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क्या इजराइल-हमास युद्ध बंद होगा, दो दिन युद्धविराम क्यों बढ़ा ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

इजराइल-हमास के बीच जारी युद्धबंदी दो दिन और बढ़ा दी गई है. दोनों पक्ष के इस फैसले से गाजा के फिलिस्तीनियांे ने राहत की सांस ली है. इस बीच गाजा पहुंचने वाली राहत सामग्री की रफतार भी बढ़ गई है.कतर ने सोमवार को कहा कि गाजा में शुरुआती चार दिवसीय युद्धविराम समाप्त होने के कारण इजराइल और हमास के बीच लड़ाई में दो दिन का और मानवीय विराम रहेगा.

फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, कतरी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि कतर घोषणा करता है कि गाजा पट्टी में मानवीय युद्ध समाप्त हो जाएगा. मध्यस्थता के प्रयास जारी हैं. युद्धविराम को और दो दिन बढ़ाने पर दोनों पक्ष सहमत हो गए हंै.

इससे पहले, मिस्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मिस्र और कतर गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम को दो दिनों तक बढ़ाने के समझौते पर पहुंचने के करीब हैं.इधर, गाजा में इजरायली अपराधों को रोकने के लिए ईरान स्थायी युद्धविराम पर जोर दे रहा है.रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र की सूचना सेवा (एसआईएस) प्रमुख दया राशवान ने सोमवार को कहा कि विस्तार में दक्षिणी इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास द्वारा लिए गए 20 इजरायली बंधकों की रिहाई शामिल होगी.बदले में, इजरायली जेलों में बंद 60 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा.

बता दें कि चार दिनों का सीजफायर सोमवार रात को खत्म हो गया.दया राशवान ने कहा कि सोमवार को 11 इजरायली बंधकों और 33 फिलिस्तीनियों की रिहाई पर बातचीत चल रही है.इससे पहले खबर आई कि हमास चार दिन की मोहलत चाहता था जबकि इजराइल दैनिक मोहलत के पक्ष में है.

एक इजरायली अधिकारी ने इजरायल की स्थिति दोहराई कि वह 10 बंधकों के प्रत्येक समूह की रिहाई के लिए युद्धविराम के एक अतिरिक्त दिन पर सहमत हो गया. इसके बदले में हर बार तीन गुना संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि यह सीमा पांच दिन की होगी.

बता दें कि इजराइल और हमास के बीच चार दिवसीय युद्धविराम के दौरान कुल 50 बंधकों और 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया.युद्धविराम के पहले दिन हमास ने करीब 240 में से 24 बंधकों को रिहा कर दिया. गाजा से रिहा किए गए लोगों में 13 इजरायली, 10 थाई और एक फिलिपिनो थे.

हमास ने युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण में शनिवार देर रात 39 फिलिस्तीनियों के बदले में 13 इजरायलियों और चार विदेशियों को रिहा किया.हमास ने रविवार को युद्धविराम समझौते के तीसरे चरण में 14 इजरायलियों सहित अन्य 17 बंधकों को रिहा कर दिया. इस समझौते के तहत इजराइल ने रविवार को 39 फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा कर दिया.

7 अक्टूबर को इजराइल पर सीमा पार से हमला करने के बाद इजराइल ने हमास पर युद्ध की घोषणा की. इजरायल पर हमले में लगभग 1200 लोग मारे और 240 लोग बंधक बनाए गए. हमास-नियंत्रित क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा पर इजरायली हमले में 13,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. आधा से ज्यादा गाजा शहर खंडहर में तब्दील हो चुका है.

गाजा में राहत

हमास शासित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से 13,300 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, युद्धविराम की शांति ने हफ्तों तक इजरायली बमबारी से हुए विनाश की झलक दिखाई, जिसने पूरे पड़ोस को तबाह कर दिया था.

फ़ुटेज में कई दर्जन बहुमंजिला आवासीय इमारतों का एक परिसर दिखाया गया है जो उत्तरी शहर बेइत हनौन में मलबे के ढेर में तब्दील हो गया है. लगभग हर इमारत नष्ट हो गई या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई. कुछ आधी-अधूरी कंक्रीट की ढाँचे में तब्दील हो गईं. पास के संयुक्त राष्ट्र स्कूल में, इमारतें बरकरार थीं लेकिन आंशिक रूप से जल गईं और उनमें छेद हो गए.

इज़रायली हमले ने गाजा की तीन-चौथाई आबादी को उनके घरों से निकाल दिया है, और अब इसके 2.3 मिलियन लोगों में से अधिकांश दक्षिण में भीड़ में हैं. 10 लाख से अधिक लोग संयुक्त राष्ट्र आश्रय स्थलों में रह रहे हैं. इज़रायली सेना ने दक्षिण से भागे हज़ारों फ़िलिस्तीनियों को उत्तर लौटने से रोक दिया है.बारिश और हवा ने मध्य गाजा में अल-अक्सा अस्पताल के परिसर में शरण लिए हुए विस्थापित फ़िलिस्तीनियों की कठिनाई बढ़ा दी. कोट पहने फ़िलिस्तीनियों ने कीचड़ भरी ज़मीन पर लगे तंबूओं के बीच अस्थायी आग पर रोटियाँ पकाईं.

अला मंसूर ने कहा कि स्थितियाँ बेहद भयावह

“मेरे सारे कपड़े गीले हो गए हैं और मैं उन्हें बदलने में असमर्थ हूं।” मंसूर ने कहा, जो विकलांग है. “मैंने दो दिनों से पानी नहीं पिया है, और उपयोग करने के लिए बाथरूम भी नहीं है.”संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि युद्धविराम ने युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ी मात्रा में भोजन, पानी और दवा की आपूर्ति को बढ़ाना संभव बना दिया है. लेकिन प्रतिदिन 160 से 200 ट्रक अभी भी लड़ाई से पहले गाजा द्वारा आयात किए जा रहे ट्रकों के आधे से भी कम है, भले ही मानवीय ज़रूरतें बढ़ गई हैं.

खाना पकाने का ईंधन वितरित करने वाले स्टेशनों के बाहर लंबी लाइनें लगीं, पहली बार अंदर जाने की अनुमति दी गई. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि अस्पतालों, पानी और स्वच्छता सुविधाओं सहित प्रमुख सेवा प्रदाताओं के लिए जनरेटर के लिए ईंधन लाया गया है, लेकिन बेकरियां काम फिर से शुरू करने में असमर्थ हैं.
मध्य गाजा में शहरी नुसीरत शरणार्थी शिविर के एक विक्रेता, इयाद गफ़री ने कहा कि कई परिवार अभी भी इजरायली हवाई हमलों के बाद छोड़े गए मलबे के नीचे से मृतकों को निकालने में असमर्थ हैं, और स्थानीय अधिकारी विनाश के स्तर से निपटने के लिए सुसज्जित नहीं थे’

कई लोग कहते हैं कि सहायता लगभग पर्याप्त नहीं है.उत्तरी गाजा से भागकर आई एक विधवा और तीन बच्चों की मां अमानी ताहा ने कहा कि संघर्ष विराम शुरू होने के बाद से वह संयुक्त राष्ट्र वितरण केंद्र से केवल एक डिब्बाबंद भोजन प्राप्त करने में कामयाब रही है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय बाजारों और गैस स्टेशनों पर भीड़ उमड़ पड़ी है . लोग बुनियादी चीजों का स्टॉक करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “लोग हताश थे और जब भी संभव हुआ खरीदारी करने के लिए बाहर गए.” “वे बेहद चिंतित हैं कि युद्ध दोबारा लौटेगा।.”