Religion

Bhopal के इस कार्यक्रम में क्यों जुटे 10 लाख तब्लीगी जमात के लोग

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,भोपाल

पूरी दुनिया में अपनी खास पहचान रखने वाली ग्लोबल तब्लीगी इज्तिमा की शुरुआत फज्र की नमाज के बाद मौलाना जमशेद की तकरीर के साथ शुरू हो गई. यह चार दिवसीय ग्लोबल तब्लीगी सभा सोमवार को विशेष प्रार्थना के साथ समाप्त होगी. इन चार दिनों में दिल्ली केंद्र समेत देश के विभिन्न हिस्सों से आए उलेमा के तकरीर होंगे. समागम के दौरान सैकड़ों शादियां भी होंगीं. ग्लोबल तब्लीगी सभा के अंत में दुनिया भर से बड़ी संख्या में लोग दुनिया भर की यात्रा पर निकलेंगे. ग्लोबल तब्लीगी सभा के 75 साल में पहली बार सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा. इस बार 350 से ज्यादा शादियां रजिस्टर्ड हुई हैं.

125 पंडाल बने

भोपाल के चींटी खेडरी में ग्लोबल तब्लीगी सभा की तैयारियां काफी समय से चल रही थीं. स्थानीय कार्यकार्ताओं और विभिन्न सरकारी एजेंसियों के निरंतर प्रयासों से सभा की तैयारी की गई है. शुक्रवार से ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था जो देर रात तक जारी रहा. शुक्रवार सुबह फज्र की नमाज के बाद शुरू हुई चर्चा और वक्तव्य सत्र में भाग लेने के लिए लोग सुबह से सभा में पहुंचने लगे थे. उम्मीद है कि इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में अधिक संख्या में संगत पहुंचेगी. इसलिए करीब 125 पंडालों में 5 लाख से ज्यादा लोगों को ठहरने की व्यवस्था की गई है. जरूरत के मुताबिक यहां और भी पंडाल लगाने की तैयारी है.

80 फूड जोन, 60 पार्किंग

भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. महताब आलम ने बताया कि सभा में 80 फूड जोन और 60 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. दुनिया भर से आए लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए यहां लगभग 80 खाद्य क्षेत्र स्थापित किए गए हैं. इनमें चाय, नाश्ता, भोजन और पीने का पानी रियायती दरों पर उपलब्ध है. बिना-नुकसान-लाभ की अवधारणा के साथ, सभा में 60 रुपये में पूरा भोजन, 20 रुपये में नाश्ता और 5 रुपये में चाय मिल रही है. इसी तरह यहां पानी की 12 बोतलें महज 70 रुपये में और एक बोतल 7 रुपये में मिल रही है.

सभा में शामिल होने आने वालों के वाहनों के प्रबंधन के लिए यहां लगभग 60 पार्किंग जोन बनाए गए हैं, 250 एकड़ में फैले इन पार्किंग स्थलों में बड़े वाहन, चार पहिया और दो पहिया वाहन अलग-अलग पार्क किए जा सकते हैं.

नहाने पर चाय और अंडा मुफ्त

ग्लोबल तब्लीगी सभा के स्नान के लिए संगत में करीब 16 हजार नल लगाए गए हैं. स्नान और शौचालय के उपयोग के लिए प्रतिदिन लगभग एक करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है. 9 अलग-अलग जोन में बने वुजू घरों में इस बात की  खास व्यवस्था है कि रात में ईशा की नमाज से लेकर फज्र तक लोगों को मुफ्त चाय और अंडे दिए जाएं. यह व्यवस्था एक स्वयंसेवक द्वारा स्वेच्छा से प्रदान की है.

पानी के लिए प्रतिदिन एक करोड़ लीटर पानी उपलब्ध कराने के लिए 20 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन, 52 ट्यूबवेल, 22500 नल लगाए गए हैं. नहाने के लिए 2000 लीटर की 8 पानी की टंकियों में गर्म पानी गर्म किया जाएगा. स्वयंसेवक स्वच्छता का ध्यान रखेंगे , कार्यक्रम स्थल में कूड़ेदान, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सभा को दुर्गंध मुक्त रखेगा. सभा के आयोजन से जुड़े जावेद  कांजे, मौलवी मिस्बाहुद्दीन, हकीम साहब, माने लगातार व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं. सभा के पहुंच मार्ग पर यातायात का प्रबंधन स्वयंसेवक क रहे हैं. पुलिस की निगरानी जारी है. इस बार जलसे में 20 देशों के लोग शामिल होंगे.

हिंदू भाई भी व्यवस्था में शामिल

भोपाल की सामुदायिक व्यवस्था में ईंट खेड़ी क्षेत्र के स्थानीय लोगों की बड़ी हिस्सेदारी है. इनमें बड़ी संख्या में हिंदू धर्म से जुड़े लोग भी हैं जो गंगा-जमुनी संस्कृति की मिसाल बने हुए हैं. यहां स्थापित 52 ट्यूबवेलों में से लगभग एक दर्जन हिंदू समुदाय के हैं. उनमें राम सिंह और माली समुदाय के कुछ स्थानीय किसान शामिल हैं. इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों में सनातन धर्म से जुड़े लोग भी हैं, जो सरकारी नौकरी के साथ इनाम की मंशा से सामूहिक तंत्र का निर्वहन कर रहे हैं.