Culture

पाकिस्तानी नाटक पत्नी-पति में लात घूसे चलने से आगे क्यों नहीं बढ रहे ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद

एक जमाने में पाकिस्तानी ड्रामों का पूरी दुनिया में क्रेज था. इसके शौकीन कैसेटे मंगा-मंगाकर देखते थे. अब वही पाकिस्तानी ड्रामा टीवी दर्शकों के लिए सिरदर्द बन गए हंै. सिवाए घरेलू झगड़े के इसमें कुछ नहीं होता. पाकिस्तानी ड्रामों के गिरते स्तर से लोग अब इसका मजाक उड़ाने लगे हैं.

अभी सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी ड्रामा ‘मन्नत मुराद’ को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. इसकी एक क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें पत्नी अपने पति को थप्पड़ मारती दिख रही है.जियो एंटरटेनमेंट के ड्रामा सीरियल ‘मन्नत मुराद’ में मुराद परिवार के सामने अपनी पत्नी मन्नत को थप्पड़ मारता है. इसके जवाब में मन्नत भी मुराद के चेहरे पर थप्पड़ जड़ देती है.नाटक में इकरा अजीज मन्नत की भूमिका में हैं, जबकि तल्हा मुराद की भूमिका में.

यह मिसाल कोई एक ड्रामे का नहीं है. पाकिस्तान में ऐसे अनेक टीवी सीरियल चल रहे हैं, जिसमें घरेलू हिंसा को प्राथमिकता दी जा रही है और पति-पत्नी एक दूसरे पर लात-घूसे बरसात नजर आ रहे हैं. सवाल यह है कि क्या थप्पड़ घरेलू हिंसा को रोक सकता है?पत्नी को थप्पड़ मारना और मानसिक प्रताड़ना देना, दोनों पति को सलाखों के पीछे भेज सकता है. लोग कह रहे हैं कि ड्रामों में ऐसे नकारात्मक दृश्य दिखाने का समाज पर उलटा बुरा प्रभाव पड़ रहा है.इसका असर है कि कराची में कार रोकने पर एक महिला ने पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मार दिया.

मन्नत-मुराद नाटक की वायरल क्लिप को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए तरह-तरह के कमेंट किए जा रहे हैं.कुछ दर्शकों के लिए, पत्नी द्वारा अपने पति को थप्पड़ मारने का दृश्य संतोषजनक लगता है, जबकि अन्य ने अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है.

एक्स-हैंडल पर वायरल क्लिप के संदर्भ में लिखा गया कि जब मुराद ने मन्नत को थप्पड़ मारा तो सभी को लगा कि यह सामान्य बात है, लेकिन जब मन्नत ने मुराद को थप्पड़ मारा तो सभी हैरान रह गए.

एक्स-हैंडल रूथोजस से नाटक में थप्पड़ मारने के बारे में पूछा गया, क्या हम इस बारे में बात कर सकते हैं कि पाकिस्तानी नाटकों में थप्पड़ मारने को किस तरह लोकप्रिय बनाया जा रहा है?आगे लिखा गया है कि आपने शांति से बात करके समस्या सुलझाने की बजाय पत्नी को थप्पड़ क्यों मारा? यह मजाकीय है.

पाकिस्तानी एक्ट्रेस और टीवी होस्ट नादिया खान ने मन्नत मुराद को लेकर कहा कि ड्रामा किसी भी एंगल से समझ में नहीं आता है.एक्स-यूजर जैनब मुबीनुल हक ने लिखा कि यह सही है, पति को अपनी पत्नी को सबके सामने अपमानित करना चाहिए. हाथ उठाना चाहिए और पत्नी को पति के चेहरे पर थप्पड़ मारना चाहिए और जनता लिख ​​देगी. थप्पड़ देखकर मुझे शांति महसूस हुई बदले में, हमें यही सिखाना चाहिए.

एक्स-यूजर गुल रेन ने थप्पड़ मारने वाले सीन के बारे में लिखा, यह एक संतुष्टिदायक सीन है. किसी को भी अपनी पत्नी को थप्पड़ मारने का अधिकार नहीं.उन्होंने आगे लिखा कि मुझमें परिवार के सामने अपनी पत्नी के लिए बोलने की हिम्मत नहीं है. मुराद के परिवार के हाव-भाव बदलते हुए देखें क्योंकि मन्नत ने प्रतिक्रिया में मुराद को थप्पड़ मारा. मुराद को थप्पड़ मारना चाहिए था.

इसके उलट, भारतीय फिल्मों, नाटकों और धारावाहिकों की सामग्री में सुधार हो रहा है. ऐसे वाहियात सीन डालने से बचा जा रहा है, लेकिन पाकिस्तानी अभी भी यह तर्क दे रहे हैं कि एक महिला एक पुरुष को थप्पड़ मारती है और एक पुरुष एक महिला को थप्पड़ मारता है. इसमें कोई नई बात नहीं है.हम थप्पड़ों से बाहर नहीं आ रहे. हम एक बीमार देश बनते जा रहे हैं.