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क्या है ईद अल एतिहाद, यूएई के राष्ट्रीय दिवस को इस नाम से क्यों जाना जाता है ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दुबई

1971 में सात अमीरातों के विलय के बाद हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाने वाला यूएई राष्ट्रीय दिवस इस बार एक नए नाम और नई ऊर्जा के साथ सामने आया है. अब इसे ‘ईद अल एतिहाद’ के नाम से जाना जाएगा. यह नया नाम न केवल अरबी संस्कृति और विरासत को समर्पित है बल्कि देश की एकता और प्रगति की असाधारण यात्रा को भी परिभाषित करता है.

नाम बदलने के पीछे का विचार

‘ईद’ का अर्थ है उत्सव और ‘एतिहाद’ का मतलब है एकता. इस बदलाव का उद्देश्य यूएई के मूलभूत मूल्यों को उजागर करना और इसे अधिक सांस्कृतिक और प्रेरणादायक बनाना है. यह नाम अमीरात की कहानी, उसके संस्थापक सिद्धांतों, और उसकी एकता की भावना को और प्रासंगिक बनाता है.

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों और प्रवासियों के बीच गर्व और कृतज्ञता की भावना को और प्रबल बनाना है. यह दिन उन असाधारण उपलब्धियों को याद करने का अवसर है, जिन्होंने यूएई को एक समृद्ध, आधुनिक और प्रगतिशील राष्ट्र में बदल दिया है.

1971: एक ऐतिहासिक शुरुआत

2 दिसंबर 1971 को सात अमीरातों ने एक साथ आकर प्रगति और समृद्धि की एक नई कहानी लिखी. उस समय इसे यूएई राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया गया, लेकिन 2023 में इसे संघ दिवस (Union Day) कहा गया. अब 2024 में इसे ईद अल एतिहाद के नाम से एक नई पहचान दी गई.

यह नाम न केवल सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि देश की प्रगति और वैश्विक पहचान की दिशा में किए गए कार्यों का भी प्रतीक है.

यूएई की उपलब्धियां: 53 वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा

यूएई की कहानी केवल एक देश की नहीं, बल्कि समर्पण, एकता और विकास की गाथा है. बीते 53 वर्षों में, देश ने निम्नलिखित क्षेत्रों में असाधारण प्रगति की है:

  • सुरक्षा और समावेश: एक ऐसा वातावरण सुनिश्चित करना जो नागरिकों और प्रवासियों दोनों के लिए सुरक्षित और मैत्रीपूर्ण हो.
  • शिक्षा: स्कूलों, विश्वविद्यालयों, और अनुसंधान संस्थानों का विकास.
  • तकनीकी नवाचार: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष अभियानों में अग्रणी भूमिका.
  • बुनियादी ढांचा: बुर्ज खलीफा, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, और आधुनिक सड़क नेटवर्क का निर्माण.
  • सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण: ऊंट दौड़, बाज़ शिकार, और अरबी कविता जैसी परंपराओं को जीवित रखना.
  • पर्यावरणीय स्थिरता: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील नीतियों को अपनाना.
  • वैश्विक नेतृत्व: एक्सपो 2020 की मेजबानी और COP28 जैसे आयोजनों में प्रमुख भूमिका.

ईद अल एतिहाद का उत्सव: क्या है खास?

ईद अल एतिहाद के दौरान यूएई पूरे जोश और गर्व के साथ अपनी उपलब्धियों और संस्कृति का जश्न मनाता है. यह उत्सव न केवल अतीत की उपलब्धियों को याद करता है बल्कि भविष्य के लिए प्रेरणा भी देता है.

  • आतिशबाजी प्रदर्शन:दुबई के जेबीआर बीच, अल सीफ, हट्टा और दुबई फेस्टिवल सिटी मॉल जैसे स्थानों पर भव्य आतिशबाजी शो.
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम:सभी सात अमीरातों में पारंपरिक संगीत, नृत्य, और मनोरंजन गतिविधियां.
  • ग्लोबल विलेज उत्सव:रोज़ाना सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और खास उत्सव।
  • लाइट और लेजर शो:दुबई फेस्टिवल सिटी मॉल में झूमर की जादुई रोशनी.
  • चार दिवसीय सार्वजनिक अवकाश:लोग इस अवकाश का आनंद लेते हुए अपनी संस्कृति और इतिहास से जुड़ते हैं.

ईद अल एतिहाद केवल एक छुट्टी नहीं है; यह उन लोगों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने इस देश को बनाया और आगे बढ़ाया. दिवंगत शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान और अन्य संस्थापक नेताओं ने जिस दृष्टि के साथ देश को स्थापित किया, यह उत्सव उसी का प्रतीक है.

इस अवसर पर, यूएई की विरासत के मुख्य मूल्य भी उजागर किए जाते हैं:

  • सहिष्णुता: विभिन्न संस्कृतियों के साथ सामंजस्य.
  • आतिथ्य: मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत.
  • एकता: सभी अमीरातों के बीच गहरी दोस्ती.
  • उदारता: जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्परता.
  • लचीलापन: किसी भी चुनौती से निपटने का साहस.
  • विजन: प्रगति और नवाचार की दिशा में अडिग दृष्टिकोण.

ईद अल एतिहाद यूएई की अतीत की यात्रा का सम्मान करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कल्पना का समय है. यह दिन हमें एकता और प्रगति के संदेश को गहराई से अपनाने और हर नागरिक को गर्व से भरने के लिए प्रेरित करता है.

इस वर्ष, आइए हम सब मिलकर ईद अल एतिहाद का जश्न मनाएं और इस अद्भुत देश की यात्रा और उपलब्धियों को सलाम करें.