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वीडियोः इजरायली ड्रोन हमले में बाल-बाल बचे हिजबुल्लाह प्रमुख फुआद शुकर

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बेरूत

बेरूत के दक्षिणी उपनगर हारेट हरेक में इजरायली ड्रोन हमले में हिजबुल्लाह के सैन्य संचालन कक्ष के प्रमुख फुआद शुकर (Fuad Shukr), जिन्हें समूह में दूसरे नंबर का माना जाता है, इस हमले में बच गए.हिजबुल्लाह सूत्रों के अनुसार, “हत्या का प्रयास विफल हो गया”. शुकर का “पता नहीं चल रहा है.” इस हमले में लक्षित आवासीय इमारत को नुकसान हुआ, जिसमें एक महिला सहित दो लोग मारे गए. कई अन्य घायल हो गए. कुछ की हालत गंभीर है.

हमला स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे से कुछ पहले हुआ. इस हमले से पहले, इजरायली अधिकारियों ने हिजबुल्लाह को “एक दर्दनाक झटका” देने की धमकी दी थी. उन्होंने समूह को कब्जे वाले गोलान हाइट्स के मजदल शम्स शहर में एक फुटबॉल स्टेडियम पर बमबारी के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जिसमें 12 बच्चे और युवा मारे गए और कई घायल हो गए थे. हालाँकि, हिजबुल्लाह ने हमले में किसी भी भूमिका से इंकार किया है.

इजरायली ड्रोन ने हिजबुल्लाह के शौरा परिषद के पूर्व कार्यालय के पास और बहमन अस्पताल के निकट स्थित लक्षित इमारत पर तीन मिसाइलें दागीं. हमले के बाद आसपास की सड़कों पर घनी धूल, टूटे शीशे और मलबे फैल गए, जिसके बीच दर्जनों एंबुलेंस और दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं.

हिजबुल्लाह ने क्षेत्र में सुरक्षा घेरा बना दिया. निवासियों में डर और गुस्सा फैल गया. सैकड़ों युवा हिजबुल्लाह समर्थकों ने समूह के समर्थन में नारे लगाए और इजराइल को जवाब देने की धमकी दी.

इजरायली सेना ने बताया कि लेबनानी सीमा पर 15 प्रोजेक्टाइल दागे गए, जिनका असर ऊपरी गैलिली क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर पड़ा. हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.

हमले के बाद, इजरायली चैनल 13 ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर पर हमले की पुष्टि की. बताया कि यह ड्रोन द्वारा किया गया था, जिसने तीन मिसाइलें दागी थीं. इजरायली मीडिया ने फुआद शुकर की तस्वीर प्रकाशित करते हुए कहा कि “इजरायली सेना ने फुआद शुकर के बारे में जानकारी देने वाले को 5 मिलियन डॉलर तक का इनाम देने की घोषणा की है.”

इजरायली मीडिया के अनुसार, शुकर ने “1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें 241 अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए थे.”

इस बीच, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के मुख्य समन्वयक सहित अधिकारियों ने स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के प्रयास तेज कर दिए हैं. इजरायल के चैनल 12 ने एक इजरायली अधिकारी के हवाले से कहा कि “इजरायल का क्षेत्रीय युद्ध शुरू करने का कोई इरादा नहीं है.

अगर हिजबुल्लाह हमले का जवाब नहीं देता है, तो हम युद्ध में नहीं घसीटे जाएंगे.” इज़राइल ब्रॉडकास्टिंग अथॉरिटी ने बताया कि इस हमले का निर्णय बेंजामिन नेतन्याहू के अमेरिका से लौटने के बाद लिया गया था.