Religion

World Bicycle Day हज यात्रा: पैदल, साइकिल से यात्रा, हर मुस्लिम का हौसला !

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

केरल के शिहाब चित्तूर की तरह बिहार के मोतिहारी से सुल्तान बेग भी पैदल हज की सफर पर निकल पड़े हैं. उनका इरादा 2025 में पैदल चलकर मक्का के वार्षिक हज में शामिल होने का इरादा है.बिहार में 45 डिग्री के भीषण गर्मी में हज के सफर पर निकलना वास्तव में बड़ी हिम्मत का काम है. हालांकि, शिहाब चित्तूर हों या सुल्तान बेग, ये कोई ऐसे पहले या दूसरे व्यक्ति नहीं हैं जिन्हांेने पैदल हज का सफर तय करने का हौसला दिखाया है.

इस तरह की हिम्मत 5 अगस्त 2017 में यूनाईटेड किंगडम यानी यूके के कुछ मुस्लिम युवक भी दिखा चुके हैं. उन्हांेने पैदल तो नहीं पर बाई साइकिल से लंदन से मक्का तक का सफर शुरू किया था.हालांकि, उनका इरादा सिर्फ साइकिल से नंदन से मक्का पहुंचकर वार्षिक हज मंे शामिल होना नहीं था. वे लंदन से मक्का तक एक और मकसद के साथ साइलिक से चले थे और यह मकसद था सीरिया के पीड़ितों के लिए धन जुटाना था.

मुस्लिम साइकिल चालकों का समूह यू.के. के लंदन से मक्का तक हज करने के लिए साइकिल से निकला और रास्ते भर सीरिया पीड़ितों के लिए धन जुटाता रहा.उक्त समूह के एक सदस्य का कहना था कि उनकी आधिकारिक हज यात्रा विशेष तौर से सीरिया पीड़ितों के बीच से गुजरी और उनके लिए रास्ते भर धन जुटाते रहे.

यह यात्रा छह सप्ताह के भीतर 3500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करते हुए आठ अलग-अलग देशों से होकर गुजरी.इसमें इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड, इटली, ग्रीस, मिस्र और सऊदी अरब शामिल हैं.बता दें कि यात्रा इस्लाम के पांचवें स्तंभ में से एक है. हर हैसियत वाले मुसलमानों को हज का हुक्म है.

लंदन के साइकिल हज यात्रियों के समूह का कहना है, ‘’उन्हें उम्मीद है कि उनकी चैरिटी यात्रा दुनिया को इस्लाम की असली खूबसूरती से परिचित कराने में मदद साबित हुई होगी. साथ ही वे सीरियाई लोगों की पीड़ा के बारे में दुनिया को जागरूक में सफल रहे होंगे.

विश्व साइकिल दिवस हर साल 3 जून को मनाया जाता है. यह दिन साइकिल चलाने के अनेक लाभों को रेखांकित करने का एक अवसर है. साइकिल चलाना एक सरल, किफायती, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन साधन है. यह स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है.

  • नियमित व्यायाम: साइकिल चलाना हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है.
  • मोटापा नियंत्रण: साइकिल चलाने से कैलोरी जलती है, जो मोटापा नियंत्रण में सहायक होती है.
  • तनाव कम करना: साइकिल चलाना तनाव कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने का एक अच्छा तरीका है.

प्रदूषण कम करना: साइकिल चलाने से वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकता है.
स्थायी परिवहन: साइकिल एक स्थायी परिवहन साधन है जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता.

  • साइकिल चलाएं: काम पर जाने या दुकान तक जाने के लिए साइकिल का उपयोग करें.
  • जागरूकता फैलाएं: अपने परिवार और दोस्तों को साइकिल चलाने के लाभों के बारे में बताएं.
  • साइकिल दौड़ आयोजित करें: अपने समुदाय में साइकिल दौड़ आयोजित करें.
  • आइए हम सब मिलकर विश्व साइकिल दिवस मनाएं और स्वस्थ जीवन और स्वच्छ पर्यावरण के लिए साइकिल चलाने को प्रोत्साहित करें!

बुलेट पॉइंट्स:

  • बिहार के मोतिहारी से सुल्तान बेग 2025 में पैदल हज यात्रा पर निकले हैं.
  • 5 अगस्त 2017 को यूके के मुस्लिम युवकों ने लंदन से मक्का तक साइकिल से यात्रा की थी.
  • साइकिल यात्रा का मकसद सीरिया के पीड़ितों के लिए धन जुटाना था.
  • 3500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करते हुए 8 देशों से होकर गुजरे.
  • हज इस्लाम के पांचवें स्तंभ में से एक है.
  • लंदन के साइकिल यात्रियों का मानना है कि उनकी यात्रा से लोगों को इस्लाम की सच्ची भावना समझने में मदद मिलेगी.