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दुबई के मैडम तुसाद संग्रहालय में बेनजीर भुट्टो की प्रतिमा का अनावरण, क्वेटा में ’बीबी’ की मूर्ति का क्यों बनाया जा रहा मजाक

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, दुबई

दुबई के मैडम तुसाद संग्रहालय में पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की मोम की प्रतिमा लगाई गई है. एक समारोह के दौरान रविवार को इसका अनावरण किया जाएगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी रविवार को दुबई के मैडम तुसाद संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टा की मोम प्रतिमा के अनावरण समारोह में भाग लेंगे.

शनिवार को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी 30 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात की आधिकारिक यात्रा करेंगे.बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान और मुस्लिम जगत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं. वह दो बार प्रधानमंत्री रहीं, लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी.

लंबे समय तक निर्वासन में रहने के बाद वह 2007 में पाकिस्तान लौटी थीं. 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक चुनावी रैली से लौटते समय एक आत्मघाती हमले और गोलीबारी की घटना में उनकी मौत हो गई.अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात करेंगे. वे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे.

बिलावल भुट्टो जरदारी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के भाई शेख सईद बिन जायद के निधन पर यूएई नेतृत्व के प्रति संवेदना भी व्यक्त करेंग.विदेश कार्यालय के अनुसार, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा दोनों भाई देशों के बीच आपसी सहयोग को दर्शाती है. दोनों देश भाईचारे के संबंधों को मजबूत करने और आपसी आर्थिक साझेदारी को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

क्वेटा में बेनजीर भुट्टो की प्रतिमाः सम्मान या मजाक

बलूचिस्तान के मुख्य शहर क्वेटा के एक पार्क में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की मूर्ति की एक तस्वीर पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर घूम रही है.ट्विटर पर इस तस्वीर को शेयर करने वालों की राय पर नजर डालें तो पता चलता है कि पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा ने लोगों को ज्यादा प्रभावित नहीं किया है. लोग इसके डिजाइन को नापसंद की नजर से देख रहे हैं.

पत्रकार वेंगस ने प्रतिमा की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) शहीद सुश्री बेनजीर भुट्टो के नाम पर शासन करती है और उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि यह कौन सी चीज (प्रतिमा) स्थापित की गई है.दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री की यह प्रतिमा क्वेटा के बेनजीर पार्क में स्थापित की गई है. नाजिया मेमन नाम की यूजर ने इस मूर्ति पर कमेंट करते हुए लिखा, वे उन्हें सम्मान दे रहे हैं या उनका मजाक उड़ा रहे हैं?

गौरतलब है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) की सरकार पीपीपी की सरकार नहीं है, बल्कि इस पार्टी को पीपीपी का समर्थन हासिल है.मानवाधिकार कार्यकर्ता फातिमा आतिफ ने मूर्ति को अपमानजनक बताया और लिखा कि क्वेटा के एक पार्क में स्थापित सुश्री बेनजीर भुट्टो की मूर्ति पाकिस्तान की सभी महिलाओं का अपमान करने के समान है.

उन्होंने आगे लिखा कि बलूचिस्तान की प्रांतीय सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए कि ये सब कैसे हुआ.पीपीपी सदस्य हयात खान अचकजई ने एक ट्वीट कर लोगों को जानकारी दी कि उन्होंने क्वेटा के प्रशासक जब्बार बलूच से संपर्क किया है और उनसे शहीद बीबी की अपमानजनक प्रतिमा को बदलने के लिए कहा है.

हयात खान अचकजई ने कहा कि उन्हें जब्बार बलूच ने आश्वासन दिया है कि मूर्ति बदल दी जाएगी.बेनजीर दो बार प्रधानमंत्री पद संभालने वाली पाकिस्तान की पहली और एकमात्र महिला थीं. 27 दिसंबर 2007 को एक चुनावी रैली के बाद रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक बम विस्फोट में उनकी मौत हो गई थी.