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अक्तूबर 2024 से मुंबई के एक थाने में क्यों रह रहा है एक पाकिस्तानी नागरिक ? जानिए पूरा मामला

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, मुंबई

दक्षिण मुंबई के माता रमाबाई अंबेडकर (एमआरए) मार्ग पुलिस स्टेशन में पिछले चार महीनों से 65 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक नादिर मुनीर खान रह रहे हैं। भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में सजा पूरी करने के बाद, अब वह निर्वासन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

कैसे पकड़ा गया पाकिस्तानी नागरिक?

11 अप्रैल 2024 को मुंबई पुलिस ने खान को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटी) के पास संदिग्ध रूप से घूमते हुए पाया। जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि वह पाकिस्तान के कराची के निवासी हैं। लेकिन उनके पास भारत में प्रवेश करने के लिए जरूरी वीजा और अन्य दस्तावेज नहीं थे। इसके बाद, उन्हें विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

खुफिया एजेंसियों ने भी की पूछताछ

चूंकि मामला विदेशी नागरिक से जुड़ा था, इसलिए मुंबई पुलिस के अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) ने भी खान से पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन पर मुकदमा चलाया गया और स्थानीय अदालत ने उन्हें छह महीने की जेल की सजा सुनाई।

कैसे पहुंचे भारत?

नादिर मुनीर खान पेशे से एक कपड़ा व्यापारी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह 2023 में एक व्यापारिक यात्रा के तहत नेपाल गए थे। वहां, स्थानीय विक्रेताओं ने उनसे 3,000 चमड़े की जैकेट का ऑर्डर दिया, लेकिन बाद में भुगतान करने से इनकार कर दिया। इससे उन्हें 2.5 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ। जब उन्होंने विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई और उनका पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज छीन लिए गए।

नेपाल में बिना पहचान पत्र के रहने के कारण उन पर भारी जुर्माना लगाया गया। उनके पास इसे चुकाने के लिए कोई साधन नहीं था, इसलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के सोनौली बॉर्डर से भारत में प्रवेश किया। वह पहले दिल्ली पहुंचे और वहां पाकिस्तानी उच्चायोग से मदद मांगी, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद, वह नवंबर 2023 में मुंबई आ गए।

जेल की सजा और निर्वासन की प्रतीक्षा

खान को 8 अक्टूबर 2024 को एस्प्लेनेड कोर्ट ने छह महीने की सजा सुनाई, जिसे उन्होंने मुंबई की आर्थर रोड जेल में पूरा किया। 11 अक्टूबर 2024 को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया, लेकिन पाकिस्तान लौटने की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण उन्हें एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन भेज दिया गया।

कब होगा निर्वासन?

मुंबई पुलिस की विशेष शाखा ने खान के निर्वासन की प्रक्रिया के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है। पाकिस्तान सरकार से आवश्यक दस्तावेज और पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जब तक पाकिस्तान सरकार उनकी नागरिकता की पुष्टि नहीं कर देती, तब तक खान को भारत से नहीं निकाला जा सकता।

पुलिस स्टेशन बना अस्थायी घर

पिछले चार महीनों से खान पुलिस स्टेशन के एक कमरे में रह रहे हैं। पुलिस उनकी जरूरतों का ख्याल रख रही है, उन्हें भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाएं दी जा रही हैं। हालांकि, खान अपने परिवार से संपर्क नहीं कर सकते, क्योंकि उच्च अधिकारियों के निर्देशों के तहत यह प्रतिबंधित है।

परिवार की याद में भावुक होते हैं खान

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, खान अक्सर अपने परिवार को याद करके भावुक हो जाते हैं। उन्होंने आखिरी बार नवंबर 2023 में अपने परिवार से संपर्क किया था। अब वह केवल अपने मोबाइल में परिवार की तस्वीरें देखकर समय बिताते हैं।

क्या कहती है पुलिस?

एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक संतोष धनवते ने कहा, “यह साबित हो चुका है कि नादिर खान पाकिस्तानी नागरिक हैं। उन्होंने भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था, जिसकी सजा उन्होंने पूरी कर ली है। अब हम उनके निर्वासन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए पाकिस्तान सरकार से संपर्क कर रहे हैं।”

क्या होगा आगे?

खान की स्थिति इस बात पर निर्भर करती है कि पाकिस्तान सरकार कब तक उनकी नागरिकता की पुष्टि करती है और उन्हें वापस लेने के लिए जरूरी दस्तावेज प्रदान करती है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक उन्हें पुलिस स्टेशन में ही रहना होगा।

(रिपोर्ट: पीटीआई के इनपुट के साथ)

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