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UPDate : गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी मुस्लिम छात्रों पर हमले के मामले में दो गिरफ्तार

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, अहमदाबाद

गुजरात यूनिवर्सिटी के एक होस्टल में तरावीह नमाज के दौरान भगवाधारियों द्वारा अचानक हमला और होस्टल के कमरों में तोड़-फोड़ करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बढ़ते दवाब के कारण पुलिस भी न केवल सक्रिय हो गई है आरोपियों के बीच बचाव में हिंदूवादी भी आगे आ गए हैं. इस मामले में गुजरात पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

मामले को लेकर अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त ने कहा है कि हमलावरों से सख्ती से निपटा जाएगा.

पहली बार इस मामले को सोशल मीडिया के जरिए मंजर-ए-आम पर लाने वाले अल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबेर ने अपने एक्स हैंडल पर ताजा जानकारी दी है, -‘‘
गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी मुस्लिम छात्रों के बीच मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
1)हितेश राखुभाई मेवाड़ा.
2) भरत दामोदरभाई पटेल.

जुबेर ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा-‘‘विदेशी छात्रों में से एक का कहना है, वे गुजरात विश्वविद्यालय के प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से परिसर के अंदर अपने ब्लॉक में नमाज अदा कर रहे हैं. बाहरी लोगों (बजरंग दल के सदस्यों) को छात्रावास परिसर में आने की अनुमति कौन देता है? विशेष रूप से देर रात को ए-ब्लॉक के अंदर जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों को समर्पित है? बजरंग दल के सदस्य यह जांचने वाले कौन होते हैं कि छात्र अपने छात्रावास ब्लॉक के अंदर क्या कर रहे हैं?

इसमंे आगे कहा गया है, ‘‘सोशल मीडिया पर कई आरडब्ल्यू समर्थक दावा कर रहे हैं कि छात्र बिना अनुमति के खुले सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ रहे थे.

नहीं, ये छात्र रात करीब 10 बजे ए-ब्लॉक के हॉस्टल परिसर के अंदर तरावीह की नमाज पढ़ रहे थे, जहां हॉस्टल में 75 विदेशी छात्र रहते हैं. उनका दावा है कि वे विश्वविद्यालय से अनुमति लेकर पिछले 2-3 वर्षों से रमजान के दौरान नमाज अदा कर रहे हैं. गुजरात में पढ़ने वाले विदेशी छात्र भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) का हिस्सा हैं जो विदेश मंत्रालय के अधीन है. आशा है कि विदेश मंत्रालय संज्ञान लेगा.’’

इस मामले में एक वीडियो साझाकर पत्रकार हक ने अपने एक्स पर लिखा-‘‘गुजरात युनिवर्सिटी में विदेशी मुस्लिम स्टूडेंट्स पर भगवा गुंडों द्वारा हमले पर प्रत्यक्ष दर्शियों ने जो देखा वो भी सुनिए.

भगवाधारी संगठनों के समर्थकों का कहना है कि विदेशी मुस्लिम छात्र उस जगह नमाज अदा कर रहे थे, जहां गणेशोत्सव मनाया जाता है. इस बारे में राकेश चैरसिया ने सोशल मीडिया पर एक फोटो साझा कर लिखा-’’ हॉस्टल के छात्रों ने उस जगह पर नमाज पढ़ना शुरू कर दिया जहां हर साल गणपति उत्सव होता था. स्थानीय छात्र पिछले दो-तीन दिनों से उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे. गुजरात यूनिवर्सिटी में बनी घटना की सच्चाई यह है.’’

हालांकि चैरसिया का एक्स हैंडल देखकर लगता है कि इसे खास इस बात को प्रचारित करने के लिए बनाया गया है. इसका केवल एक ही फाॅलोवर है. रही बात गणेशोत्सव की तो यदि विदेशी मुस्लिम छात्रों की बात सही है कि अंतरराष्ट्रीय होस्टल में किसी बाहरी के आने पर बंदिश है तो फिर यहां गणेशत्सव कौन मना रहा था ?

वैसे, इस पूरे मामले में की जानकारी के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं.

इस मामले में गुजरात पुलिस और अहमदाबाद पुलिस के आयुक्त का भी अलगए अलग बयान आया है. पुलिस आयुक्त का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है. एक हमलावर की पहचान कर ली गई है. सभी वीडियो की जांच की जा रही है. उन्होने कहा कि सख्त कार्रवाई की जाएगी. सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे.

बीबीसी की एक खबर में विदेशी छात्रों के कमरों में तोड़ फोड़ किए जाने का विडियो सामने आया है. बताया गया कि हमलावरों ने इलेक्ट्रॉनिक यंत्र भी तोड़ दिए गए.

इस बीच विहिप नेता का भी बयान है.उन्होंने अपने वीडियो में माना कि हमले में उनके संगठन के कार्यकर्ता शामिल हैं.उन्होंने ओवैसी सहित कई लोगों का भी अपने बयान में नाम लिया और होस्टल में नमाज पढ़ने को लेकर आपत्ति जताई.

दूसरी तरफ होस्टल के विदेशी छात्र सवाल उठा रहे हैं कि बिना अनुमति उनके कैंपस में कोई नहीं आ सकता .ण्फिर हमलावर कैसे घुसे. बहरहालए इस घटना से एक बार फिर भारत न केवल अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छाया है, बल्कि देश की छवि को भी बट्टा लगा है.