की भागीदारी के बारे में इनपुट मिले थे.

छापेमारी सुरक्षा बलों और मामले में शामिल जांच एजेंसियों द्वारा हिरासत में लिए गए कुछ लोगों से प्राप्त इनपुट पर आधारित थी.यह छापेमारी मोस्ट वांटेड आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे सहित जम्मू-कश्मीर सरकार के 11 कर्मचारियों को आतंकी फंडिंग गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण नौकरी से हटाए जाने के एक दिन बाद की गई.