Culture

अफगान गायिका फरिश्ता समा ने भजन गायक अनुप जलोटा के साथ गााने के बाद क्या कहा ?

मुस्लि नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

अभी तालिबानी हुकूमत में अफगानिस्तान में गाना गाने पर पाबंदी लगी है और महिलाएं सार्वजनिक जीवन से दूर हैं तो अफगान गायिका फरिश्ता समा ने भारत के भजन गायक अनुप जलोटा के साथ गाना गाकर नई पहल की है.

प्रसिद्ध भजन गायक अनुप जलोटा ने पहली बार अफगान गायिका फरिश्ता समा के साथ मिलकर एक अफगानी गीत गाया. अनुप ने कहा, “मैं अफगानिस्तान में भी काफी लोकप्रिय हूं, इसलिए मैंने सोचा कि क्यों न उनकी भाषा में गाने गाए जाएं.
अफगानिस्तान की स्थिति यह है कि संगीत पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे हालात में, मैंने फरिश्ता के साथ प्यार और संगीत का खूबसूरत संदेश देने वाला यह अफगानी गीत रिकॉर्ड किया है. प्यार और संगीत की लहर जगाने के लिए मैंने फरिश्ता के साथ यह गाना गाया है.”

अफगान गायिका फरिश्ता समा ने बताया, “अनुप जलोटा के साथ गाना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. अफगानिस्तान में बहुत से लोग उनके गाने गाते हैं . उन्हें बहुत प्यार करते हैं. जब उन्हें पता चलेगा कि अनुप जी ने फारसी गीत गाया है, तो सभी खुशी से झूम उठेंगे.”

उन्होंने आगे कहा, “यह बहुत अच्छा गाना है जिसके बोल दिल को छूते हैं, जिसका मतलब कुछ ऐसा है कि ‘सेहरा के दामन में दुनिया से बेखबर…. इसमें एक शेर है जिसका अर्थ है कि इंसान संगीत के साथ पैदा होता है. इसका संगीत बहुत धीमा और कोमल है जो आत्मा को छू लेता है.”

अनुप से मिलने के बारे में उन्होंने कहा, “मैं फरिश्ता से जर्मनी में मिला था. उन्होंने पहले गुलाम अली साहब के साथ भी रिकॉर्डिंग की है. मैंने उनसे कहा कि उन्हें भारत आकर कुछ काम करना चाहिए. तो वो भारत आईं और मेरे साथ ये युगल गीत रिकॉर्ड किया जो बहुत ही खूबसूरत है.

मेरा मानना है कि इस गीत को सुनकर लोगों के अंदर प्यार जागृत होगा और प्यार और संगीत की लहर अफगानिस्तान में भी फैल जाएगी. जब इंसान पैदा होता है, तो भगवान उसे संगीत के साथ बनाता है. जैसे ही कोई व्यक्ति पैदा होता है, पहली लोरी बजाई जाती है और विडंबना यह है कि अफगानिस्तान में संगीत को नष्ट किया जा रहा है.”