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यूपीः सीएए विरोध के दौरान पुलिस की गोली के शिकार सुलेमान की मां चुनावी मैदान में

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

20 वर्षीय सुलेमान की 2019 में सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान मौत हो गई थी. अब उनकी मां अकबरी खातून यूपी चुनाव लड़ रही हैं.
नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएएए
और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर एनआरसी के विरोध में 2019 के अंत में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 20 वर्षीय मोहम्मद सुलेमान को मौत के घाट उतार दिया था. दो साल बाद, उनकी मां अकबरी खातून यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार बनीं.

खातून बिजनौर से चुनाव लड़ेंगे.

कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को खातून के नामांकन की घोषणा की और एक दिन बाद उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. बता दें कि 22 अन्य मुस्लिम पुरूषों के साथ सुलेमान भी सीएए के विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की गोलीबारी से मारा गया था.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, खातून ने कहा, ‘‘हम दो साल से अधिक समय से न्याय के लिए लड़ रहे हैं. पुलिस ने हमें परेशान किया, लेकिन हम पीछे नहीं हटे. कांग्रेस समाज के हाशिए पर पड़े तबकों को मौका दे रही है, जिन्हें इस सरकार ने प्रताड़ित और प्रताड़ित किया है.‘‘

सात बच्चों की मां और गृहिणी ने कहा, ‘‘मैं अपने बेटे और उनके जैसे कई अन्य लोगों को न्याय दिलाने के लिए यह चुनाव लड़ रही हूं, जिन्हें इस सरकार ने प्रताड़ित किया है.‘‘

बता दें कि दिसंबर 2019 में, बिजनौर पुलिस के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मृतक मुस्लिम व्यक्ति (और कई अन्य मृतक) पर हिंसा का आरोप लगाते हुए नेहटौर पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दी थी.
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