जब जफर सरेशवाला ने आरएसएस हेडक्वार्टर में नमाज पढ़ी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
एक जमाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले कारोबारी एवं मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के चांसलर रहे जफर सरेशवाला का एक वीडियो इनदिनों खूब वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में वह यह कहते हुए बेहद खुश नजर आ रहे हैं कि उनकी शर्तों पर न केवल उन्हें आरएसएस मुख्यालय बुलाया गया, इसके प्रमुख मोहन भागवन से 45 की मैन टू मैन मिटिंग कराई गई, बल्कि उन्होंने वहां हेडगवार भवन में नमाज भी अदा की.
सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम में वह एक पत्रकार को इंटरव्यू देते हुए बेहद खुश नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में उन्हांेने आरएसएस मुख्यालय जाने और नमाज पढ़ने का किस्सा सुनाया.
वायरल वीडियो के अनुसार, उन्हें बारबार आरएसएस मुख्यालय आने की दावत दी जाती थी. तब वह किसी तरह के विवाद से बचने और निमंत्रण टालने की गर्ज से यह शर्त रख देते कि जब मोहन भागवन से उन्हें कम से कम 45 मिनट का समय बातचीत के लिए मिलेगा तभी वह आरएसएस मुख्यालय जाएंगे.
इस शर्त के साथ कई बार उनका प्रोग्राम टल गया. इस बीच उन्हें एक दिन बताया गया कि वे मुख्यालय आ जाएं. आपकी मोहन भागवत से 45 मिनट की मुलाकात कराई जाएगी.
तय प्रोग्राम के तहत वो नागपुर पहुंचे. रात में वहां हेडगवार भवन में रूके. इस बीच उन्हांेने नमाज पढ़ने की इच्छा जताई तो उनके लिए हेडगवार भवन में ही नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई. इंतजाम करने वाले बड़े उत्साही दिखे. नमाज पढ़ने के लिए उन्हें सफेद कपड़ा दिया गया.
जफर सरेशवाला के अनुसार, अगले दिन वह आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान भी उन्हांेने न केवल कई वक्त की नमाज पढ़ी, बल्कि इस बार नमाज पढ़ने की व्यवस्था करने के लिए खुद मोहन भागवत ने अपने भाई को इशारा किया. जफर सरेशवाला कहते हैं कि वह पहले ऐसे शख्स हैं जिसने 90 साल में पहली बार हेडगवार भवन में नमाज पढ़ी हो. नमाज पढ़ने के लिए उन्हें गर्म पानी दिया गया था. उन्हें वहां खूब स्वागत-सत्कार मिला.