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वर्ष 2023: पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा पर्यटकों की पहली पसंद

फैयाज अहमद , पेशावर

पाकिस्तान वर्ष 2023 में आतंकवाद की वजह से परेशान रहा. इसके बावजूद इसके लिए अच्छी खबर है. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी इलाके अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं और हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक इन इलाकों में आते हैं.साल 2023 में इस प्रांत में आतंकी घटनाएं तो हुईं, लेकिन पर्यटन में भी खासा इजाफा देखा गया है, जो पिछले साल से 100 फीसदी ज्यादा है.

खैबर पख्तूनख्वा पर्यटन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जनवरी से 26 दिसंबर 2023 तक सूबे में 1 करोड़ 69 लाख 88 हजार 946 पर्यटक आए, जबकि पिछले साल 2022 में यह संख्या 88 लाख 59 हजार 636 थी.

सबसे अधिक पर्यटक किस क्षेत्र में

इस वर्ष गलियाट के विशाल स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आए. उनकी संख्या 63 लाख 48 हजार दर्ज की गई.पर्यटन विभाग की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 5 मिलियन 80 हजार पर्यटकों ने कघान घाटी और नारान का दौरा किया, जबकि 35 मिलियन 49 हजार पर्यटकों ने स्वात और मालम जाब्बा का दौरा किया.

ऊपरी और निचले दीर के पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों की संख्या 13 लाख 80 हजार 740 रही. निचले चित्राल जिले में पांच लाख 91 हजार 330, जबकि ऊपरी चित्राल में 38 हजार 771 पर्यटक घूमने गए.

चित्राल विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह

खैबर पख्तूनख्वा के मलकंद डिवीजन का चित्राल जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ अनूठी संस्कृति के लिए लोकप्रिय है, जहां साल में दो प्रमुख पारंपरिक मेले आयोजित किए जाते है. इनमें कैलाश चिलम जोशाट महोत्सव या जोश महोत्सव और शांदुर पोलो मेला शामिल हैं.

इन मेलों में भाग लेने के लिए स्थानीय पर्यटकों के अलावा अन्य देशों से भी पर्यटक इन क्षेत्रों में आते हैं.कैलाश के अनूठे रीति-रिवाजों और परंपराओं को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक चित्राल आते हैं. इन पर्यटकों में विदेशी यूट्यूबर भी शामिल हैं.इतालवी पर्यटक अलारिवा दो बार चित्राल और स्वात का दौरा कर चुके हैं. वह कहते हैं, यहां की संस्कृति का हर रंग अनोखा है, यहां के ग्लेशियर, नदियां और वन्य जीवन भी दुनिया में कहीं और नहीं मिलते.

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इटालियन पर्यटक के मुताबिक चित्राल में बेहतर कानून व्यवस्था भी पर्यटकों के इन इलाकों में आने का एक अहम कारण है.खैबर पख्तूनख्वा पर्यटन और संस्कृति प्राधिकरण के प्रवक्ता साद बिन ओवैस ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चित्राल में हर साल मनोरंजन गतिविधियों का आयोजन किया जाता है. पहले, केवल दो कार्यक्रम हुआ करते थे. अब प्रत्येक सीजन के लिए एक अलग उत्सव आयोजित किया जाता है.

उन्होंने आगे कहा, सर्दियों में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें पर्यटक गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं.पर्यटन विभाग के प्रवक्ता साद बिन ओवैस ने कहा कि चित्राल में साहसिक पर्यटन पर भी ध्यान दिया जा रहा है, जिसके लिए सबसे ऊंची चोटी तिर्च मीर को पर्यटक स्थल बनाने पर विचार किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि चित्राल समेत हर जिले में पर्यटकों के लिए नए पर्यटक स्थल बनाने की योजना बनाई जा रही है. इसके बाद इन क्षेत्रों में अधिक पर्यटक आएंगे.