चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर ISRO के बारे में क्या बोले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ? लैंडर के साथ कम्युनिकेशन स्थापित
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर इसरो टीम और वैज्ञानिक समुदाय को बधाई दी.सीजेआई ने कहा कि इसरो ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है. चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग को देखकर हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में उन्हें बहुत गर्व हुआ.
सीजेआई ने आगे कहा कि यह साइंटिफिक रिसर्च और खोज में नए रास्ते खोलेगा और यह राष्ट्र की प्रगति में एक मील का पत्थर दर्शाता है.इसके अलावा सीजेआई ने आगे कहा कि चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को चंद्र सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाले देशों के चुनिंदा समूह में शामिल कर दिया है. यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला एकमात्र देश है.
लैंडर के साथ कम्युनिकेशन लिंक स्थापित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने चंद्रमा लैंडर के साथ एक कम्युनिकेशन लिंक स्थापित कर लिया है, ‘विक्रम’ लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर चुका है.
दरअसल, चंद्रयान-3 मिशन का हिस्सा भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो का लैंडर बुधवार की शाम तय समय के अनुसार चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से उतर गया.इसरो ने कहा, “चंद्रयान-3 लैंडर और मॉक्स-आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु के बीच कम्युनिकेशन लिंक स्थापित हो गया है.”
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रोपल्शन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है.चंद्रयान-3 प्रोपल्शन मॉड्यूल के लिए प्राइमरी कम्युनिकेशन चैनल इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स होगा, जो लैंडर और रोवर से बात करेगा.
इससे पहले इसरो ने कहा था कि चंद्रयान-3 के लैंडर ने चंद्रयान-2 मिशन के ऑर्बिटर के साथ संचार संपर्क स्थापित किया है, जो 2019 से चंद्रमा का चक्कर लगा रहा है.भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स के पास अब लैंडर के साथ कम्युनिकेशन के लिए ज्यादा रूट्स हैं.दूसरे शब्दों में समझें तो चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर मौजूदा लैंडर के साथ इसरो के लिए बैकअप कम्युनिकेशन पैनल होगा.