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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का AI-जनरेटेड वीडियो विवाद: गाजा को ‘लग्जरी रिसॉर्ट’ में बदलने के प्रस्ताव पर हंगामा

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,वाशिंगटन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर एक AI-जनरेटेड वीडियो पोस्ट कर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस वीडियो में गाजा को एक लग्जरी रिसॉर्ट के रूप में दर्शाया गया है, जिसे व्यापक आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में ट्रम्प की एक सुनहरी मूर्ति, हम्मस खाते हुए, नाचते हुए एलन मस्क और समुद्र तट पर आराम करते हुए अमेरिकी और इजरायली नेता नजर आ रहे हैं। यह वीडियो गाजा से 2.1 मिलियन फिलिस्तीनियों को निष्कासित कर इस क्षेत्र को अमेरिका के स्वामित्व वाले “रिवेरा” में बदलने के ट्रम्प के प्रस्ताव को प्रमोट करता है।

वीडियो का कंटेंट और विवाद की जड़

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो की शुरुआत नंगे पाँव फिलिस्तीनी बच्चों के गाजा के मलबे के बीच से गुजरने के साथ होती है। एक शीर्षक कार्ड पूछता है, “आगे क्या होगा?” इसके बाद उन्हें गाजा के तट के साथ एक भविष्य की चमकती स्काईलाइन की ओर बढ़ते हुए दिखाया गया है। इस दौरान एक बैकग्राउंड वॉयस गाती है: “अब कोई सुरंग नहीं, अब कोई डर नहीं… ट्रम्प गाजा आखिरकार आ ही गया!”

इस वीडियो में एलन मस्क समुद्र तट पर नाचते हुए दिखाए गए हैं, जबकि ट्रम्प का एक बड़ा सुनहरा गुब्बारा हवा में उड़ता हुआ नजर आता है। वीडियो के अंत में ट्रम्प और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ड्रिंक्स के साथ बैठकर इस योजना पर चर्चा कर रहे हैं।

गाजा पर ट्रम्प की योजना और वैश्विक प्रतिक्रिया

ट्रम्प ने यह प्रस्ताव दिया है कि गाजा को एक “रिवेरा” में बदला जाए और इस क्षेत्र का स्वामित्व अमेरिका के पास हो। इस प्रस्ताव को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है।

वेस्ट बैंक स्थित फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) ने इस योजना की कड़ी निंदा करते हुए इसे “अंतर्राष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन” करार दिया है। PA के विदेश मंत्री वर्सेन अगाबेकियन शाहीन ने कहा, “हमने पहले भी विस्थापन की कोशिश की है, और यह फिर कभी नहीं होगा।” उन्होंने 1948 के अरब-इज़राइल युद्ध के दौरान विस्थापित हुए सैकड़ों हजारों फिलिस्तीनियों का जिक्र करते हुए यह बयान दिया।

गाजा के हमास-नियंत्रित सरकारी मीडिया कार्यालय ने भी वीडियो को “अपमानजनक” बताया। गाजा के महानिदेशक इस्माइल अल-थावाबता ने सीएनएन को बताया, “यह वीडियो और इसकी सामग्री औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाती है, जो वास्तविकता को विकृत करने और इजरायली कब्जे के अपराधों को सही ठहराने की कोशिश कर रही है।”

अरब देशों की प्रतिक्रिया और आगामी बैठकें

ट्रम्प की इस योजना को लेकर अरब नेताओं ने शुक्रवार को पहली बार रियाद में बैठक की। सीएनएन के अनुसार, वे 4 मार्च को काहिरा में फिर से मिलेंगे और ट्रम्प के समक्ष अपनी स्थिति पेश कर सकते हैं। नेतन्याहू ने बार-बार एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य के विचार को खारिज किया है और ट्रम्प की गाजा पर अमेरिकी स्वामित्व वाली योजना का समर्थन किया है।

ट्रम्प का इरादा स्पष्ट नहीं

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ट्रम्प वास्तव में अपने इस प्रस्ताव पर काम करने का इरादा रखते हैं या नहीं। लेकिन इस वीडियो ने पहले ही वैश्विक राजनीति में भूचाल ला दिया है। जहां अमेरिकी रिपब्लिकन नेता इसे “एक दूरदर्शी योजना” बता रहे हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और अरब नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।

काबिल ए गौर

ट्रम्प का यह AI-जनरेटेड वीडियो और गाजा को लेकर उनकी विवादित योजना अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बड़े स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है। यह वीडियो केवल एक डिजिटल कंटेंट नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक एजेंडा का संकेत दे सकता है। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह योजना सिर्फ एक प्रचार रणनीति है, या वास्तव में ट्रम्प प्रशासन इसे अमल में लाने की कोशिश करेगा।

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