जफरुल इस्लाम खान का कुरान का नया अंग्रेजी अनुवाद
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
इस्लाम की पवित्र पुस्तक का एक नया अंग्रेजी अनुवाद जारी किया गया है जिसका उद्देश्य कुरान को उसी तरह प्रस्तुत करना है जिस तरह से इस्लाम की शुरुआती पीढ़ियों ने इसे समझा था.अब्दुल्ला यूसुफ अली के लोकप्रिय अनुवाद के बाद से यह कुरान के अंग्रेजी अनुवाद में पहला बड़ा भारतीय योगदान है, जो पहली बार 1930 के दशक की शुरुआत में प्रकाशित हुआ था.
अपनी भरपूर टिप्पणियों और परिशिष्टों के साथ, नया संस्करण इस्लाम के सिद्धांतों का संपूर्ण परिचय प्रदान करता है.अनुवादक, भारतीय विद्वान डॉ. जफरुल-इस्लाम खान ने शुरुआत में अब्दुल्ला यूसुफ अली के अनुवाद के संशोधन के रूप में काम शुरू किया, जिसमें उनके अनुसार, पुरातन और छंदबद्ध भाषा का उपयोग करने के अलावा, कई अशुद्धियां और गलतियां हैं. डॉ खान का काम धीरे-धीरे 11 वर्षों में प्रगति करते हुए पूरी तरह से नए अनुवाद में बदल गया, जिसमें दो हजार से अधिक नई टिप्पणियां और कुरान के परिचय, पैगंबर मुहम्मद की जीवनी, अल्लाह के सुंदर नाम, इस्लामी शब्दों का एक शब्दकोश और एक विषय पर कई परिशिष्ट शामिल है. इसमें कुरान का सूचकांक भी है. इस प्रकार, कुरान का यह नया अनुवाद इस्लाम के लिए एक संपूर्ण मार्गदर्शक है.
बता दें कि अनुवादक इस्लाम के एक प्रसिद्ध विद्वान हैं जिन्होंने अल-अजहर और काहिरा विश्वविद्यालयों में अध्ययन किया है. मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से इस्लामिक अध्ययन में पीएचडी प्राप्त की है. अरबी पर उनकी पकड़ के साथ-साथ, वह अंग्रेजी और उर्दू में भी पारंगत हैं. उन्होंने इन तीन भाषाओं में कई किताबें लिखी हैं. वह लगभग 14 वर्षों तक लंदन में द मुस्लिम इंस्टीट्यूट में वरिष्ठ शोधार्थी रहे हैं. वह देशी प्रवाह के साथ अरबी लिखते और बोलते हैं, जिसने उन्हें इस तरह के कठिन काम को करने के लिए एक अद्वितीय स्थिति में ला खड़ा किया.
इस कार्य को अंजाम देते समय वह कठिन शब्दों, अभिव्यक्तियों और शब्दों के अर्थ निर्धारण के लिए केवल प्रामाणिक और मूल अरबी कार्यों और पैगंबर की व्याख्या और जीवनियों, पुरानी पुस्तकों और कुरान और अरबी भाषा के प्रामाणिक शब्दकोशों पर निर्भर रहे.
प्रचुर मात्रा में नई टिप्पणियों में इस बात को ध्यान में रखा गया है कि कुरान का ाठ करते समय एक सामान्य मुस्लिम या गैर-मुस्लिम पाठक के मन में किस तरह के प्रश्न हो सकते हैं. कई अनुवादों में इस दृष्टिकोण की अनुपस्थिति ने इस्लाम के दुश्मनों द्वारा शोषण की गई समस्याओं और संदेह को जन्म दिया है.
डॉ खान का कहना है कि उन्होंने एक ऐसा अनुवाद प्रस्तुत करने का प्रयास किया है जो इस्लाम की शुरुआती पीढ़ियों द्वारा पवित्र पाठ को समझने के तरीके को यथासंभव सटीक रूप से दर्शाता है. उनका मानना है कि यह नया अनुवाद सरल, आधुनिक अंग्रेजी में पवित्र इस्लामी धर्मग्रंथ का सबसे सटीक संस्करण है.
यह अनुवाद दिल्ली के प्रकाशक फारोस मीडिया द्वारा 234 बड़े प्रारूप पृष्ठों में प्रकाशित किया गया है. इसकी कीमत 1195 रुपये है. इसमें समानांतर अरबी पाठ और इसका अंग्रेजी अनुवाद है.एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 815 पृष्ठों पर अरबी पाठ के बिना एक और संस्करण भी प्रकाशित किया गया है. इसकी कीमत 795 रुपये है. अनुवाद जल्द ही विभिन्न देशों में कई प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित किया जाएगा.