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केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह देने वाले मौलाना रजवी बरेलवी कौन हैं

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बरेली

कुछ मुस्लिम चेहरे हर समय सरकार और संघ के समर्थन में खड़े रहते हैं. जैसे ही इनके खिलाफ कोई अभियान या धरना-प्रदर्शन होता है, मुस्लिम चेहरे किसी न किसी बहाने उसमें रंग में भंग डालने अवश्य आ जाते हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद मचे बवाल में पानी डालने के लिए फिर ऐसे मुस्लिम चेहरे आगे आए हैं. ऐसे ही लोगों में से एक ने मुसलमानों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में होने वाले धरना-प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह दी है. हास्पद बात यह है कि इसके लिए जो तर्क दिया गया है, वह बेहद छिछला है.

ऐसे लोगों का तर्क है कि चूंकि अरविंद केजरीवाल शराब घोटाला में पकड़े गए हैं और शराब मुसलमानों के लिए हराम है. इसलिए अरविंद की गिरफ्तारी में मुसलमानों को शामिल नहीं होना चाहिए. अब कोई ऐसे मुल्ला-मौलवी से कोई पूछे कि बगैर अदालत के फैसला दिए उन्हांेने कैसे मान लियाकि अरविंद केजरीवाल दोषी हैं ? यही नहीं कोई उनसे पूछे कि वो मुसलमानों को आंदोलन से दूर रहने के लिए किस हैसियत से सलाह दे रहे हैं. क्या वह खुद ऐसे बेडौल मुस्लिम चेहरे अपने मुहल्ले के मुसलमानों को धराना-प्रदर्शन मंे शामिल होने से रोक सकेंगे. किसी भी फैसले का विरोध करने का अधिकार देश का संविधान देता है. वो मुस्लिम चेहरे किस हैसियत से लोगों को धरना-प्रदर्शन से दूर की सलाह दे रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन से मुस्लिमों को दूर रहने की सलाह ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दी है.

मौलाना रजवी बरेलवी ने अपने एक बयान में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में मुल्लावीस (सम्ल्लीत) पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया है. उनके समर्थन में दिल्ली और देश के कुछ जगहों पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. इसमें टोपी लगाकर मुसलमान भी भाग ले रहे हैं.मौलाना ने कहा है, मैं ऐसे तमाम मुसलमानों से अपील कर रहा हूं कि इस तरह के धरना प्रदर्शन में भाग न लें. ऐसे कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखें.

मौलाना का इस बारे में तर्क है कि इस्लाम मजहब ने शराब को हराम व नाजायज करार दिया है. इस्लाम ने अपने अनुयायियों को शराब पीने, खरीद-फरोख्त, हर तरह के इस्तेमाल से बड़ी सख्ती के साथ रोका है. अगर कोई मुसलमान अरविंद केजरीवाल के समर्थन में हो रहे धरना प्रदर्शन में शरीक होता है तो वो नाजायज कार्य को बढ़ावा देने वाले में शामिल समझा जाएगा, जो मुसलमान भाग लेगा, वो शरीयत की नजर में मुजरिम होगा, इसलिए धरना प्रदर्शन से दूर रहें.

मौलाना रजवी बरेलवी ने कहा कि रमजान का मुकद्दस महीना चल रहा है. इस महीने को खुदा ने अपना महीना कहा है. यह महीना खुदा की इबादत के लिए है. इस महीने में की गई इबादत का दोगुना सबाब मिलता है, इसलिए किसी तरह के धरना प्रदर्शन से दूरी बनाकर खुदा की इबादत में लगे रहें. साथ ही रोजा और नमाज अदा करें और अपने परिवार पर ध्यान दें. यह धरना प्रदर्शन स्वार्थ और राजनीतिक होते हैं. इससे मुसलमानों को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. मजे की बात है कि ऐसे मौलानाओं के इस तरह के सुझाव भी ऐसे ही मौसम मंे आते हैं.