कौन हैं हमास नेता याह्या सिनवार I Who is Yahya Sinwar Hamas leader ?
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मुस्लिम नाउ विशेष
इजरायल सेना की तमाम कोशिशों के बावजद गाजा में हमास के लड़कों के हौसले पस्त नहीं हो रहे हैं. भारी जान-माल की तबाही के बावजूद इजरायली सेना को हमास के लड़ाकों से लोहा लेना पड़ रहा है. यदि मीडिया सोर्स पर यकीन करें तो इस लड़ाई में अब तक इजरायल को अपने 500 के करीब सैनिकों की जान गंवानी पड़ी है. इजरायली सेना और इजरायल समर्थक पश्चिमी मीडिया मानती है कि हमास के लड़ाकांे को मोर्चे पर इस्तेमाल करने वाले याह्या सिनावर को जब तक काबू में नहीं किया जाएगा या उन्हें मार गिराया नहीं जाएगा, हमास को नष्ट करना संभव नहीं.
टॉपलाइन इजराइल रक्षा बलों ने इस सप्ताह कहा कि उनके सबसे बड़े लक्ष्यों में से एक याह्या सिनवार हैं. सिनावर पूर्व इजरायल कैदी हैं. इजरायली सेना की समझ है कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर चैंकाने वाली हद तक हमास के हमले के पीछे याह्या सिनवार की रणनीति रही है. इमरायली मीडिया इन्हें ‘शैतान’ कहती है और दुनिया के मुसलमानों के बीच उनकी छवि बिगाड़ने लगी है.
फिलिस्तीनी इस्लामिक आंदोलन हमास के प्रमुख याह्या सिनवार ?
प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को इजरायली अधिकारी ‘चलता हुआ मरा हुआ आदमी’ कहते हैं. इनके बारे में कहा जाता है कि 1980 के दशक के अंत में, हमास की खुफिया शाखा, मुनज्जमत अल जिहाद वल-दावा के संस्थापक याह्या सिनवार हैं.1989 में, सिनवार को दो इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के लिए लगातार चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. उन्हें एक इजरायली जेल में रखा गया था, जहां उन्हांेने इजरायलियों की भाषा हिब्रू सीखी. 2011 में बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली का वह हिस्सा थे. तब 1,000 से फिलिस्तीनी इजरायल के जेलों से रिहा किए गए थे. हमास द्वारा इजराइली सैनिक गिलाद शालित के बदले में इजरायली सेना ने उन्हें गिरफ्तार किया था.
जेल से रिहा होने के बाद से सिनवार इजराइल के खिलाफ कई दौर की लड़ाई में शामिल रहे हैं. इसमें मई 2021 में 11 दिनों का वह संकट भी शामिल है, जब हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने इजराइल पर रॉकेट लॉन्च किए थे और इजरायल ने गाजा में हवाई हमले.
अमेरिका ने सिनवार को आतंकवादी घोषित किया
2015 में यूएस विदेश विभाग ने सिनवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था. इसके अलावा नागरिकों पर सिनवार के साथ लेन-देन पर रोक लगा दी थी.61 वर्षीय सिनवार को 2017 में एक गुप्त चुनाव में हमास का गाजा नेता चुना गया था. जो एक कट्टरपंथी के रूप में प्रतिष्ठा के बावजूद शांतिपूर्ण, लोकप्रिय प्रतिरोध के सार्वजनिक मंच की पेशकश कर रहे थे. 2021 में दूसरे चार साल के कार्यकाल के लिए उन्हें फिर से चुना गया था.
अबू उबैदाह हमास कौन हैं ? उनके महत्वपूर्ण वक्तव्य
सिनवार को फिलिस्तीनी प्राधिकरण और उनकी सत्तारूढ़ फतह पार्टी के प्रमुख महमूद अब्बास के आलोचक के रूप में भी जाना जाता है. हमास के प्रतिद्वंद्वी जो वेस्ट बैंक को नियंत्रित करते हैं, सिनवार ने पिछले साल हमास की 35 वीं वर्षगांठ पर एक रैली में प्रतिज्ञा की थी कि वे वेस्ट बैंक में प्रतिरोध को प्रज्वलित करने का मौका देंगे.
रॉयटर्स के अनुसार, सिनवार ने उस भाषण में कहा कि अल्लाह की इच्छा से, भीषण संघर्ष़ में और अंतहीन रॉकेट हमलों के साथ आने वाले ज्वार में इजराइल को बहा ले जाएंगे. इजरायली अधिकारी सिनवार के उक्त बयान को हमास के अक्टूबर के हमले से जोड़कर देखते हंै. तेल अवीव विश्वविद्यालय में मध्य पूर्वी अध्ययन के एक वरिष्ठ शोधकर्ता, हरेल चोरेव ने इस सप्ताह सीएनएन को बताया कि सिनवार हमास के उन तीन वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं, जिन्होंने इजरायल पर हमले की योजना बनाई थी.
चोरेव ने सीएनएन को यह भी बताया कि सिनवार को हमास का सबसे वरिष्ठ अधिकारी माना जाता है. हालांकि चोरेव ने यह भी कहा कि सिनवार हमास के भीतर कई शक्ति केंद्रों में से एक हैं. चोरेव आगे कहते हैं, संगठनात्मक संरचना को विकेंद्रीकृत करने वाले कुछ हमास नेता कतर में रहते है.
सिनवार अतीत में सार्वजनिक रूप से इजरायल के खिलाफ युद्ध की कई बार चेतावनी दे चुके हैं.2018 में इतालवी पत्रकार फ्रांसेस्का बोर्री से बातचीत में कहा था,नया युद्ध किसी के हित में नहीं. उन्होंने कहा कि हमास इजरायल और मिस्र के नाकाबंदी को हटाने के बदले में इजराइल के साथ बातचीत करने के लिए वह तैयार हैं. गाजा में यह नाकाबंदी 2007 में हमास द्वारा गाजा पर नियंत्रण के बाद से जारी है.इजरायली विश्लेषकों का मानना है कि हमास के नेता, जिनमें सिनवार भी शामिल हैं. निरंतर लड़ाई में रुचि नहीं दिखाते थे. यह धारणा 7 अक्टूबर के हमले के बाद बदल गई. इस हमले मंे इजराइल में 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 240 बंधक बना लिए गए थे.
याह्या सिनवार का घर
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) का मानना है कि सिनवार अपने घर पर नहीं रहते. वह गाजा में भूमिगत हैं. कहां भूमिगत हैं, यह किसी को पता नहीं. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के वरिष्ठ सलाहकार का कहना है सिनावर को पकड़ना पहले केवल समय की बात थी. यानी अब उन्हें पकड़ता मुश्किल है.
इजराइल ने सार्वजनिक रूप से सिनवार पर 7 अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ हमास के आतंकवादी हमले के पीछे मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया है. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि वह संभवतः कई में से एक है, उन्होंने गाजा में इजरायल के विरूद्ध युद्ध की रणनीति बनाई है. इस्लामवादी फिलिस्तीनी समूह के लंबे समय से सदस्य रहे, सिनवार राजनीतिक नेता के रूप में क्षेत्रीय अरब शक्तियों से महत्वपूर्ण संबंध बनाने के लिए भी जाने जाते हैं.
उन्हें 2017 में गाजा शाखा में हमास के राजनीतिक नेता के रूप में हमास के मुख्य निर्णय लेने वाले निकाय, पोलित ब्यूरो के लिए चुना गया था. हालांकि यूरोपियन काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के शोध के अनुसार, वह तब से पोलित ब्यूरो के वास्तविक नेता बने हुए हैं.
सिनवार, अपने चांदी के बालों वाले सिर और प्रमुख भौहों के नीचे गहरी गहरी आंखों के साथ, अब तक तीनों में से सबसे प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले नेता हैं. सिनवार का जन्म 1962 में दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में एक शरणार्थी शिविर में हुआ था. अरब-इजरायल युद्ध के दौरान उनका परिवार फिलिस्तीनी गांव अल-मजदल से विस्थापित हो गया है.वह 1980 के दशक के अंत में हमास में शामिल हुए और इसके खतरनाक आंतरिक खुफिया तंत्र, जिसे मज्द के नाम से जाना जाता है, के संस्थापकों में से एक बन गए.
चोरेव के अनुसार, वह अपनी क्रूरता और विश्वासघात के लिए भी जाने जाते हैं. कहते हैं, वह हमास के सदस्यों को प्रताड़ित करते हैं. गर्म प्लेट से जलाते हैं.हालांकि उनसे मेल-जोल रखने वाले इजराइलियों का कहना है कि वह बहुत व्यावहारिक हैं. विकल्पों पर खुलकर चर्चा करते हैं. यह भी कहा जाता है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए 240 से 100 से अधिक की वापसी में सिनवार की महत्वपूर्ण भूमिका है.
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संभवत वह ही गाजा के भीतर संपर्क के मुख्य बिंदु हैं. सिनवार के अलावा वार्ता में इजराइल, हमास, संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और मिस्र के वरिष्ठ व्यक्ति शामिल थे.2011 में इजरायली सैनिक की रिहाई में शामिल जाने-माने इजरायली शांति कार्यकर्ता गेर्शोन बास्किन के अनुसार, दिन के अंत में बातचीत के शीर्ष पर दो लोग है. एक हमास की ओर से याह्या सिनवार हैं, और दूसरे इजरायली पक्ष से बेंजामिन नेतन्याहू.
इजरायली सिनवार को कहते हैं, बुराई का चेहरा
इजरायली सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट सिनवार को बुराई का चेहरा बताते हैं. उनके अनुसार, वह चलता हुआ मरा हुआ आदमी हैं. इजरायली मीडिया ने उनकी तुलना ओसामा बिन लादेन से की है, जबकि आईडीएफ द्वारा प्रकाशित एक प्रोफाइल में उन्हें खान यूनिस का कसाई उपनाम दिया गया है. चोरेव का कहना कि सुर्खियों में अपनी स्थिति के बावजूद, सिनवार उन कई कमांडरों में से एक है जिन्हें इजरायल को हटाने की जरूरत है. इससे पहले कि वह कह सके कि उसने हमास को नष्ट कर दिया.सीधे शब्दों में कहें तो, अगर इजराइल सिनवार को मार डालेगा, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह हमास को उखाड़ फेंकेगा. हालांकि, अगर सिनवार जीवित रहते हैं तो भी हमास को गिराया नहीं जा सकता.
याह्या सिनवार कहां भूमिगत हो गए ?
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, याह्या सिनवार गायब होने से सभी आश्चर्यचकित है. जब हजारों इजरायली सैनिक ड्रोन, इलेक्ट्रॉनिक छिपकर बातें सुनने वाले उपकरणों और मानव मुखबिरों की मदद से उनके ठिकाने का पता लगाने की कोशिश में हैं, तब उनका कहीं अपता-पता नहीं है.
इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी के अनुसार, याह्या सिनवार के अलावा उनके अधीन सारे लोग चलने फिरने वाले मरे हुए मनुष्य है.इसमें हमास की सैन्य शाखा, इज्जेदीन अल-कसम ब्रिगेड का मायावी नेता मोहम्मद डेफ भी शामिल हैं.इजराइल का मानना है कि सिनवार, हमास नेता इस्माइल हनियाह के बाद दूसरे नंबर पर हैं. वह अपने अंगरक्षकों के साथ गाजा के नीचे कहीं सुरंगों में छिपे हुए हैं. वे किसी से संवाद भी नहीं करते ताकि सिग्नल ट्रैक न कर लिया जाए.
61 वर्षीय सिनवार, जिन्हें व्यापक रूप से अबू इब्राहिम के नाम से भी जाना जाता है,के माता-पिता अश्कलोन से थे, लेकिन फिलिस्तीनी जिसे अल-नकबा (तबाही) कहते हैं, शरणार्थी बन गए. 1948 में इजराइल की स्थापना के बाद हुए युद्ध में फिलिस्तीन में अपने पैतृक घरों से फिलिस्तीनियों का बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ था.उन्होंने लड़कों के खान यूनिस सेकेंडरी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी भाषा में स्नातक की डिग्री हासिल किया.
कितने पत्रकार गाजा में मारे गए ?
वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर नियर ईस्ट पॉलिसी के फेलो एहुद यारी, जिन्होंने जेल में सिनवार का चार बार साक्षात्कार किया, कहते हैं, उस समय, खान यूनिस मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थन का गढ़ था.यारी कहते हैं, इस्लामी समूह शरणार्थी शिविर की गरीबी में मस्जिदों में जाने वाले युवाओं के लिए एक बड़ा आंदोलन था. यह बाद में हमास के लिए समान महत्व का बन गया.
सिनवार को पहली बार इजरायल द्वारा 1982 में 19 साल की उम्र में इस्लामी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार किया गया था. फिर 1985 में गिरफ्तार किया गया. यही वह समय था जब उन्होंने हमास के संस्थापक शेख अहमद यासीन का विश्वास जीता.
तेल अवीव में राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान के एक वरिष्ठ शोधकर्ता कोबी माइकल कहते हैं, दोनों बहुत ही करीब हो गए. माइकल कहते हैं, संगठन के आध्यात्मिक नेता के साथ यह रिश्ता बाद में सिनवार को आंदोलन के भीतर एक प्रभामंडल में ले गया.1987 में हमास की स्थापना के दो साल बाद, उन्होंने खतरनाक आंतरिक सुरक्षा संगठन, अल-मज्द की स्थापना की. तब वह केवल 25 वर्ष के थे.
सिनवार की जेल में जिंदगी
सिनवार ने अपने वयस्क जीवन का एक बड़ा हिस्सा यानी 22 साल से अधिक, 1988 से 2011 तक इजरायली जेलों में बिताया है. उनका ज्यादा समय एकांत कारावास में बीता. इससे वह और अधिक इजरायल विरोधी बन गए.यारी कहते हैं, वह बल प्रयोग करके अपना अधिकार थोपने में कामयाब रहते हैं. उन्होंने खुद को कैदियों के बीच एक नेता के रूप में स्थापित किया.जेल में रहने के दौरान सिनवार के बारे में इजरायली सरकार का आकलन है उनके चरित्र को क्रूर, अधिकारवादी, प्रभावशाली और सहनशक्ति की असामान्य क्षमताओं, चालाक और जोड़-तोड़ करने वाला बना दिया.
सिावार के बारे में यारी का आकलन, उनकी मुलाकात के समय के आधार पर, यह था कि वह एक मनोरोगी हैं. लेकिन, सिनवार के बारे में यह कहना, भारी गलती होगी. वे कहते हैं, क्योंकि तब आप इस अजीब, जटिल आकृति को याद करेंगे.यारी कहते हैं, वह बेहद चालाक, चतुर व्यक्ति हैं.एक ऐसे व्यक्ति जो एक प्रकार के व्यक्तित्व आकर्षण को चालू और बंद करना जानता है.जब सिनवार उनसे कहते थे कि इजराइल को नष्ट कर देना चाहिए और इस बात पर जोर देते थे कि फिलिस्तीन में यहूदी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. फिर वह मजाक में कहते, ‘‘ शायद ये हम आपको अपवाद बना देंगे.’’
क्रूर अनुशासन
माइकल कहते हैं, जब सिनवार गाजा लौटे, तो उन्हें तुरंत एक नेता के रूप में स्वीकार कर लिया गया. इसका अधिकांश संबंध हमास के संस्थापक सदस्य के रूप में उनकी प्रतिष्ठा से था, जिन्होंने इजरायली जेलों में अपने जीवन के कई वर्ष बलिदान कर दिए थे.
साथ ही, लोग इनसे डरते थे. माइकल कहते हैं, वह एक ही समय में बहुत क्रूर, आक्रामक और करिश्माई हैं.यारी के अनुसार, वह जब जनता से बात करते हैं, तो भीड़ लग जाती है.सिनवार के छोटे भाई मोहम्मद ने भी हमास में सक्रिय भूमिका निभाई है. यारी कहते हैं, वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो क्रूर अनुशासन लागू करते हंै. यदि आप सिनवार की अवज्ञा करते हैं, तो आप अपना जीवन दांव पर लगाते हैं.माना जाता है कि वह 2015 में महमूद इश्तिवी नामक हमास कमांडर की हिरासत, यातना और हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. उसपर गबन और समलैंगिकता का आरोप था.
2018 में, अंतरराष्ट्रीय मीडिया को एक ब्रीफिंग में, उन्होंने अमेरिका द्वारा अपने दूतावास को तेल अवीव से यरूशलेम में स्थानांतरित करने के विरोध के हिस्से के रूप में गाजा पट्टी को इजराइल से अलग करने वाली सीमा बाड़ को तोड़ने के लिए हजारों फिलिस्तीनियों के लिए अपने समर्थन का संकेत दिया था.
ईरान से निकटता
इजराइल के रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान में कई लोग मानते हैं कि कैदियों की अदला-बदली के तहत सिनवार को जेल से बाहर छोड़ना एक घातक गलती है.इजरायलियों को लगता है कि उन्हें सुरक्षा की गलत भावना में फंसाया गया. यह गलत धारणा थी कि हमास को आर्थिक प्रोत्साहन और अधिक वर्क परमिट की पेशकश करने से, आंदोलन में युद्ध की भूख खत्म हो जाएगी. निःसंदेह, यह एक विनाशकारी गलत आकलन साबित हुआ.
यारी कहते हैं, वह खुद को फिलिस्तीन को आजाद कराने वाले व्यक्ति के रूप में माने जाते हैं. वह गाजा की आर्थिक स्थिति, सामाजिक सेवाओं में सुधार के बारे में नहीं सोचते.2015 में, अमेरिकी विदेश विभाग ने आधिकारिक तौर पर सिनवार को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में वर्गीकृत किया. मई 2021 में इजरायली हवाई हमलों ने गाजा पट्टी में उनके घर और कार्यालय को निशाना बनाया था. अप्रैल 2022 में, एक टेलीविजन संबोधन में, सिनवार ने लोगों को किसी भी उपलब्ध साधन से इजरायल पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया था.
सिनवार ईरान के बेहद करीब हैं. एक शिया देश और एक सुन्नी अरब संगठन के बीच साझेदारी स्पष्ट नहीं है, लेकिन दोनों का लक्ष्य इजराइल को समाप्त करना और यरूशलेम को इजराइली कब्जे से मुक्त करना है.
वे कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं. इजरायली मीडिया का आरोप है कि ईरान हमास को धन देता है. प्रशिक्षण देता है और हथियार देता है, जिससे उसे अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ाने और हजारों रॉकेटों का शस्त्रागार इकट्ठा करने में मदद मिलती है. इसका उपयोग वह इजरायली शहरों को निशाना बनाने के लिए करते हैं.
सिनवार ने 2021 में एक भाषण के प्रति समर्थन के लिए अपना आभार व्यक्त किया था. कहा था, अगर यह ईरान के लिए नहीं होता, तो फिलिस्तीन में प्रतिरोध के पास अपनी मौजूदा क्षमताएं नहीं होती.लोवेट का कहना है कि फिर भी सिनवार को मारना इजराइल के लिए पीआर की जीत से अधिक होगा. इससे वास्तव में आंदोलन पर असर पड़ेगा.
एमसी अब्दुल कहां से हैं ? इजरायल के गाजा हमले पर उनके रैप क्यों हो रहे वायरल