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ग़ाज़ा में इज़रायली मिसाइल हमले का वायरल वीडियो: हवा में उड़ते शवों ने झकझोरा पूरी दुनिया को

आवाज द वाॅयस,ग़ाज़ा/नई दिल्ली

ग़ाज़ा पट्टी में इज़राइल द्वारा किए गए हालिया मिसाइल हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें धमाके के बाद फिलिस्तीनी नागरिकों के शव हवा में उछलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो की भयावहता ने दुनियाभर में ग़म और गुस्से की लहर दौड़ा दी है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक जोरदार विस्फोट के तुरंत बाद लोगों के शव हवा में कई मीटर ऊपर तक उठते हैं, और फिर ज़मीन पर गिरते हैं। इस भयावह दृश्य के बीच पीछे मस्जिद की मीनार और उठता धुआं साफ़ देखा जा सकता है।

महिलाओं की चीखों के बीच हवा में उड़े शव

वीडियो में एक महिला की दहला देने वाली चीखें सुनाई देती हैं, जो विस्फोट की भयानकता को बयां करती हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर ग़ाज़ा के सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद खालिद ने वीडियो साझा करते हुए लिखा,

“जितना ध्यान से देखेंगे, उतने लोग हवा में उड़ते नज़र आएंगे। अपराध का यह स्तर मानवता के इतिहास में अभूतपूर्व है।”

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा,

“मैं इस मंजर को कभी नहीं भूल सकता। पूरी दुनिया के सामने मुसलमानों के शव हवा में उड़ रहे हैं। ऐसा दृश्य कभी कल्पना में भी नहीं आया था।”

वीडियो को लेकर वैश्विक प्रतिक्रिया

इस वीडियो को देखने के बाद दुनियाभर के मानवाधिकार कार्यकर्ता, पत्रकार और आम लोग ग़ाज़ा में हो रहे अत्याचारों को लेकर आक्रोशित हैं। कई लोगों ने इसे “मानवता के खिलाफ अपराध” करार दिया है।

एक वायरल कैप्शन में लिखा गया,

“वे ग़ाज़ा के आसमान में उड़ते हुए पक्षी नहीं हैं — वे महिलाएं और बच्चे हैं, जिन्हें मिसाइल हमलों में सैकड़ों फीट हवा में उछाल दिया गया है।”

जिन्होंने खुद झेला वो क्या कह रहे हैं

नासिर अस्पताल पर इज़रायली हमले में बचे मोहम्मद जिहाद अल-रौयदा ने मार्च में ABC न्यूज़ से बातचीत में कहा,

“जब मिसाइल गिरी, मैं दोस्तों के साथ बैठा था। अचानक, वे हवा में उड़ते हुए मेरी ओर आ रहे थे। मेरा एक दोस्त, जो कद-काठी में काफी बड़ा था, उसे मैंने हवा में उड़ते हुए देखा। यह दृश्य मेरे होश उड़ा देने वाला था।”

7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ नरसंहार, अब तक 50,000 से ज़्यादा मारे गए

ग़ाज़ा में यह हिंसा 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुई, जब हमास ने इज़राइल पर एक बड़ा हमला किया। इसके जवाब में इज़राइल ने “पूर्ण युद्ध” की घोषणा करते हुए ग़ाज़ा पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया।

इस हमले में हमास ने करीब 1,200 इज़राइली नागरिकों को मार डाला और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया। इसके बाद इज़राइल ने हज़ारों हवाई हमले और ज़मीनी हमले किए, जिनका मकसद हमास की सैन्य क्षमता को खत्म करना बताया गया।

ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 से अब तक 50,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें से बहुसंख्यक महिलाएं और बच्चे हैं।

मानवता पर सवाल: क्या अब भी हम चुप रहेंगे?

इस वीडियो ने एक बार फिर दुनिया को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कोई युद्ध इतना क्रूर हो सकता है, जिसमें निर्दोष बच्चे, महिलाएं और आम नागरिक भी सैन्य लक्ष्यों की तरह निशाना बनाए जाएं?

संयुक्त राष्ट्र, मानवाधिकार संगठन और कई देशों के नेताओं ने इज़रायल से तत्काल युद्धविराम की अपील की है। पर क्या अपीलों से ज़मीन पर कुछ बदलेगा?

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