वजीराबाद फायरिंगः विरोध में पीटीआई का पाकिस्तान व्यापी विरोध प्रदर्शन, सेना का इमरान के खिलाफ कार्रवाई की शहबाज सरकार से मांग
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद
पाकिस्तान में इमरान खान पर कातिलाना हमले के बाद सियासत गरमा गई है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पंजाब प्रांत के वजीराबाद शहर में इमरान खान पर हुई फायरिंग के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है. पीटीआई के महासचिव असद उमर ने कहा है कि हर शहर में विरोध प्रदर्शन होंगे.
गोलीबारी में घायल हाने के बाद शौकत खानम अस्पताल में इलाज करा रहे पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने शुक्रवार को अपने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीनों के इस्तीफे तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें कि उन्हांेने अपने उपर हुए हमले के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और खुफिया एजेंसी के आला अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया था.उसने कहा कि जैसे ही वह ठीक हो जाएंगे, सड़कों पर निकलेंगे और इस्लामाबाद पहुंचेंगे.
इमरान को हमले का इल्म था, तो निर्दोषों की जान क्यों खतरे में डाली?
इस बीच संघीय सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब का कहना है कि अगर इमरान खान को पता था कि ऐसी घटना होने वाली है, तो उन्होंने निर्दोष लोगों की जान को खतरे में क्यों डाला ?शुक्रवार को इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मरियम औरंगजेब ने कहा कि इमरान खान कहते हैं कि उन्हें पता था कि हमला होने वाला है, तो उन्होंने पंजाब सरकार को इसकी सूचना क्यों नहीं दी? मोअज्जम का खून ढूंढो किसके हाथों पर.
हमले के बाद पुलिस को मिली 11 गोलियांः डीपीओ गुजरात
वजीराबाद में लॉन्ग मार्च के दौरान हुए हमले के बाद पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि सलमान तासीर की तरह उन्हें भी मारने की कोशिश की गई. योजना को रंग देने की कोशिश की गई कि इमरान खान ने इसलाम का अपमान किया है. अजान के समय भी वह भाषण दे रहे थे.
लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में संवाददाता सम्मेलन में इमरान खान ने कहा कि पता था कि उन्हें वजीराबाद या गुजरात में निशाना बनाया जाएगा. हमले में मुझे चार गोलियां लगी हैं. 24 सितंबर को मैंने बताया था कि बंद कमरे में मुझे मारने की योजना बनी है.पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं कंटेनर पर था तो गोलियों की बौछार की गई. मुझे दो गोलियां लगीं. वे मुझे मारना चाहते थे. एक हमलावर ने साइड से और दूसरे ने सामने से फायरिंग की थी. सामने बैठे हमलावर ने सोचा कि जब मैं मर गया हूं.
इस बीच गुजरात के जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) सैयद गजानफर अली शाह ने कहा है कि इमरान खान पर हमले के बाद पुलिस को 11 गोलियों के सेल मिले हैं.शुक्रवार को प्राइवेट न्यूज चौनल जियो पर बोलते हुए डीपीओ गुजरात ने कहा कि उनमें से 9 एमएम पिस्टल के हैं और दो एसएमजी के हैं. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर छत पर गोली के सेल नहीं मिले
सेना के शीर्ष अधिकारी पर लगे आरोप निराधार, सरकार करे कार्रवाई
इस बीच पाकिस्तान सेना के जनसंपर्क विभाग आईएसपीआर ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पीटीआई के संगठन के अध्यक्ष पर लगे सभी आरोप बेहद दुखद और निराधार हैं.शुक्रवार देर रात जारी एक बयान में आईएसपीआर ने कहा, सरकार से मामले की जांच करने और मानहानि और झूठे आरोप लगाने वाले सैन्य अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.
कहा गया,पाकिस्तानी सेना को अत्यधिक पेशेवर, अनुशासित संगठन होने पर गर्व है. किसी को भी संस्था या उसके अधिकारियों का अनादर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.आईएसपीआर ने आगे कहा कि यदि कोई अवैध कार्य करता है, तो उसके पास एक मजबूत और अत्यधिक प्रभावी आंतरिक जवाबदेही प्रणाली है जो हर वर्दी पहनने वाले पर लागू होती है.
यदि व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए तुच्छ आरोप लगाकर अधिकारियों और सैनिकों के सम्मान, सुरक्षा को कलंकित किया जाएगा, तो संस्था अपने अधिकारियों और सैनिकों की हर कीमत पर रक्षा करेगी.आईएसपीआर के अनुसार, संगठन अपने अधिकारियों और सैनिकों की हर कीमत पर रक्षा करेगा, आज संगठन पर लगाए गए निराधार आरोप बेहद दुखद और निंदनीय है.
गौरतलब है कि तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने शुक्रवार को लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में वजीराबाद में अपने ऊपर हुए हमले के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हमले के लिए शाहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया था.
उन्होंने कहा कि इन लोगों के इस्तीफे तक इन पर हुए हमले की साफ और पारदर्शी जांच संभव नहीं है, क्योंकि जांचकर्ता इनके अधीन हैं.इससे एक दिन पहले गुरुवार को कंटेनर पर हुए हमले के बाद तहरीक-ए-इंसाफ के महासचिव असद उमर ने एक वीडियो बयान में कहा था कि इमरान खान ने हमले के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है.