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देखें वीडियो: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का इंटरव्यू लेने पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई भगवा ब्रिगेड के निशाने पर

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

इंडिया टुडे न्यूज चैनल के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई भगवा ब्रिगेट के निशाने पर हैं. राजदीप की गलती सिर्फ इतनी है कि उन्हांेने भारत के दौरे पर आए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का इंटरव्यू लिया है.भारत दौरे के क्रम में बिलावल भुट्टो ने कथित तौर पर इंडियन मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया था. इसके बावजूद उन्होंने राजदीप सरदेसाई को खास इंटरव्यू दिया, जिससे भगवा ब्रिगेड भड़का हुआ है.

मुसलमानों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी के लिए मशहूर विवादास्पद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने राजदीप पर व्यंग कस्ते हुए कहा है-इसलिए बिलावल भुट्टो ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस से पूरे भारतीय मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन केवल राजदीप सरदेसाई को इंटरव्यू दे रहे थे.

इधर, भगवा ब्रिगेट के अनर्गल बयानबाजी पर राजदीप सरदेसाई ने भी चिंता जताई है. उन्होंने बिलावल भुट्टो का इंटरव्यू लेने पर उनके खिलाफ भड़के भगवा ब्रिगेट के बारे में ट्विट किया है-मैं जो कुछ भी करता हूं राइट विंग की ट्विटर सेना उसके पीछे लग जाती है. मैं बिलावल का साक्षात्कार क्यों कर रहा हूं . खैर, वह पाकिस्तान के विदेश मंत्री हैं और उनसे पूछताछ की जरूरत है और हां, सुना भी है.

राजदीप अपनी टिप्पणी मंे अघोषित मीडिया प्रतिबंध की ओर इशारा करते हुए कहते हैं-एक समय था जब एक पत्रकार को राष्ट्र-विरोधी कहे बिना सभी से सवाल करना होता था.

पाकिस्तान की मीडिया आॅटलेट्स ‘जंग’ ने राजदीप के बयान का हवाला देते हुए लिखा है-भगवा ब्रिगेड ने पत्रकार की आलोचना की और कहा कि बिलावल ने भुट्टो जरदारी को कुलभूषण और कश्मीर के बारे में बात करने की अनुमति क्यों दी और उन्होंने बिलावल के दो टूक जवाब क्यों सुने.

इस पर राजदीप सर देसाई ने जवाब में कहा कि हमें भी बिलावल से सवाल पूछना चाहिए और बिलावल का जवाब भी सुनना चाहिए.एक अन्य बयान में उन्होंने कहा कि पत्रकार न आतंकवादी होता है, न आतंकवादी, न फौजी, पाकिस्तानी विदेश मंत्री का इंटरव्यू लेना अपराध नहीं है.

दूसरी तरफ राजदीप और बिलावल भुट्टो के इंटरव्यू को पाकिस्तान का एक वर्ग बड़े ही सकरात्म ढंग से ले रहा है. पाकिस्तान के दुनिया मीडिया ग्रुप के चीफ-एडिटर कामरान खान ने लिखा है- बिलावेल भुट्टो राजदीप सरदेसाई के सामने पाकिस्तान के मामले का बचाव करने में बिल्कुल उत्कृष्ट थे, जो शायद पाकिस्तानी विदेश मंत्री के सामने कम जुझारू आवाज नहीं उठा सकते थे. पाकिस्तान एफएम पर बात करते समय भारतीय दर्शक उसे वस्तुनिष्ठ नहीं होने देंगे. बिलावेल की तैयारी बेदाग थी. उनके तर्क मजबूत हैं. अतीत में हमारे दोनों देशों के नेताओं ने भारी गलतियां कीं. फिर भी, अतीत को छोड़े बिना आगे बढ़ना संभव नहीं है. हां, पिछली नीतिगत बकवास को दोहराने की कोई गुंजाइश नहीं है. 1.7 अरब पाकिस्तानियों और भारतीयों की खातिर बीती बातों को बीत जाने दीजिए.

एक अन्य ने लिखा है-बिलावल भुट्टो ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस से भारतीय मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया लेकिन साक्षात्कार केवल राजदीप सरदेसाई को ?