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विश्व कप 2023: भारत के तत्काल वीजा जारी नहीं करने से पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमी बेचैन, क्यों पाकिस्तान है दबाव में ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर भारत सरकार द्वारा अब तक पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों को तत्तकाल वीजा नहीं देने से टीम में बेचैनी है. खेल के मैदान में टीम का समर्थन करने वाले दर्शकों के अभाव में पाकिस्तानी टीम के प्रदर्शन पर खतरा मंडराने लगा है. वैसे भी इस टीम का सारा दारोमदार इसके बाॅलरों पर है.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा है कि वे क्रिकेट विश्व कप के लिए पाकिस्तानी प्रशंसकों और पत्रकारों को वीजा जारी करने के मुद्दे पर भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं.विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने गुरुवार को साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल पर भारत द्वारा पाकिस्तानी प्रशंसकों और पत्रकारों को वीजा जारी नहीं करने के संबंध में स्थिति स्पष्ट की.

उन्होंने आगे कहा, हमें उम्मीद है कि भारतीय अधिकारी भारत में विश्व कप देखने की इच्छा रखने वाले पाकिस्तानी प्रशंसकों और पत्रकारों को तत्काल वीजा जारी करेंगे.विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच के मुताबिक, हमने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि खेल को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत विश्व कप के मेजबान के रूप में अपने दायित्वों को पूरा करेगा और पाकिस्तानी प्रशंसकों और पत्रकारों के लिए वीजा जारी करने में बाधा नहीं डालेगा.बता दें कि भारत में क्रिकेट विश्व कप 2023 गुरुवार को न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच मैच के साथ शुरू हो गया है, लेकिन भारत ने अभी तक पाकिस्तानी प्रशंसकों और पत्रकारों को वीजा जारी नहीं किया है.

पाकिस्तान टीम विश्व कप में अपना पहला मैच शुक्रवार को नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलेगी, जबकि श्रीलंका के खिलाफ उनका मैच 10 अक्टूबर को होगा.पाकिस्तान शनिवार, 14 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चिर प्रतिद्वंद्वी और विश्व कप मेजबान भारत से भिड़ेगा.

बल्लेबाजों के भारोसे पाकिस्तानी टीम

वैसे तो गेंदबाजी हमेशा से ही पाकिस्तान क्रिकेट टीम का सबसे मजबूत क्षेत्र रहा है, लेकिन इस बार भारत में चल रहे वनडे वर्ल्ड कप में शायद ऐसा न हो, इसलिए पाकिस्तान के बल्लेबाजों खासकर कप्तान बाबर आजम के कंधों पर सारा दारोमदार होगा.पाकिस्तान की गेंदबाजी इस बार अच्छी नहीं चल रही है, इसलिए अब पाकिस्तान को दूसरा वनडे विश्व कप खिताब दिलाने की जिम्मेदारी आजम और बाकी बल्लेबाजों के कंधों पर है.

ब्रिटिश समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एक महीने पहले तक पाकिस्तान नंबर एक वनडे टीम थी और हालिया एशिया कप की शुरुआत में बाबर इलेवन को पसंदीदा माना जा रहा था. लेकिन चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत और श्रीलंका से हार से न केवल पाकिस्तान के प्रबल दावेदारों को झटका लगा, बल्कि ग्रीन शर्ट के लिए नई चिंताएं भी पैदा हो गईं

भारत के खिलाफ मैच में तेज गेंदबाज नसीम शाह का कंधा चोटिल हो गया, जिसके बाद वह वर्ल्ड कप से बाहर हो गए. नसीम शाह और शाहीन शाह अफरीदी पाकिस्तान के लिए नई गेंद की सबसे खतरनाक जोड़ी साबित हुए हैं.हसन अली की जगह नसीम शाह को लिया गया है लेकिन इस बार पाकिस्तान शुरुआती ओवरों में शुरुआती विकेटों के लिए शाहीन शाह अफरीदी पर ज्यादा निर्भर नहीं रह सकता है.

पाकिस्तान के स्पिनरों, खासकर उप-कप्तान शादाब खान को भी एशिया कप में विकेट के लिए संघर्ष करना पड़ा. हालांकि कप्तान बाबर को अपने उन खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा है जिन्होंने टीम को वनडे रैंकिंग में नंबर वन बनाया है.भारत रवाना होने से पहले बाबर ने कहा, हम जानते हैं कि हमने फील्डिंग में कुछ गलतियां कीं और बीच के ओवरों में हमारी विकेट लेने की क्षमता लड़खड़ा गई, लेकिन हम इस पर काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि हम इसे नहीं दोहराएंगे.

जब बाबर से पूछा गया कि अगर पाकिस्तान अपना विश्व कप अभियान सेमीफाइनल में समाप्त कर दे तो क्या यह अच्छा प्रदर्शन होगा, उन्होंने कहा, शीर्ष चार में रहना हमारे लिए बहुत छोटी बात है. हम भारत को हराकर वापसी करना चाहते हैं.उन्होंने कहा, हालांकि यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तानी टीम चिंताओं के साथ किसी टूर्नामेंट में उतर रही है. टीम को भारत में कड़ी मेहनत करनी होगी क्योंकि पाकिस्तान को भूराजनीतिक स्थिति के कारण एक अनोखी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.

दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण कई वर्षों से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला गया है और दोनों टीमें केवल प्रमुख टूर्नामेंटों में ही एक-दूसरे से भिड़ती हैं.पाकिस्तान ने आखिरी बार 2016 टी20 विश्व कप के लिए भारत का दौरा किया था और पाकिस्तानी खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में भी भाग नहीं लेते हैं. इसलिए पाकिस्तान टीम को भारत की परिस्थितियों के बारे में बहुत कम जानकारी होगी लेकिन बाबर आजम को इसकी चिंता नहीं है.

उनका कहना है कि हालांकि हमने पहले भारत में नहीं खेला है, लेकिन इस वजह से हम किसी तरह के दबाव में नहीं हैं.हमने अपना शोध किया है और सुना है कि चेन्नई को छोड़कर वहां की स्थिति पाकिस्तान के समान है.